चुनावी रणभेरी में भ्रष्टाचार बनाम विकास की गूंज
भाजपा नेता अमित शाह ने साफ संकेत दिए कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा भ्रष्टाचार बनाम विकास को मुद्दा बनाने जा रही है। परिवर्तन रैली के जरिये उन्होंने चुनाव की बिगुल भी बजा दिया।
देहरादून, [विकास धूलिया]: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने देहरादून में परिवर्तन रैली का आगाज कर विधानसभा चुनाव के लिए रणभेरी बजा दी। काला धन बाहर निकालने की मुहिम और पोओके में सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र हालांकि उनके संबोधन के केंद्र में रहा, लेकिन उत्तराखंड में भ्रष्टाचार, वन रैंक वन पेंशन और राज्य में विकास से जुड़े मुद्दे उठाकर उन्होंने साफ कर दिया कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा इन्हीं मुद्दों पर जनता की अदालत में जाने की तैयारी कर रही है।
यही नहीं, उत्तराखंड को अलग राज्य बनाने में भाजपा की भूमिका को रेखांकित करते हुए आम जनमानस के मर्म को छूना भी अमित शाह नहीं भूले।
पिछले विधानसभा चुनाव में महज एक सीट से कांग्रेस से पिछडऩे के कारण सत्ता गंवाने वाली भाजपा इस बार कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती। लिहाजा, पार्टी समय रहते विधिवत तरीके से चुनावी समर में उतर पड़ी है।
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देहरादून में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सूबे के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों तक पहुंचने वाली परिवर्तन यात्रा के जरिए पार्टी की ओर से चुनावी शंखनाद कर दिया। अपने संबोधन में शाह ने स्वाभाविक रूप से केंद्र सरकार के काला धन निकालने के लिए एक हजार व पांच सौ के नोट बंद करने के फैसले और इससे आम जनता को होने वाली परेशानी का जिक्र किया तो सर्जिकल स्ट्राइक पर विपक्ष के स्टैंड को लेकर तीखा हमला भी बोला।
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लाजिमी तौर पर आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए अमित शाह ने अपने आधा घंटे के संबोधन में उत्तराखंड को खासी तवज्जो दी। उत्तराखंड को अलग राज्य बनाने में भाजपा और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अहम भूमिका का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 'अटल जी ने बनाया था, मोदी जी संवारेंगे।
शाह ने राज्य गठन के सवाल पर कांग्रेस और उत्तराखंड के मौजूदा मुख्यमंत्री हरीश रावत को भी नहीं बख्शा और कहा, 'आज जो सत्ता में बैठे हैं और जिन्हें फिर सत्ता चाहिए, सब जानते हैं मुलायम सरकार को किसका समर्थन था, हरीश रावत तो केंद्र शासित राज्य की डिमांड करते थे।
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उत्तराखंड में भ्रष्टाचार पर रावत सरकार पर प्रहार करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने एक तरह से मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा अकसर केंद्र पर उपेक्षित रवैया अपनाने के आरोपों का जवाब भी दिया। उन्होंने कहा, 'गांवों का विकास उत्तराखंड में नहीं हुआ, केंद्र का पैसा कांग्रेस की जेब में जाता है। केंद्र सरकार ढाई साल में नब्बे से ज्यादा योजनाएं लेकर आई लेकिन उत्तराखंड की जनता तक ये पहुंची ही नहीं।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि केंद्र बहुत पैसा भेज रहा है लेकिन राज्य सरकार विकास नहीं कर रही, लिहाजा भाजपा का ट्रांसफार्मर लगाना होगा। भाजपा उत्तराखंड को देश का सबसे विकसित राज्य बनाने का प्रयास करेगी। लब्बोलुआब यह कि अमित शाह ने साफ संकेत दे दिए कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा भ्रष्टाचार बनाम विकास को मुद्दा बनाने जा रही है।
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उत्तराखंड सैन्य बहुल प्रदेश है तो अमित शाह वन रैंक, वन पेंशन मुद्दे को उठाना भी नहीं भूले। उत्तराखंड में सेवानिवृत्त और सेवारत सैनिकों तथा उनके परिजनों की संख्या अच्छी-खासी है। ओआरओपी से ये सीधे तौर पर प्रभावित होते हैं, लिहाजा शाह ने इसमें विलंब के लिए कांग्रेस पर तीखे शब्दों में निशाना साधने से गुरेज नहीं किया।
उत्तराखंड के सीमांत राज्य होने और सूबे के सैन्य परिवारों की नब्ज छूने के लिए भाजपा अध्यक्ष ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर केंद्र सरकार के सख्त रुख और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के 'खून की दलाली' वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा, 'राहुल बोलते हैं जवानों के खून की दलाली न करें, कांग्रेस के लिए ये मजाक का विषय हो सकता है लेकिन भाजपा के लिए नहीं।
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