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पिछली सांसद निधि के 26 करोड़ रुपये हैं बकाया, नए काम ठप

हमारे माननीय सांसद अपने लोकसभा क्षेत्र के विकास कार्यों में बेहद सुस्त हैं। यही वजह है कि पिछली लोकसभा में प्राप्त सांसद निधि के 26 करोड़ रुपये खर्च नहीं किए जा सके

By Sunil NegiEdited By: Published: Fri, 14 Feb 2020 05:18 PM (IST)Updated: Fri, 14 Feb 2020 07:55 PM (IST)
पिछली सांसद निधि के 26 करोड़ रुपये हैं बकाया, नए काम ठप
पिछली सांसद निधि के 26 करोड़ रुपये हैं बकाया, नए काम ठप

देहरादून, जेएनएन। हमारे माननीय सांसद अपने लोकसभा क्षेत्र के विकास कार्यों में बेहद सुस्त हैं। यही वजह है कि पिछली लोकसभा में प्राप्त सांसद निधि के 26 करोड़ रुपये खर्च नहीं किए जा सके। वहीं, 3342 कार्य अब भी शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में नई लोकसभा के काम छह माह बाद भी दूर की कौड़ी बने हुए हैं।

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सांसदों को प्रति वर्ष पांच करोड़ रुपये की निधि ढाई-ढाई करोड़ की दो किश्त में जारी की जाती है। दूसरी किश्त तभी मिलती है, जब पहले जारी निधि के खर्च का विवरण उपलब्ध करा दिया जाता है। पिछली लोकसभा में ब्याज सहित सांसदों को 129.66 करोड़ रुपये मिलने थे। लेकिन, विकास कार्यों की सुस्त रफ्तार के चलते 99.66 करोड़ रुपये ही मिल पाए और हमारे माननीय इसमें से भी 78.95 करोड़ रुपये ही खर्च कर सके।

पूर्व से ही चली आ रही खर्च की सुस्त चाल का नतीजा है कि नई लोकसभा के गठन के छह माह बाद भी सिर्फ टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह को ढाई करोड़ रुपये जारी किए जा सके हैं। हालांकि, इस धनराशि से भी अब तक कोई काम नहीं किया गया है।

सांसदों का खर्चमीटर (पिछली लोसकभा)

  • अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा: ब्याज सहित 26.33 करोड़ रुपये मिले और 13.10 करोड़ रुपये ही दिसंबर 2019 तक खर्च किए जा सके। इस तरह 50 फीसद धनराशि खर्च नहीं हो पाई।
  • ऊधमसिंहनगर सांसद भगत सिंह कोश्यारी: 25.60 करोड़ रुपये मिले और खर्च किए गए 17.95 करोड़। 30 फीसद धनराशि नहीं हो पाई खर्च।
  • टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह: 26.34 करोड़ रुपये की निधि में से 17.90 करोड़ रुपये दिसंबर 2019 तक खर्च। 22 फीसद धनराशि शेष।
  • पौड़ी सांसद बीसी खंडूड़ी: कुल 12.81 करोड़ रुपये जारी किए गए और 10.01 करोड़ रुपये खर्च हुए। 22 फीसद धनराशि अभी बाकी।
  • हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक: 26.05 करोड़ रुपये मिले और 19.97 करोड़ रुपये खर्च किए जा सके। 23 फीसद धनराशि अभी भी अवशेष। 

50 फीसद काम ही हो सके पूरे

पिछली लोकसभा के कार्यकाल में हमारे सांसदों ने 9128 कार्य स्वीकृत कराए थे। इसमें दिसंबर 2019 तक 4592 (50 फीसद) काम ही पूरे हो पाए थे। 1194 कार्य यानी 13 फीसद गतिमान हैं और शेष 37 फीसद का कहीं अता-पता नहीं है।

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यह है विकास कार्यों की तस्वीर

  • सांसद------------स्वीकृति---------पूर्ण-----गतिमान----------शुरू नहीं
  • अजय टम्टा--------3077--------877------181-----------2019
  • रमेश पोखरियाल---823---------627------116------------80
  • माला राज्य लक्ष्मी-1486-------574-------760----------152
  • बीसी खंडूड़ी---------2694------1568--------89---------1037
  • भगत सिंह कोश्यारी-1048------946--------48-----------54

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