उत्तराखंड में 38वां राष्ट्रीय खेल: कल से 20 दिन तक देवभूमि में खेलों का रोमांच, इन 12 शहरों में उठा सकेंगे इसका आनंद
38th National Games in Uttarakhand उत्तराखंड में पहली बार आयोजित हो रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों के लिए राज्य पूरी तरह तैयार है। 8 जिलों के 12 शहरों में 35 खेलों का आयोजन होगा। इन खेलों में देशभर से करीब 10 हजार से ज्यादा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। 26 जनवरी से शुरू हो रहे इन खेलों का औपचारिक उद्घाटन 28 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।

राज्य बनने के बाद पहली बार देवभूमि उत्तराखंड में होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों के लिए उत्तराखंड पूरी तरह से तैयार है। आठ जिलों के 12 शहरों में 35 खेलों का आयोजन किया जाएगा। इन खेलों के लिए पूरे देश के करीब दस हजार से ज्यादा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हिस्सा लेंगे।
संकल्प से शिखर तक टैग लाइन और ग्रीन गेम्स थीम पर होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों की 26 जनवरी से शुरुआत हो जाएगी। 26 जनवरी को ट्रायथलान के मुकाबले शुरू हो जाएंगे। हालांकि खेलों का औपचारिक उद्घाटन 28 जनवरी को देहरादून के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे।
14 फरवरी तक होने वाले इस समारोह में देश के सभी राज्यों के करीब दस हजार राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। राष्ट्रीय खेलों में 35 खेलों से जुड़ी 47 स्पर्धाओं का आयोजन किया जा रहा है। इनमें दो प्रदर्शनी खेल भी शामिल हैं। देहरादून से हिमांशु जोशी की रिपोर्ट....
खिलाड़ियों की ड्रेस में दिखेगी उत्तराखंड की झलक
राष्ट्रीय खेलों में राज्य के खिलाड़ियों के लिए तैयार किए गए ड्रेसकोड में उत्तराखंड की प्राकृतिक और सांस्कृतिक विरासत के रंग नजर आएंगे। इन रंगों में परंपरा और आधुनिकता का मिश्रण है। खिलाड़ियों के लिए हिमालयन ब्लू और चारकोल ग्रे रंग की जसीं तैयार की गई है।
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इसमें गोल्डन यलो और पेपण रेड की धारियों का इस्तेमाल किया गया है। जसीं में रजत जयंती वर्ष यानी उत्तराखंड के 25वें साल में प्रवेश का जिक्र किया गया है। ड्रेस में उठवें राष्ट्रीय खेल का विशिष्ट लोगो भी लगा है। इसमें राज्य पक्षी मौली, उगता सूरज और बफीले पहाड़ है, जो पहाड़ के लोगों के प्रकृति के प्रति लगाव को दर्शाता है।
उत्तराखंड में होने वाले राष्ट्रीय खेलों के लिए तैयार बैडमिंटन हाल। राजेश बड़थ्वाल
पहली बार एक ही प्रदेश में होंगे सभी इवेंट
राष्ट्रीय खेलों में उतराखंड सभी स्वधाओं को अपने ही राज्य में आयोजित करने वाला पहला स्टेट होगा। अभी तक देखने में आया है कि खेलों की मेजबानी किसी भी प्रदेश के पास रही हो, शाटगन शूटिंग और साइकिलिंग इवेंट के लिए उन्हें दिल्ली का रुख करना पड़ा है। अब 380 राष्ट्रीय खेल की मेजबानी कर रहा उत्तराखंड इस मामले में पहली बार अपने को आत्मनिर्भर साबित करने जा रहा है। राष्ट्रीय खेल के सभी इवेंट उत्तराखंड में ही संपन्न होगे।
2,025 छात्र शंखनाद से करेंगे आगाज
उद्घाटन समारोह का आगाज 2,025 स्कूली छात्र- छात्राएं शंखनाद के जरिये करेंगे। इस कार्यक्रम में राज्य के विभिन्न शहरों के गुरुकुल, संस्कृत विवि, स्कूल व कालेजों के बच्चे शंख बजाकर लाइव प्रस्तुति देंगे। साथ ही, संस्कृत के श्लोकों का सामूहिक उच्चारण कर सनातन संस्कृति का संदेश देशभर में दिया जाएगा। पाश्र्वगायक जुबिन नौटियाल, पवनदीप राजन व पांडवास भी अपनी प्रस्तुति देंगे।
