Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उत्‍तराखंड में सहायक लेखाकार भर्ती परीक्षा रद, गलत निकले 400 प्रश्न; 662 पदों के लिए 23 हजार ने किया था आवेदन

    By Sumit KumarEdited By:
    Updated: Sat, 04 Jun 2022 07:45 AM (IST)

    उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग नेे सहायक समीक्षा अधिकारी (लेखा) लेखाकार सहायक लेखाकार कैशियर लेखा परीक्षक कार्यालय सहायक तृतीय (लेखा) के 662 पदों पर भर्ती के लिए पांच फरवरी 2021 को विज्ञप्ति जारी की थी। रिक्त पदों के सापेक्ष करीब 23 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था।

    Hero Image
    उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने पिछले साल सितंबर में कराई गई सहायक लेखाकार भर्ती परीक्षा रद कर दी है।

    जागरण संवाददाता, देहरादून : सरकार की युवाओं को रोजगार देने की मुहिम पर सवाल खड़े हो गए हैं। करीब 400 प्रश्न गलत पाये जाने पर उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने पिछले साल सितंबर में कराई गई सहायक लेखाकार भर्ती परीक्षा रद कर दी है। परीक्षा के बाद हजारों अभ्यर्थियों ने पूछे गए प्रश्नों को लेकर सवाल उठाए थे और आयोग से शिकायत भी की। अभ्यर्थियों के बढ़ते विरोध को देखते हुए आयोग ने विशेषज्ञों से प्रश्नपत्रों का परीक्षण कराया। जिसकी रिपोर्ट आने के बाद परीक्षा को रद कर दिया गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग नेे सहायक समीक्षा अधिकारी (लेखा), लेखाकार, सहायक लेखाकार, कैशियर, लेखा परीक्षक, कार्यालय सहायक तृतीय (लेखा) के 662 पदों पर भर्ती के लिए पांच फरवरी 2021 को विज्ञप्ति जारी की थी। रिक्त पदों के सापेक्ष करीब 23 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। आवेदन की जांच के बाद इस परीक्षा के लिए 18,640 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किए गए थे। आनलाइन परीक्षा के लिए देहरादून में छह, नैनीताल में चार, हरिद्वार में तीन, पौड़ी गढ़वाल में दो व चमोली, उत्तरकाशी, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चंपावत व बागेश्वर में एक-एक परीक्षा केंद्र बनाए गए। आनलाइन परीक्षा 12 से 14 सितंबर 2021 के बीच छह पालियों में कराई गई। तीन दिन चली परीक्षा में 9341 अभ्यर्थी शामिल हुए।

    यह भी पढ़ें- उत्‍तराखंड में नर्सिंग और पैरामेडिकल की प्रवेश परीक्षा नौ और 10 जुलाई को, पांच जून से ऐसे करें आनलाइन आवेदन

    आयोग के सचिव संतोष बडोनी ने बताया कि परीक्षा के बाद अभ्यर्थियों ने विरोध शुरू कर दिया था। अभ्यर्थियों ने परीक्षा की सभी पालियों के प्रश्न पत्रों की जांच की मांग उठाई थी। जिसके बाद आयोग ने विशेषज्ञों की राय लेने का निर्णय लिया। विशेषज्ञों ने सभी प्रश्न पत्रों का परीक्षण किया और कई तरह की त्रुटियों को रेखांकित कर दो दिन पहले आयोग को अपनी रिपोर्ट सौंपी।

    यह भी पढ़ें- भारतीय सैन्य अकादमी : सिपाही के रूप में सेना में हुए शामिल, अब सैन्‍य अधिकारी बनकर दिखाएंगे अपना कौशल

    comedy show banner
    comedy show banner