Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Coronavirus: चौंका रही है कोरोना वायरस की उम्र, बचाव के लिए अपनाएं ये तरीके

    By Bhanu Prakash SharmaEdited By:
    Updated: Wed, 11 Mar 2020 08:11 PM (IST)

    विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक कोरोना वायरस स्किन पर महज 10 मिनट ही जिंदा रह पाता है। ऐसे में किसी मेटल या संक्रमित चीज को छूने के बाद अच्छे से हाथ धोकर बचाव किया जा सकता है।

    Coronavirus: चौंका रही है कोरोना वायरस की उम्र, बचाव के लिए अपनाएं ये तरीके

    देहरादून, जेएनएन। चीन के वुहान से शुरू होकर दुनियाभर में फैले कोरोना के कहर से लोग खौफजदा हैं। उनके मन में इसे लेकर कई तरह के सवाल भी हैं। जिनमें एक है कि वायरस कितने वक्त तक जिंदा रह सकता है। अमेरिका के सेंटर फॉर डिजिज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक, कोरोना वायरस शरीर से बाहर 9 दिन तक जिंदा रह सकता है, जबकि मेटल पर ये करीब 12 घंटे तक जिंदा रह सकता है। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, स्किन पर ये वायरस महज 10 मिनट ही जिंदा रह पाता है। ऐसे में किसी मेटल या संक्रमित चीज को छूने के बाद अच्छे से हाथ धोकर इसकी चपेट में आने से बचाव किया जा सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आपका मोबाइल किसी संक्रमित व्यक्ति ने छुआ है तो वो इंफेक्टेड हो सकता है। 

    कोरोना वायरस मोबाइल फोन की स्क्रीन पर 48 घंटे और बैकपैनल के प्लास्टिक का होने पर 9 दिन तक जिंदा रह सकता है। वहीं, अगर बैक पैनल मैटल का है तो उस पर कोरोना वायरस 12 घंटे तक बना रहेगा। इसलिए मोबाइल फोन को साफ जगह पर रखना बेहतर होगा। वहीं, किसी कपड़े पर ये वायरस 9 घंटे तक रहता है। हालांकि, कपड़े को 2 घंटे सूरज की रोशनी में सुखाने पर वायरस खत्म हो सकता है। 

    वायरस को निस्तेज करेगी गर्मी 

    गर्मी में वायरस यूं तो कमजोर पड़ जाते हैं पर अभी तक इसका सीधा कनेक्शन सामने नहीं आया है। कोरोना वायरस भूमध्य रेखा के समीप देशों जैसे सिंगापुर में भी फैल रहा है, हां इसका प्रभाव कम तापमान वाले देशों में ज्यादा है। 

    तर्क दिया जा रहा है कि दक्षिण अफ्रीका के कुछ हिस्सों में गर्मी ज्यादा होने केकारण ही वहां कोरोना वायरस नहीं फैल पाया है। इसलिए ये कहना कि अप्रैल कि आते-आते आपको इसका असर कम होने लगेगा पूरी तरह से गलत भी नहीं है।

    युवाओं के मुकाबले बजुर्गों में खतरा ज्यादा 

    युवाओं में संक्रमण का खतरा सबसे कम, बुजुर्ग रहें सावधान कोरोना वायरस के संक्रमण से संबंधित एक रिपोर्ट के मुताबिक युवा इस वायरस से वृद्धों की तुलना में कम संख्या में संक्रमित हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार मात्र 2.4 प्रतिशत मामलों में ही 18 या उससे ज्यादा उम्र के लोग संक्रमित हुए हैं। 70 साल से ज्यादा के लोगों में ये  8 प्रतिशत जबकि 80 से ज्यादा उम्र के लोगों में 14.8 प्रतिशत है।