उत्तराखंड में होने वाले राष्ट्रीय खेलों के लिए तैयार लान टेनिस मैदान। राजेश बड़थ्वाल
उत्तराखंड के पारंपरिक व्यंजनों का आनंद
राष्ट्रीय खेलों में देश भर से उत्तराखंड पहुंचने वाले खिलाड़ियों और अतिथियों को पहाड़ के पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद लेने का भी मौका मिलेगा। पौष्टिकता और स्वाद से भरपूर कंडाली का साग, झंगोरा राइस, तिल खिचड़ी, चना दाल फाणू, झंगोरा की खिचड़ी, गहत की दाल, आलू की थिच्यौणी, आलू गुटुक और बाड़ी खिलाड़ियों को लंच और डिनर में परोसा जाएगा।
पहली वार खेलेगी नेटबाल, फुटवाल और महिला रग्बी टीम
उत्तराखंड की नेटबाल टीम पहली बार राष्ट्रीय खेलों में हिस्सा लेगी। टीम ने पिछले साल बेंगलुरु में हुई मिक्स नेटबाल चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन किया था। राष्ट्रीय खेलों की तैयारी को लेकर खिलाडी लंबे समय से अभ्यास कर रहे हैं। इसके अलावा पहली बार राज्य की महिला रग्बी टीम भी नेशनल • खेलों में पहली बार हिस्सा लेगी।
रायपुर स्पोटर्स कालेज में अलकनंदा मैदान रिर्हसल करते छात्र-छात्राएं। जागरण
उत्तराखंड की टीम 25 साल में पहली बार राष्ट्रीय खेलों के संस्करण में हिस्सा लेने जा रही है। हैरत की बात यह है कि उत्तराखंड का राज्य खेल फुटबाल ही है, लेकिन आज तक राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड की टीम टाप-8 में शामिल नहीं हो सकी। इस बार मेजबान होने के चलते उत्तराखंड को राष्ट्रीय खेलों में खेलने का मौका मिल रहा है।
खेल निदेशालय बना अस्थायी पीएमओ
राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन को देखते हुए खेल निदेशालय को अस्थायी प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में तब्दील किया गया है। प्रधानमत्री के पहुंचने से पहले ही पीएमओ के अधिकारी खेल निदेशालय में कैंप करेंगे और व्यवस्थाओं को लेकर आवश्यक इंतजाम करेंगे।
मैदानों में लगाए जाएंगे टीएसआर
राष्ट्रीय खेलों में खिलाड़ियों की रफ्तार, समय और नतीजे मापने के लिए सभी खेल मैदानों पर टाइम स्कोरिंग एंड रिजल्ट (टीएसआर) सिस्टम लगाए जाएंगे। इससे प्रतियोगिता में सटीक परिणाम मिलने 300 के साथ किसी भी तरह के विवाद की स्थिति में निर्णायक सही फैसला ले सकेंगे।
शुभांकर मौली। जागरण
रजत जयंती परिसर बना खेल गांव
राष्ट्रीय खेलों के लिए रायपुर स्थित रजत जयंती खेल परिसर को मिनी खेल गांव में तब्दील किया जा रहा है। यह खिलाड़ियों के लिए चेंजिंग रूम, रेस्ट रूम, डायनिंग एरिया, आर्ट गैलरी समेत विभिन्न गतिविधियों के लिए भव्य पांडाल बनाए जा रहे हैं। हालांकि खिलाड़ियों के ठहरने की व्यवस्था परिसर के बजाय होटलों में की है।
खिलाड़ियों के लिए ग्रीन कॉरिडोर
खिलाड़ियों को आवासीय परिसर से खेल मैदान तक जाते समय जाम की समस्या का सामना न करना पड़े, इसके लिए मार्ग को ग्रीन कारिडोर में तब्दील किया जाएगा। आमजन के लिए इतने समय तक रूट डायवर्ट रहेंगे।
रायपुर स्पोर्ट्स कालेज में नवनिर्मित गंगा एथलेटिक्स ट्रेक। अनिल डोगरा
14 देशों से खरीदे गए 14 खेल उपकरण, 20 खेलों के उपकरण स्वदेशी
राष्ट्रीय खेलों के लिए 14 खेलों के उपकरण 14 देशों से खरीदे गए हैं। जबकि 20 खेलों के उपकरण भारत से ही खरीदे जाएंगे। वेटलिफ्टिंग के उपकरण स्वीडन, जिमनास्टिक के उपकरण फ्रांस, बाक्सिंग के जर्मनी, शूटिंग के स्विट्जरलैंड, लानबाल के यूके व आस्ट्रेलिया, वुशु के जापान, एक्वेटिक्स के स्वीडन, जापान, अमेरिका, जूडो के इटली, बैडमिंटन के जापान व ताइवान, फेंसिंग के अमेरिका व इटली, एथलेटिक्स के स्वीडन व हंगरी, रेसलिंग के अमेरिका, रोइंग के पुर्तगाल और कयाकिंग, कैनोइंग के उपकरण स्लोवाकिया व पौलेंड से खरीदे गए हैं।
