दिवंगत विधायक जीना के भाई पर दांव खेल सकती है भाजपा
विधानसभा की सल्ट सीट के उपचुनाव के लिए भाजपा ने व्यूह रचना शुरू कर दी है। प्रत्याशी चयन को लेकर खासी मशक्कत करने के साथ ही उपचुनाव में सहानुभूति के फैक्टर को भी ध्यान में रखा जा रहा है।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। विधानसभा की सल्ट सीट के उपचुनाव के लिए भाजपा ने व्यूह रचना शुरू कर दी है। जिस तरह से कांग्रेस उसे घेरने की कोशिश कर रही है, उसे भांपते हुए भाजपा फूंक-फूंककर कदम बढ़ा रही है। प्रत्याशी चयन को लेकर खासी मशक्कत करने के साथ ही उपचुनाव में सहानुभूति के फैक्टर को भी ध्यान में रखा जा रहा है। माना रहा कि दिवंगत भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के परिवार के ही किसी सदस्य पर पार्टी दांव खेलेगी। इस बीच प्रदेश भाजपा के कोर ग्रुप की देहरादून में हुई बैठक में उपचुनाव के लिए छह दावेदारों के नाम के पैनल पर मुहर लगाई गई। इनमें विधायक जीना के भाई महेश जीना के अलावा दिनेश मेहरा, डा.यशपाल रावत, गिरीश कोटनाला, प्रताप सिंह व राधारमण शामिल हैं। यह पैनल केंद्रीय नेतृत्व को भेजा जा रहा है। संभव है कि रविवार शाम अथवा सोमवार को प्रत्याशी के नाम का एलान कर दिया जाएगा।
भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के निधन के कारण विधानसभा की सल्ट सीट रिक्त हो गई थी। अब इसके उपचुनाव का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। 17 अप्रैल को होने वाले इस सीट के उपचुनाव के लिए भाजपा निरंतर कसरत में जुटी हुई है। दो रोज पहले ही पार्टी ने कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय कमेटी को सल्ट भेजा। कमेटी ने संभावित दावेदारों के नामों की सूची तैयार करने समेत अन्य बिंदुओं पर अपनी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को सौंपी।
शनिवार देर शाम प्रदेश भाजपा कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की अध्यक्षता में हुई पार्टी के कोर ग्रुप की बैठक में कमेटी की रिपोर्ट और संभावित दावेदारों के नामों के संबंध में चर्चा हुई। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष कौशिक ने बताया कि पार्टी ने सल्ट उपचुनाव के लिए छह दावेदारों का पैनल तैयार किया है। इसे केंद्रीय नेतृत्व को भेजा जा रहा है। प्रत्याशी चयन के संबंध में पार्टी का केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड फैसला लेगा।
कौशिक ने कहा कि भाजपा के दिवंगत विधायक सुरेंद्र सिंह जीना ने सल्ट क्षेत्र में बहुत बेहतर कार्य किया। वहां के निवासियों के मन में भाजपा के प्रति विश्वास है। यह विश्वास पार्टी के पक्ष में जाए, इस पर भी बैठक में विचार किया गया। उन्होंने कहा कि प्रत्याशी घोषित होने के बाद सभी उसकी जीत के लिए जुटेंगे। बैठक में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, सांसद अजय भट्ट, अजय टम्टा व माला राज्यलक्ष्मी शाह, राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल, पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, भाजपा की प्रदेश सह प्रभारी रेखा वर्मा, कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत, राज्यमंत्री डा.धन सिंह रावत, प्रदेश महामंत्री सुरेश भट्ट आदि मौजूद थे।
सल्ट से चुनाव नहीं लड़ेंगे सीएम
विधानसभा की सल्ट सीट के उपचुनाव को प्रत्याशियों के लिए जो पैनल तैयार किया गया है, उससे साफ है कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत सल्ट से चुनाव नहीं लड़ेंगे। मुख्यमंत्री अभी विधानसभा के सदस्य नहीं हैं। संवैधानिक प्रक्रिया के तहत छह माह के भीतर उन्हें विधानसभा का सदस्य बनना है। माना जा रहा कि वह गढ़वाल संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली विधानसभा की किसी सीट से चुनाव लड़ने को वह तवज्जो दे सकते हैं। ऐसे में अब नजरें इस पर टिकी हैं कि उनके लिए सीट कौन खाली करता है।
सीएम व प्रदेश अध्यक्ष के कौशल की परीक्षा
सल्ट उपचुनाव में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के कौशल की परीक्षा भी होनी है। जाहिर है कि बदली परिस्थितियों में उन्हें नई रणनीति के साथ मैदान में उतरना होगा।
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