Rishikesh: नो पार्किंग जोन में गाड़ी खड़ी करने वालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई, शासन ने किए ये इंतजाम
Rishikesh ऋषिकेश शहर में लगातार बिगड़ती ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए पुलिस ने अहम कदम उठाया है। निदेशक यातायात उत्तराखंड के निर्देश पर ऋषिकेश में रविवार को ट्रैफिक पुलिस की टेक्निकल टीम ने ड्रोन उड़ाकर ट्रैफिक पर नजर रखने का ट्रायल भी ले लिया है। ड्रोन ने उड़ान भरकर ऋषिकेश मुनिकीरेती और लक्ष्मण झूला क्षेत्र में पार्किंग और नो पार्किंग स्थलों की फोटो वीडियो रिकॉर्ड की है।

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। ऋषिकेश शहर के ट्रैफिक जाम और नो पार्किंग में खड़े वाहनों पर अब ड्रोन से पुलिस नजर रखेगी। नो पार्किंग में खड़े होने वाले वाहनों के चालान भी ड्रोन के माध्यम से ऑनलाइन काटे जाएंगे। उत्तराखंड के महानिदेशक यातायात एम मोहसिन ने बताया कि राजधानी के बाद अब ऋषिकेश में यह व्यवस्था लागू हो जाएगी। ड्रोन की व्यवस्था आउटसोर्स होगी जनपद देहरादून में इसके लिए 10 लाख रुपये बजट की व्यवस्था की गई है।
शहर में लगातार बिगड़ती ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए पुलिस ने अहम कदम उठाया है। निदेशक यातायात उत्तराखंड के निर्देश पर ऋषिकेश में रविवार को ट्रैफिक पुलिस की टेक्निकल टीम ने ड्रोन उड़ाकर ट्रैफिक पर नजर रखने का ट्रायल भी ले लिया है। ड्रोन ने उड़ान भरकर ऋषिकेश, मुनिकीरेती और लक्ष्मण झूला क्षेत्र में पार्किंग और नो पार्किंग स्थलों की फोटो वीडियो रिकार्ड की है। ड्रोन के माध्यम से नजर रखने और आनलाइन चालान काटने की प्रक्रिया से पहले पुलिस ने लोग को जागरूक होने की अपील की है।
18 अक्टूबर से शुरू की जाएगी कार्रवाई
यातायात पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर 18 अक्टूबर से ऋषिकेश में ड्रोन उड़ाकर नो पार्किंग में खड़े वाहनों पर नजर रख उनके चालान काटने की कार्रवाई शुरू की जाएगी। सबसे पहले चंद्रभागा पुल से लेकर जयराम चौक तक ड्रोन उड़ाकर पहली कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा। जिसके बाद नटराज चौक, गौरा देवी चौक, त्रिवेणी घाट, पुरानी चुंगी, कैलाश गेट, जानकी झूला पार्किंग, परमार्थ निकेतन, राम झूला पार्किंग सहित आसपास के इलाके में होने वाली नो पार्किंग पर नजर रख चालान काटे जाएंगे।
नो पार्किंग में खड़ी की गाड़ी तो कटेगा चालान
इस संबंध में ऋषिकेश मुनिकीरेती और लक्ष्मण झूला थाना पुलिस से आपसी सामंजस्य भी स्थापित कर लिया गया है। नो पार्किंग में यदि वाहन खड़े होने बंद होंगे तो ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलाने में काफी हद तक मदद मिलेगी और लोग को ट्रैफिक जाम से जूझना नहीं पड़ेगा।
ट्रायल के लिए सप्ताहांत को चुना
ऋषिकेश और आसपास क्षेत्र में सप्ताहांत पर सबसे ज्यादा यातायात समस्या पैदा होती है। राफ्टिंग सहित कैंपिंग और क्षेत्र भ्रमण पर बड़ी संख्या में आसपास राज्यों से पर्यटक आते हैं। यातायात पुलिस की ओर से रविवार का दिन ही इसी कारण ड्रोन की ट्राई के लिए चुना गया। हालांकि ड्रोन की व्यवस्था सिर्फ देहरादून जनपद से जुड़े क्षेत्र के लिए की गई है। इतना जरूर है कि अन्य क्षेत्र से भी आने वाले ट्रैफिक पर जिस नजर रखी जा सकेगी और ट्रैफिक प्लान को हालात के अनुसार संचालित किया जा सकेगा।
कटेगा ऑनलाइन चालान
राजधानी देहरादून में यातायात पुलिस की ओर से ड्रोन के जरिए यातायात नियंत्रण और ऑनलाइन चालान की व्यवस्था की गई थी। इसके लिए 10 लाख रुपए बजट की व्यवस्था है। आउटसोर्स के जरिए ड्रोन की व्यवस्था की गई है। जिसमें हाई क्वालिटी और हाई रेजोल्यूशन के कैमरा का प्रयोग हो रहा है। ताकि ऑनलाइन चालान को लेकर प्रमाणिकता बनी रहे। इस व्यवस्था को अब ऋषिकेश में भी लागू किया जा रहा है।- एम मोहसिन, निदेशक यातायात उत्तराखंड पुलिस
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