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    पौड़ी: अनिल बलूनी ने पैतृक गांव पहुंच ग्रामीणों के साथ मनाया इगास पर्व, पलायन रोकने का दे गए संदेश

    By Raksha PanthriEdited By:
    Updated: Sun, 14 Nov 2021 10:37 PM (IST)

    राज्य सभा सदस्य अनिल बलूनी अपनी पत्नी दीप्ति बलूनी और दो बच्चों के साथ रविवार को इगास का पर्व मनाने पैतृक गांव विकासखंड कोट के नकोट पहुंचे। ग्रामीणों के साथ इगास मनाया। कहा कि आने वाले समय में राज्य में इगास पर्व को भव्य रूप से मनाने की जरूरत है।

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    पौड़ी: इगास मनाने अपने पैतृक गांव नकोट पहुंचे अनिल बलूनी, ग्रामीणों ने किया स्वागत।

    जागरण संवाददाता, पौड़ी: राज्य सभा सदस्य अनिल बलूनी अपनी पत्नी दीप्ति बलूनी और दो बच्चों के साथ रविवार को इगास का पर्व मनाने पैतृक गांव विकासखंड कोट के नकोट पहुंचे। यहां उन्होंने ग्रामीणों के साथ इगास मनाया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आने वाले समय में राज्य में इगास पर्व को भव्य रूप से मनाने की जरूरत है ताकि लोग अपने गांव लौटें और पलायन को रोका जा सके। कहा कि इस दिशा में कार्य किया जाएगा।

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    सांसद अनिल बलूनी के नकोट गांव पहुंचने पर क्षेत्रीय विधायक मुकेश कोली, ग्रामीणों के अलावा विभिन्न क्षेत्रों से नकोट पहुंचे क्षेत्रवासियों ने उनका भव्य स्वागत किया। उन्होंने कुछ समय परिवार के साथ कुलदेवी, नागराजा और पितरों की पूजा-अर्चना की और ग्रामीणों के साथ मिलकर इगास पर्व मनाया। इस दौरान उन्होंने सबको इगास की शुभकमानाएं देते हुए कहा कि इगास का कार्यक्रम केवल त्योहार मनाने का नहीं है। कहा कि जो हमारे गांव निर्जन हो रहे हैैं, उसे आबाद करने की यह लड़ाई है। पहाड़ का जो प्रतिनिधित्व कम हो रहा है, यह उस लड़ाई की शुरुआत है। सांसद बलूनी ने कहा कि हमारे जो सीमावर्ती गांव खाली हो रहे हैं, वह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला है। कहा कि हम इगास पर्व को उत्तराखंड की आर्थिकी से जोडऩा चाहते हैं।

    सांसद बलूनी ने कहा कि उत्तराखंड की हमारी विशिष्ठ पहचान है। इसलिए हमें भी इस प्रकार के त्योहारों को अपनाना चाहिए। कहा कि उन्होंने पिछले तीन-चार वर्षों से इसकी शुरुआत की है और आज पूरा राज्य त्योहार मना रहा है। उन्होंने इगास पर अवकाश घोषित करने को लेकर राज्य सरकार का भी आभार जताया। कहा कि इगास पर्व को आने वाले दिनों में और वृहद रूप दिया जाएगा और एक दिन की बजाय कई दिन मनाएंगे, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा। इस मौके पर सांसद बलूनी की चाची सुलोचना देवी, विधायक मुकेश कोली, आचार्य अनुसूया प्रसाद, जगत किशोर बड़थ्वाल, क्रांति किशोर नेगी, अनूप देवरानी, सुषमा रावत, सतीश लखेड़ा आदि शामिल थे।

    वर्ष 2019 में आए थे संबित पात्रा

    बलूनी अपने लोक पर्वों को मनाने और अपना वोट अपने गांव अभियान के माध्यम से अपनी जड़ों और संस्कृति से जुडऩे की अपील करते रहे हैं। वर्ष 2019 में कैंसर से अस्वस्थ होने पर उनके मित्र और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा उनके गांव नकोट इगास मनाने पहुंचे थे। उनके साथ विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल भी थे।

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