रायपुर स्पोटर्स कालेज में नवनिर्मित गंगा एथलेटिक्स ट्रेक को तैयार करते श्रमिक। जागरण
राष्ट्रीय खेलों से बाहर हुई गोल्फ स्पर्धा
उत्तराखंड में होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों से गोल्फ स्पर्धा को बाहर कर दिया गया है। भारतीय गोल्फ संघ (आइजीयू) की तकनीकी टीम ने देहरादून में उपलब्ध गोल्फ कोर्स को राष्ट्रीय खेलों के लिहाज से अनुपयुक्त बताया, जिसके बाद भारतीय ओलिंपिक संघ ने यह निर्णय लिया है।
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स्मार्ट एथलेटिक्स ट्रैक
महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स मैदान में अंतरराष्ट्रीय स्तर का एथलेटिक्स ट्रैक बनकर तैयार हो चुका है, इसमें इलेक्ट्रानिक चिप लगाई गई है, जिसके माध्यम से खिलाड़ी के दौड़ने से संबंधित सटीक विवरण कंप्यूटर को सीधे मिलेगा। यह स्मार्ट सिंथेटिक ट्रैक सर्वश्रेष्ठ मानी जाने वाली ग्रीस के रबर पार्टिकल से बनाया गया है। इस तरह की तकनीक और सामग्री से लैस देश के अभी सिर्फ दो या तीन ही ट्रैक उपलब्ध है।
- 3,674 पदकों के लिए करीब दस हज़ार राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी करेंगे प्रतिभाग
- 14 फरवरी को हल्द्वानी में समापन समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु होंगी शामिल
- 4,500 आफिशियल, तकनीकी और सपोर्टिंग स्टाफ भी राष्ट्रीय खेलों में पहुंचेगा
5000 वाहनों की हो सकेगी पार्किंग
राष्ट्रीय खेलों के लिए राजधानी में 30 हजार से अधिक खिलाड़ियों, सपोर्टिंग स्टाफ व वालिंटियर आने की संभावना है। खेल देखने के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी पहुंचेगे। करीब पांच हजार छोटे-बड़े वाहनों के लिए पार्किंग व्यवस्था की जा रही है। स्पोर्ट्स कालेज और परेड ग्राउंड के आसपास पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
सीट बुक करने को परेड ग्राउंड में पंजीकरण
राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन समारोह में करीब 25,000 लोगों के बैठक की व्यवस्था है। आम लोगों के लिए राष्ट्रीय खेलों की सीट बुक करने के लिए परेड ग्राउंड में पंजीकरण काउंटर बनाया गया है। यहां आम लोग जाकर निश्शुल्क पंजीकरण के लिए पहुंच रहे हैं।
दौड़ लगाओ और फिट रहो : राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन समारोह को लेकर तैयारिंयां जोरों पर हैं। देहरादून के रायपुर में महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कालेज में दीपाली डिजाइंस की ओर से वेस्ट मेट्रेरियल से एथलीट की प्रतिमा तैयार की जा रही है। इसे रनिंग मैन नाम दिया गया है और इसके निर्माण में निष्प्रायोज्य टेनिस गेंद, फुटबाल, क्रिकेट बैट-बाल, स्केटिंग, क्रिकेट पैड, ग्लब्ज, हाकी आदि खेल समाग्रियों को लगाया गया। यह आकृति इन दिनों लोगों के आकर्षण का केंद्र बन रही है।-अनिल डोगरा।
मेडल हो या ट्राफी, सब कुछ कचरे से हो रहा तैयार
ग्रीन गेम्स की थीम पर हो रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों में रीसाइकिल ई-वेस्ट से बनी सामग्री का प्रयोग किया गया है। खिलाड़ियों को दिए जाने वाले मेडल, ट्राफी, मोमेंटो, शाल, टोपी या फिर खेलों के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले कप, प्लेट, बर्तन, थर्मस आदि सभी सामग्री ई-वेस्ट से तैयार किए गए हैं। राष्ट्रीय खेलों के निमंत्रण पत्र भी ई-वेस्ट से ही बनाए गए हैं।
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