अफसरों की मनमानी से क्षुब्ध भाजपा विधायकों को इंतजार, कब बुलाएगी सरकार
क्षुब्ध भाजपा विधायकों के तेवर आगामी विधानसभा सत्र के दौरान अपनी ही सरकार के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। अफसरों के मनमाने रवैये से क्षुब्ध भाजपा विधायकों के तेवर आगामी विधानसभा सत्र के दौरान अपनी ही सरकार के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं। ये विधायक फिलहाल इस मसले पर कदम खींचने को तैयार नहीं नजर आ रहे हैं। रविवार को भी विधायक हॉस्टल में 10 से ज्यादा विधायक इस मुद्दे पर एकजुट दिखे। विधायक इस बात का भी इंतजार कर रहे हैं कि मुख्यमंत्री कब उन्हें अपनी बात रखने का अवसर देते हैं।
उत्तराखंड में अब विधानसभा चुनाव के लिए डेढ़ साल का ही समय शेष है। ऐसे में सत्तारूढ़ भाजपा के विधायकों को लग रहा है कि अगर अफसरों पर नकेल नहीं कसी गई, तो इसका सीधा असर चुनाव के वक्त नजर आएगा। विधायकों का कहना है कि जिलों में पुलिस-प्रशासन के साथ ही तमाम विभागों के अधिकारी उनके साथ बिल्कुल भी सहयोग नहीं कर रहे हैं। इसका नतीजा यह है कि क्षेत्र में विकास कार्यों की रफ्तार धीमी है।
हालांकि, विधायकों की तल्खी के कुछ अन्य कारण भी बताए जा रहे हैं। कोरोना के कारण विधायक निधि में की गई कटौती इन्हें नागवार गुजरी है। इसके अलावा मंत्रिमंडल विस्तार पर भी कुछ विधायकों की नजर टिकी है। मंत्रिमंडल में तीन स्थान रिक्त हैं और मुख्यमंत्री जल्द नए मंत्री बनाए जाने की बात कह चुके हैं। इनमें बिशन सिंह चुफाल सबसे वरिष्ठ हैं। अविभाजित उत्तर प्रदेश में भी विधायक रहे चुफाल उत्तराखंड के अलग राज्य बनने के बाद सभी चार विधानसभा चुनाव जीते हैं। वह उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री और प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भी रहे हैं।
अफसरों की मनमानी को लेकर लामबंद इन विधायकों की रणनीति इस मुद्दे को आगामी विधानसभा सत्र तक खींचने की है ताकि सरकार पर दबाव बने। सत्र 23 सितंबर से शुरू होना है। सत्र के लिए पार्टी के सभी विधायक जुटेंगे। इन विधायकों का मानना है कि तब कुछ और विधायक भी उनकी मुहिम से जुड़ सकते हैं। इस सबके बावजूद अगर सरकार की तरफ से ठोस कदम नहीं उठाए गए तो सत्र के दौरान सवालों के जरिये ये अपनी ही सरकार के लिए असहज हालात पैदा सकते हैं।
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विधायक बिशन सिंह चुफाल को मुख्यमंत्री शनिवार को आवास पर बुलाकर उनकी बात सुन चुके हैं। चुफाल को उम्मीद है कि अब सरकार जल्द उनकी दिक्कतों को दूर करने के लिए समुचित कदम उठाएगी। 'जागरण' से बातचीत में चुफाल ने कहा कि हाल ही में हुई प्रदेश कोर ग्रुप की बैठक के दौरान उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय सह महामंत्री शिवप्रकाश और प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू के सम्मुख भी अपनी बात रखी थी। अलबत्ता, इतना जरूर है कि चुफाल के अलावा किसी अन्य विधायक की रविवार तक मुख्यमंत्री से मुलाकात नहीं हो पाई।
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