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    दून की महिला आरक्षी अंजना ने किया वुशू एनआइएस में टॉप

    उत्तराखंड पुलिस की सीपीयू में आरक्षी के पद पर तैनात दून की अंजना ने एनआइएस कोचिंग डिप्लोमा कोर्स वुशू खेल में टॉप किया है। उन्होंने सफलता का श्रेय कोच व माता-पिता को दिया।

    By Edited By: Updated: Thu, 10 May 2018 05:06 PM (IST)
    दून की महिला आरक्षी अंजना ने किया वुशू एनआइएस में टॉप

    देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड पुलिस की सीपीयू में आरक्षी के पद पर तैनात दून की अंजना ने एनआइएस कोचिंग डिप्लोमा कोर्स वुशू खेल में टॉप किया है। इस उपलब्धि पर उन्हें सत्र के समापन समारोह में पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर ने सम्मानित किया। 

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    अंजना ने पिछले साल नेताजी सुभाष चंद्र नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पो‌र्ट्स (एनआइएस) पटियाला में वुशू कोचिंग कोर्स के डिप्लोमा के लिए प्रवेश लिया था। अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर अपने प्रदर्शन की चमक बिखेर चुकीं अंजना को उत्तराखंड पुलिस स्पो‌र्ट्स कंट्रोल बोर्ड के सचिव एडीजी अशोक कुमार ने पुलिस की वुशू टीम तैयार करने के लिए कोर्स करने भेजा।

    सत्र 2017-18 में कुल 262 छात्र एनआइएस में डिप्लोमा कोर्स कर रहे थे, जिनमें वुशू खेल में अंजना सर्वाधिक अंकों के साथ टॉपर रहीं। उन्होंने बताया कि डिप्लोमा पूरा करने के बाद एनआइएस पटियाला में ही उन्हें दो महीने के लिए इंटर्नशिप का मौका मिल गया है। अब वे जुलाई में लौटेंगी।

    खेल कॅरिअर की बात की जाए तो अंजना सीनियर स्तर पर अब भी उत्तराखंड के लिए खेलती हैं। साथ ही प्रशिक्षण भी दे रही हैं। सेंट्रल जोन वुशू चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक और सीनियर चैंपियनशिप में रजत पदक अब तक की उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है। 

    उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय कोच पीएस गिल के साथ ही माता-पिता को दिया है। निश्शुल्क प्रशिक्षण देती हैं अंजना वुशू खिलाड़ियों को तैयार करने में अंजना की भूमिका अहम है। वे यमुना कॉलोनी में प्रशिक्षण देती हैं और उनके पास करीब 45 बच्चे प्रशिक्षण लेते हैं। यह सभी बच्चे आर्थिक रूप से कमजोर हैं। 

    इन बच्चों की खेल सामग्री का खर्च भी वे खुद उठाती हैं। अंजना का कहना है कि पिछले एक साल से वे दून में नहीं हैं, लेकिन इस दौरान उनकी बहन काजल रानी बच्चों को प्रशिक्षण दे रही हैं।

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