प्रेमनगर में ढाल काटने के दौरान भवन ढहा, लोगों का हंगामा Dehradun News
प्रेमनगर में पांवटा राजमार्ग पर अतिक्रमण हटाए जाने के बाद किए जा रहे सड़क चौड़ीकरण के दौरान ढाल के ऊपर बने भवन का एक हिस्सा भरभराकर नीचे जा गिरा।
देहरादून, जेएनएन। प्रेमनगर में पांवटा राजमार्ग पर अतिक्रमण हटाए जाने के बाद किए जा रहे सड़क चौड़ीकरण के कार्य के दौरान इन दिनों ढाल कटान कर पुश्ते लगाए जा रहे हैं। बुधवार को मजार के सामने वाले हिस्से में भी यही काम चल रहा था और उसी समय ढाल के ऊपर बने भवन का एक हिस्सा भरभराकर नीचे जा गिरा। गनीमत रही कि उस दौरान वहां कोई नहीं थी। घटना के बाद जेसीबी चालक डर के मारे भाग खड़ा हुआ। भवन क्षतिग्रस्त होने से गुस्साए लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। जिलाधिकारी के निर्देश पर मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर गोपालराम बिनवाल व राजमार्ग खंड अधिकारियों ने लोगों को शांत कराया। उन्होंने कहा कि यदि उनका भवन अतिक्रमण में नहीं पाया गया तो उसे दुरुस्त करा दिया जाएगा।
हालांकि, राजमार्ग खंड डोईवाला के अधिकारियों ने कहा कि यह भवन सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर बनाया गया था और सुरक्षा की दृष्टि से उसे कई दिन पहले खाली करा दिया गया था। वहीं, भवन स्वामी मोहन लाल ने कहा कि भवन उनकी निजी जमीन पर बना है और इसकी रजिस्ट्री भी है। रजिस्ट्री मांगने पर वह मौके पर अभिलेख नहीं दिखा पाए। उप जिलाधिकारी गोपालराम ने कहा कि घटना को लेकर वह जिलाधिकारी को रिपोर्ट देंगे। फिलहाल सुरक्षा की दृष्टि से ढाल कटान का काम बंद कर पहले काटी गई जगह पर पुश्ता तैयार कराया जाएगा।
आपस में भिड़े व्यापारी नेता व सभासद
घटना को लेकर व्यापारी नेता व क्षेत्रीय सभासद कमलराज अधिकारियों के सामने ही आपस में भिड़ गए। कमलराज ने कहा कि व्यापारी नेता सिर्फ राजनीति कर रहे हैं और उन्हें खतरे की जद में आए भवन में रह रहे लोगों की कोई चिंता नहीं है। उन्होंने कुछ व्यापारियों पर अपनी दुकानें नियमों के विपरीत सुरक्षित कराने का भी आरोप लगाया।
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15 से अधिक भवन आए जद में
हंगामा कर रहे लोगों ने उपजिलाधिकारी को बताया कि ढाल कटान कर पुश्ता निर्माण के दौरान 15 से अधिक भवन इसकी जद में आ गए हैं। कुछ दिन पहले राजमार्ग अधिकारियों ने कहा कि जो लोग अपने भवन छोड़कर बाहर रह रहे हैं, उन्हें नियमानुसार मुआवजा आदि मिलने तक चार हजार रुपये महीने किराया दिया जाएगा। अभी तक किसी को भी किराया नहीं दिया जा रहा है। दूसरी तरफ राजमार्ग खंड के सहायक अभियंता नीरज अग्रवाल ने कहा कि किराया सिर्फ निजी भूमि वाले लोगों को दिया जाना है, न कि अतिक्रमण करने वालों को। उन्होंने कहा कि अभी तक सिर्फ तीन लोगों ने अपनी भूमि की रजिस्ट्री प्रस्तुत की है। उनका परीक्षण कर जल्द नियमानुसार किराया दिया जाएगा।
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