Ankita Murder Case: किसके हुकुम से चला वनन्तरा रिसार्ट में बुलडोजर? एई और जिला पंचायत सदस्य आमने-सामने
Ankita Murder Case अंकिता भंडारी हत्याकांड के मुख्य आरोपित के वनन्तरा रिसार्ट में किसके हुकुम से बुलडोजर चला? इस मामले में लोनिवि के सहायक अभियंता सत्यप्रकाश और क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य आरती गौड़ आमने सामने हैं।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: Ankita Murder Case: अंकिता भंडारी हत्याकांड के मुख्य आरोपित पुलकित आर्या के वनन्तरा रिसार्ट में बुलडोजर (जेसीबी) चलाए जाने का मामला हर दिन नई करवट ले रहा है। पहले जिलाधिकारी बयान जारी करते हैं कि प्रशासन ने ध्वस्तीकरण का कोई आदेश जारी नहीं किया और फिर बयान आता है कि तहसील प्रशासन की ओर से ध्वस्तीकरण किया गया है।
मामले में अब नया मोड़
इस मामले में अब नया मोड़ आ गया है। लोनिवि के सहायक अभियंता सत्यप्रकाश और क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य आरती गौड़ इस मामले में आमने-सामने हैं। आरोप है कि सहायक अभियंता ने एक चैनल के पत्रकार से बोल दिया कि आरती के कहने पर जेसीबी भेजी गई। जबकि, मौके पर क्षेत्रीय विधायक रेणु बिष्ट की मौजूदगी इंटरनेट मीडिया पर जारी वीडियो से पुष्ट हो गई थी। जिला पंचायत सदस्य आरती ने लोनिवि के मुख्य अभियंता से सहायक अभियंता की शिकायत करते हुए झूठे आरोप लगाने पर कार्रवाई की मांग की है।
मेरा कोई लेना-देना नहीं
जिला पंचायत सदस्य उमरोली (यमकेश्वर) आरती गौड़ ने बुधवार को लोनिवि के मुख्य अभियंता को पत्र भेजा है। इसमें उन्होंने कहा कि लोनिवि दुगड्डा के सहायक अभियंता सत्यप्रकाश की ओर से वनन्तरा रिसार्ट गंगा भोगपुर को ध्वस्त करने के लिए जो जेसीबी मशीन भेजी गई थी, उससे उनका कोई लेना-देना नहीं है।
महिला पत्रकार का आया था फोन
27 सितंबर को उन्हें एक महिला पत्रकार का फोन आया था, जो स्वयं को एक चैनल से बता रही थी। फोन पर उसने पूछा कि रिसार्ट तोड़ने के लिए क्या मशीन आपने मंगाई थी। इस पर पत्रकार ने उनका वर्जन मांगा था। आरती ने कहा कि चैनल की पत्रकार के मुताबिक लोनिवि के सहायक अभियंता सत्यप्रकाश की ओर से यह जानकारी दी गई है।
जेसीबी आधी कार्रवाई करके लौटी
बताया कि उस रात उन्होंने विभाग के अन्य सहायक अभियंता अनुज चौहान को फोन करके पूछा था कि जेसीबी किसकी ओर से भेजी गई है। जेसीबी आधी कार्रवाई करके लौट गई थी, जिससे इस मामले में स्थानीय लोगों में भ्रम की स्थिति थी। सहायक अभियंता अनिल चौहान ने इस मामले में जानकारी होने से मना कर दिया।
एसडीएम और विधायक ने मशीन भेजने को कहा था
आरती ने बताया कि इसके बाद उन्होंने सहायक अभियंता सत्यप्रकाश को फोन मिलाया और पूछा कि जेसीबी मशीन आपकी है, तो इस पर उन्होंने ‘हां’ में जवाब दिया। पूछने पर उन्होंने बताया कि एसडीएम और विधायक ने मशीन भेजने को कहा था। स्थिति को और स्पष्ट करने के लिए उन्होंने महिला पत्रकार को कान्फ्रेंसिंग में लिया तो सहायक अभियंता ने उन पर आरोप लगाया कि मशीन के लिए आपने ही फोन किया था। इसकी रिकार्डिंग महिला पत्रकार के फोन पर भी होगी।
सहायक अभियंता को निलंबित करने की मांग
जिला पंचायत सदस्य ने कहा कि उनकी मांग या दबाव में सहायक अभियंता सत्यप्रकाश ने रिसार्ट कैसे ध्वस्त कर दिया। अगर जिला पंचायत सदस्य के कहने पर वह इतना बड़ा अपराध कर सकते हैं तो किसी बड़े अधिकारी या नेता के दबाव में तो कुछ भी कर देंगे।
- उन्होंने मुख्य अभियंता से मामले की तत्काल जांच कर सहायक अभियंता सत्यप्रकाश को निलंबित करने की मांग की है। पत्र की प्रति डीएम, एसएसपी, अधिशासी अभियंता और उप जिलाधिकारी को भी भेजी गई है।
एई का मोबाइल पूरे दिन स्विच आफ
इस पूरे मामले में लोनिवि के सहायक अभियंता सत्यप्रकाश से बुधवार सुबह फोन मिलाया गया तो फोन रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद फिर कोशिश की गई तो स्विच आफ आ रहा था। एक बार फिर शाम को उनसे बात करने की कोशिश की गई तो उनका मोबाइल फिर से बंद आ रहा था।
लोनिवि के पास जेसीबी है ही नहीं
इस पूरे मामले में लोनिवि दुगड्डा के अधिशासी अभियंता डीबी सिंह ने बताया कि जब विभाग के पास कोई जेसीबी है ही नहीं तो भेजेंगे कहां से। सहायक अभियंता सत्यप्रकाश ने यह बात किस आधार पर कही, यह तो उनसे जानकारी लेने पर ही स्पष्ट हो पाएगा। कुल मिलाकर जेसीबी को लेकर जंग थमने का नाम नहीं ले रही।