गैरसैंण विकास को बनेगा 50 वर्षीय मास्टर प्लान, सुंदर और सुव्यवस्थित तौर पर विकसित होगा शहर
ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के समग्र विकास का 50 वर्षीय मास्टर प्लान आवास विभाग तैयार करेगा। पेयजल की मौजूदा और भविष्य की जरूरत का आकलन कर कार्ययोजना बनाई जा रही है। 50 बेड का उच्चस्तरीय सुविधायुक्त अस्पताल तैयार किया जाएगा।

रविंद्र बड़थ्वाल, देहरादून। ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के समग्र विकास का 50 वर्षीय मास्टर प्लान आवास विभाग तैयार करेगा। पेयजल की मौजूदा और भविष्य की जरूरत का आकलन कर कार्ययोजना बनाई जा रही है। 50 बेड का उच्चस्तरीय सुविधायुक्त अस्पताल तैयार किया जाएगा। विधानसभा परिसर में उच्च श्रेणी का उद्यान भी विकसित किया जाएगा। उत्तराखंड आंदोलन के दौरान जन भावनाओं का केंद्रबिंदु रहे गैरसैंण को सुंदर और सुव्यवस्थित शहर के तौर पर विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को अमलीजामा पहनाया जा रहा है।
मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने बताया कि गैरसैंण की मौजूदा और भविष्य की जरूरतों को चिह्नित कर मास्टर प्लान बनाने के निर्देश आवास विभाग को दिए गए हैं। ग्रीष्मकालीन राजधानी की आवश्यकता को देखते हुए पेयजल की व्यवस्था शीर्ष प्राथमिकता रहेगी। भविष्य की पेयजल आवश्यकता को ध्यान में रखकर संबंधित विभाग कार्ययोजना बनाएगा।
लोक निर्माण विभाग को क्षेत्र का मुआयना कर तमाम सड़कों का खाका तैयार करने को कहा गया है। गैरसैंण में अधिग्रहण के लिए आवश्यक भूमि के संबंध में तमाम विभाग प्रस्ताव राजस्व विभाग को उपलब्ध कराएंगे। अपर मुख्य सचिव, सचिव, अपर सचिव के कार्यालयों के साथ आवास संबंधी व्यवस्थाओं के बारे में सचिवालय प्रशासन और राज्य संपत्ति विभाग को मिलकर कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
सीएस की अध्यक्षता में नौ सदस्यीय समिति
गैरसैंण के सुनियोजित विकास को मुख्यमंत्री के निर्देशों के मुताबिक मुख्य सचिव की अध्यक्षता में नौ सदस्यीय समिति गठित की गई है। समिति में वन, आवास, शहरी विकास, पेयजल, सिंचाई, वित्त के प्रमुख सचिव या सचिव और मुख्यमंत्री के विशेष सचिव बतौर सदस्य शामिल किए गए हैं। मुख्य सचिव के निर्देश पर इस समिति में लोक निर्माण विभाग सचिव के साथ ही चमोली के जिलाधिकारी को भी बतौर सदस्य शामिल किया गया है।
स्मार्ट टाउनशिप के तौर पर होगा विकास
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बीती नौ नवंबर को राज्य स्थापना दिवस के मौके पर गैरसैंण के विकास के लिए 10 साल में 25 हजार करोड़ रुपये खर्च करने की घोषणा की थी। इसके तहत भराड़ीसैंण से चारों तरफ 70 किमी के दायरे को ग्रीष्मकालीन राजधानी परिक्षेत्र घोषित कर मास्टर प्लान के तहत विकसित किया जाएगा। स्मार्ट सिटी की तर्ज पर एकीकृत व्यवस्थाओं से लैस टाउनशिप विकसित करने की योजना है। इसमें ग्रीन बिल्डिंग कांसेप्ट को अपनाने के साथ ही सौर ऊर्जा के वैकल्पिक इंतजाम किए जाएंगे।

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