    कोरोना से जुड़े भ्रम और हकीकत

    - मास्क पहन लेने से आप वायरस से सुरक्षित हैं ये एक भ्रांति मात्र है, कोरोना वायरस हवा से कहीं ज्यादा सरफेस पर पाया जाता है। इसलिए सार्वजनिक और भीड़ भाड़ वाली जगह को छूने से बचें, किसी बीमार व्यक्ति के सीधे संपर्क में न आएं और घर आकर सबसे पहले हाथ धुलें। गंदे हाथ को मुंह में डालना, आंखें मलना आदि ज्यादा खतरनाक है। इसलिए मास्क उनके लिए ज्यादा जरूरी है जिनमें लक्षण हैं, और मास्क भी विशेष तौर पर डिजाइन किए गए। 

    -हैंड सैनिटाइजर ही हाथ साफ करने का विकल्प है, एक अफवाह ये भी है जिसके कारण लोग परेशान हैं। किसी भी सामान्य साबुन से अच्छी तरह हाथ धुलना ही पर्याप्त है। सैनिटाइजर जरूरी है ये सिर्फ भ्रांति है।

    -शराब पीने से, गरम पानी पीने से, काली मिर्च और अदरक के सेवन से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है, ऐसी बातें उचित नहीं हैं। 

    कोरोना से बचाव को इम्यूनिटी बनाएं स्ट्रांग

    कोरोना वायरस एक बड़ा खतरा बन गया है। ऐसे में जरूरी हैं कि आप शरीर को मजबूत बनाएं। ताकि वायरस अपना असर ही ना दिखा सके। वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. नवीन जोशी के अनुसार कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को संक्रमण जल्दी होता है। खासतौर से बच्चों और बुजुर्गों। ऐसे में आपको शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने की जरूरत है। ताकि बीमारी पास भी न फटके। 

    अदरक: अदरक में एंटीऑक्सिडेंट और इंफ्लेमिट्री कंपाउंड पाया जाता है। एंटीवायरल और जिंजरॉ से भरपूर अदरक आपकी इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है। 

    हल्दी: एंटीऑक्सिडेंट और इंफ्लेमिट्री कंपाउंड से भरपूर हल्दी आपके शरीर को एलर्जी से लडऩे के काबिल बनाता है। ये आपकी इम्यूनिटी को मजबूत बनाता है। गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी पाउडर डालकर पीना बहुत ही सेहतमंद होता है।

    अलसी: अलसी के छोटे-छोटे बीज आपको कई तरह की बीमारियों के जोखिम से बचाते हैं। यह आपके दिल से लेकर दिमाग तक को स्वस्थ रखता है। इसमें एंटी एलर्जिक सीलियम और ओमेगा-3 फैटी ऐसिड होता है। एक चम्मच अलसी के बीज को गरम दूध के साथ पीने से या फिर सलाद या दही के साथ इसका सेवन करने से आपकी इम्यूनिटी बढ़ती है।

    दालचीनी: पॉलिफेनॉल्स और प्लांट एंटीऑक्सिडें से भरपूर दालचीनी आपकी इम्यूनिटी दुरुस्त रखती है। खासकर सर्दी और सीजनल फ्लू में यह अपने एंटी वायरल और एंटी फंगल गुणों के कारण दवा का काम करता है। सब्जी में मसाले के रूप में तो दालचीनी प्रयोग होता ही है, आप दालचीनी की चाय का सेवन भी कर सकते हैं।

    यह भी पढ़ें: Coronavirus: केंद्र ने तैयारियों के संबंध में उत्तराखंड से लिया फीडबैक

    तुलसी: एंटी वायरल और एंटी इन्फ्लेमेट्री जैसे औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी कई बीमारियों का इलाज है। यह आपकी इम्यूनिटी बढ़ाती है। तुलसी के पत्तों का खाली पेट सेवन करना बहुत फायदेमंद है। हर दिन तुलसी की 5 पत्तियां, एक चम्मच शहद के साथ खाने से रोगों से लडऩे की आपकी क्षमता बढ़ती है। इसके साथ तीन से चार काली मिर्च के दाने भी चबाना फायदेमंद होगा।

    यह भी पढ़ें: Coronavirus: यदि स्वस्थ हो तो मास्क की नहीं है जरूरत Dehradun News

    comedy show banner
    comedy show banner