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देहरादून में करीब 37 हजार फर्जी राशन कार्ड होंगे निरस्त, पढ़ि‍ए पूरी खबर

देहरादून में करीब 37 हजार फर्जी राशन कार्ड निरस्त होंगे। इसके लिए जिला पूर्ति विभाग की ओर से कार्रवाई शुरू भी कर दी गई है। स्मार्ट राशन कार्ड व्यवस्था पूरी तरह से लागू करने की दिशा में यह जरूरी कदम बताया जा रहा है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 07 Jan 2021 09:05 AM (IST)Updated: Thu, 07 Jan 2021 09:05 AM (IST)
देहरादून में करीब 37 हजार फर्जी राशन कार्ड निरस्त होंगे। फाइल फोटो

आयुष शर्मा, देहरादून। देहरादून में करीब 37 हजार फर्जी राशन कार्ड निरस्त होंगे। इसके लिए जिला पूर्ति विभाग की ओर से कार्रवाई शुरू भी कर दी गई है। इसकी जद में आधार कार्ड से नहीं जुड़ सके राशन कार्ड भी आएंगे। स्मार्ट राशन कार्ड व्यवस्था पूरी तरह से लागू करने की दिशा में यह जरूरी कदम बताया जा रहा है।

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राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में स्मार्ट राशन कार्ड योजना लांच करने के बाद से ही हर राशन कार्ड धारक का आधार कार्ड राशन कार्ड से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। दूसरे चरण में इन कार्डों को ऑनलाइन किए जाने पर जोर दिया गया। इसी के तहत हर राशन कार्ड का सत्यापन किया गया।

सत्यापन के दौरान विभाग को कई फर्जी राशन कार्ड भी मिले। ऐसे कार्डों को शासन के आदेश के बाद पूर्ति विभाग ने निरस्त करना शुरू कर दिया है। बता दें कि दून जिले में करीब पौने चार लाख राशन कार्ड हैं। जिसमें अकेले दो लाख दस हजार के करीब राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत बने सफेद राशन कार्ड हैं। करीब 15 हजार अंत्योदय कार्ड हैं और अन्य सभी राज्य खाद्य अधिनियम के तहत बने पीले राशन कार्ड हैं।

ये कार्ड होंगे निरस्त

पूर्ति विभाग के तय मानकों के अनुसार सबसे पहले वे राशन कार्ड निरस्त किए जाएंगे, जिनका सत्यापन कई दफा बोलने के बाद भी नहीं हो सका है। वहीं जो राशन कार्ड न्यूनतम मानक पूरे नहीं करते, जिन पीले राशन कार्ड धारकों की सालाना इनकम पांच लाख से ज्यादा हो चुकी है और जिनके राशन कार्ड एक से ज्यादा दुकानों में बने हैं वह भी निरस्त किए जाएंगे।

मुखिया का आधार नहीं जुड़ा तो पूरा कार्ड निरस्त

पूर्ति विभाग द्वारा स्मार्ट राशन कार्ड बनाने के लिए कुछ ऐसे मानक तय किए गए हैं, जो उपभोक्ताओं परेशान कर रहे हैं। खाद्य विभाग द्वारा तैयार वेबसाइट के अनुसार अगर किसी भी परिवार के मुखिया का राशन कार्ड आधार से अब तक नहीं जोड़ा गया है, तो पूरा कार्ड ही निरस्त हो जाएगा। सस्ता गल्ला विक्रेता परिषद इसके विरोध में उतर गई है। परिषद के अध्यक्ष जितेंद्र गुप्ता ने कहा कि मुखिया का आधार नहीं जुड़ने से पूरा कार्ड निरस्त किया जाना उचित नहीं। बताया कि कई परिवारों के मुखिया ऐसे हैं, जिनकी मौत हो चुकी है या कई ऐसे बुजुर्ग हैं जिनका आधार तक नहीं बना। ऐसे में पूरे परिवार को इसकी सजा नहीं मिलनी चाहिए। उन्होंने इस संबंध में जिला पूर्ति अधिकारी से लेकर खाद्य आयुक्त तक को ज्ञापन दिया है।

अगले हफ्ते से बटेंगे स्मार्ट कार्ड

देहरादून जिले में अगले हफ्ते से स्मार्ट राशन कार्डों का वितरण शुरू हो जाएगा। पहले चरण में करीब एक लाख उपभोक्ताओं को स्मार्ट राशन कार्ड बांटे जाएंगे। जिनकी कीमत 17 रुपये प्रति कार्ड होगी। पहले कार्ड दिसंबर तक बांटे जाने की तैयारी थी, लेकिन संबंधित एजेंसी से स्मार्ट कार्ड प्रिंट नहीं किए। जिससे कार्ड बंटने में देरी हुई है।

बोले अधिकारी

जसवंत सिंह कंडारी (जिला पूर्ति अधिकारी) ने कहा कि शासन की ओर से अब तक आधार से लिंक नहीं हो सके राशन कार्डों को निरस्त करने के आदेश हैं। अब चाहे इसका कारण कुछ भी हो। मुखिया का आधार नहीं मिलने पर कार्ड निरस्त करने का फीचर सॉफ्टवेयर में ही है। इसे सुधारने के लिए शासन में बात उठाई जाएगी।

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