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उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय से हजारों रुपये की किताबें गायब, ऐसे पकड़ में आया मामला

उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी से हजारों रुपये की पुस्तकें गायब होने का मामला सामने आया है। हर्रावाला स्थित मुख्य परिसर में परिसर निदेशक ने जब पुस्तकालय में किताबों की जांच कराई तो यह गड़बड़ी सामने आई है।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Mon, 30 Aug 2021 12:39 PM (IST)Updated: Mon, 30 Aug 2021 12:39 PM (IST)
उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय से हजारों रुपये की किताबें गायब, ऐसे पकड़ में आया मामला
उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय से हजारों रुपये की किताबें गायब, ऐसे पकड़ में आया मामला।

जागरण संवाददाता, देहरादून। आयुर्वेद विश्वविद्यालय के पुस्तकालय से हजारों रुपये की पुस्तकें गायब होने का मामला सामने आया है। विवि के हर्रावाला स्थित मुख्य परिसर में परिसर निदेशक ने जब पुस्तकालय में किताबों की जांच कराई तो यह गड़बड़ी सामने आई है। करीब 20 किताबें गायब होने की बात सामने आई है। निदेशक डा. राधाबल्लभ सती ने बताया कि जब से विवि अस्तित्व में आया है, तब से लाइब्रेरियन नहीं थे। अभी छह माह पूर्व रखे गए हैं। एक कमेटी बनाई है, जो किताबों के आवंटन पर निगरानी रखेगी।

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उधर, आयुर्वेद विवि के कुलपति प्रो. सुनील जोशी से आयुर्वेदिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने विभिन्न मांगों को लेकर विवि में कई अफसरों को हटाए जाने की मांग भी उठाई है। विवि के कुलपति ने उन्हें तमाम बिंदुओं की जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

विवि के अफसरों पर महिला कर्मचारियों ने लगाए गंभीर आरोप

आयुर्वेद विवि के दो अफसरों पर महिला कर्मचारियों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। महिलाओं के आरोप हैं कि उन्हें अश्लील इशारे किए जाते हैं और देर रात तक दफ्तर में बैठाया जाता है। वहीं उनके चरित्र पर एक अफसर टिप्पणी करते हैं। विवि कुलपति प्रो. सुनील जोशी ने पूरे प्रकरण से अनभिज्ञता जताई, जबकि विवि में पूरा मामला चर्चा में है। कुलपति ने महिला सेल के मामले में कोई जवाब नहीं दिया।

इंडियन बैंक ने स्कूलों में लगाए वाटर प्यूरिफायर

इंडियन बैंक के अंचल कार्यालय की ओर से सहसपुर, रायपुर और डोईवाला ब्लाक के स्कूलों में वाटर प्यूरिफायर लगवाए गए हैं। बैंक के मुख्य प्रबंधक सैय्यद मोहम्मद जावेद ने बताया कि बैंक व्यवसाय के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारी भी निभा रहा है। विद्यालयों में बच्चों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ये वाटर प्यूरिफायर लगवाए गए हैं।

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