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    वसंत पंचमी पर बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने का दिन हुआ तय, तीन माह बाद इस दिन होंगे बदरीविशाल के दर्शन

    Badrinath Dham वसंत पंचमी के पावन अवसर पर बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय हो गई है। भगवान बदरी विशाल के दर्शन चार मई से होंगे। धर्माचार्यों ने पंचाग गणना के अनुसार श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय की। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार वसंत पंचमी के दिन तेल पिरोने की तिथि भी तय होगी और उसके बाद तेल को गाडू घड़े में भरा जाएगा।

    By Jagran NewsEdited By: Nirmala Bohra Updated: Sun, 02 Feb 2025 12:57 PM (IST)
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    Badrinath Dham: भगवान बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। Badrinath Dham: भगवान बदरी विशाल धाम के कपाट खुलने की तिथि आज तय हो गई। डिमरी पुजारी गाडू घड़ा (तेल कलश) लेकर ऋषिकेश पहुंचे। आज टिहरी जिले के नरेंद्रनगर राजमहल में गाडू घड़ा पहुंचेगा।

    धार्मिक मान्यता के अनुसार वसंत पंचमी के दिन बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय की जाती है। इस दिन तेल पिरोने की तिथि भी तय होगी। उसके बाद तेल को गाडू घड़े में भरा जाएगा। तब तक गाडू घड़ा राजमहल में ही रहेगा।

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    इस दिन खुलेंगे बदरीनाथ धाम के कपाट

    इस यात्रा वर्ष में श्री बदरीनाथ धाम के कपाट चार मई को सुबह छह बजे खुलेंगे। नरेंद्र नगर, टिहरी स्थित राजमहल में बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर आयोजित सादे धार्मिक कार्यक्रम में राज परिवार, श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति, श्री डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत की उपस्थिति में धर्माचार्यों ने पंचाग गणना के अनुसार श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय की।

    वहीं, 22 अप्रैल को गाडू घड़ा (पवित्र तेल कलश) के लिए तिलों से तेल पिरोने की तिथि निर्धारित की गई है। बता दें कि बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से चलती है। शनिवार को डिमरी पुजारियों के गांव डिम्मर में लक्ष्मी नारायण मंदिर से पूजा अर्चना और बाल भोग के बाद गाडू घड़ा को ऋषिकेश के लिए रवाना किया गया।

    देर शाम तीर्थनगरी में बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के विश्राम गृह में गाडू घड़ा यात्रा पहुंची। शाम को डिमरी पुजारियों ने परंपरा के अनुसार विश्राम गृह में सांध्य कालीन आरती की। पुजारी शैलेंद्र प्रसाद डिमरी, नरेश डिमरी, हरीश डिमरी, अरविंद डिमरी गाडू घड़ा यात्रा के साथ पहुंचे।

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    महाशिवरात्रि पर तय होगी केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि

    रुद्रप्रयाग: 12वें ज्योर्तिलिंग में शामिल केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि महाशिवरात्रि पर्व यानी 26 फरवरी को तय की जाएगी। बद्री-केदार मंदिर समिति की देखरेख में कपाट खुलने की तिथि निश्चित की जाएगी।

    पौराणिक परंपराओं के अनुसार प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि पर्व पर केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित होती है। जबकि, कपाट बंद होने की तिथि पौराणिक काल से ही भैयादूज पर्व पर निश्चित है।

    दो फरवरी वसंत पंचमी के मौके पर बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि निश्चित होने के बाद चारधाम यात्रा की तैयारियां भी शुरू हो जाएंगी। इसी कड़ी में केदारनाथ के कपाट खुलने की तिथि 26 फरवरी को पंचगद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में पंचाग गणना के अनुसार घोषित होगी।

    मंदिर के पुजारी, ब्राह्मण, वेदाचार्य पंचाग गणना के अनुसार केदरनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि निकालेंगे। बदरी-केदार मंदिर समिति के साथ ही प्रशासन एवं हकककूधारियों की मौजूदगी में कपाट खुलने की तिथि की घोषणा होती है। इसमें डोली प्रस्थान का समय भी निश्चित किया जाएगा। वहीं आगामी केदारानाथ यात्रा को लेकर मंदिर समिति के साथ शासन-प्रशासन अभी से तैयारियों में जुट गया है। ताकि यात्रा पूरी तैयारियों के साथ शुरू हो सके।