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देहरादून में सात किमी सड़क पर 214 गड्ढे, 31 तो हैं जानलेवा

प्रदेश की राजधानी की सड़कें दुर्घटना को न्योता देना साबित हो रहा है। आइएसबीटी से घंटाघर तक महज सात किमी की दूरी पर बारिश के कारण 214 गड्ढे बने हुए हैं।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 13 Sep 2018 11:01 AM (IST)Updated: Thu, 13 Sep 2018 09:01 PM (IST)
देहरादून में सात किमी सड़क पर 214 गड्ढे, 31 तो हैं जानलेवा
देहरादून में सात किमी सड़क पर 214 गड्ढे, 31 तो हैं जानलेवा

देहरादून, [जेएनएन]: प्रदेश की राजधानी की सड़कें गड्ढों से छलनी हैं। जिस पर सफर करना दुर्घटना को न्योता देना साबित हो रहा है। यह हाल संपर्क मार्गों के ही नहीं बल्कि मुख्य मार्गों के भी हैं। अगर हम सहारनपुर रोड का हाल देखे तो इस मार्ग पर आइएसबीटी से घंटाघर तक महज सात किमी की दूरी पर बारिश के कारण 214 गड्ढे बने हुए हैं। इनमें से 31 गड्ढे तो जानलेवा साबित हो रहे हैं। बावजूद इसके लोक निर्माण विभाग इस मार्ग की सुध नहीं ले रहा है अब तक गड्ढों को भरने तक का काम शुरू नहीं हुआ है। ऐसा लग रहा है कि विभाग किसी बड़े हादसे के इंतजार में है। 

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बारिश ने देहरादून की सड़कों को बहुत नुकसान पहुंचाया है। सड़कों पर की गई  पेटिंग उखडऩे गई है और जगह-जगह  गहरे गड्ढे हो गए हैं। जिस पर आए दिन वाहन चालक रपट कर चोटिल हो रहे हैं। बुधवार को आइएसबीटी से घंटाघर के बीच करीब सात किमी क्षेत्र में गड्ढों का सर्वे किया गया तो हैरान करने वाली स्थिति सामने आई। सबसे व्यस्त और वाहनों के दबाव वाले आइएसबीटी के पास गड्ढों की भरमार मिली।

यहां शिमला बाईपास की तरफ आने वाली सड़क पर तो सीवर लाइन के कारण करीब 40 मीटर हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो रखा है। इस हिस्से पर वाहनों का डायवर्ट कर दुरुस्त किया जा रहा है। वहीं फ्लाईओवर के दूसरी तरफ आइएसबीटी जाने वाले मार्ग पर छोटे-बड़े करीब 16 गड्ढे बने हैं। इसके बाद निरंजनपुर मंडी तक सड़क दोनों तरफ ठीक है। मगर, मंडी से लेकर लालपुल के बीच छोटे-बड़े गड्ढे दुर्घटना का कारण बन रहे हैं। लालपुल से भूसा स्टोर तक स्थिति थोड़ा ठीक हैं। लेकिन शिवाजी धर्मशाला से लेकर सहारनपुर चौक के बीच 23 छोटे-बड़े गड्ढे दुर्घटना को न्योता दे रहे हैं।

इसके बाद सहारनपुर रोड से रेलवे स्टेशन, रॉयल होटल से प्रिंस चौक के बीच तो सड़क गड्ढों के कारण छलनी है। यहां सड़क के हर दूसरे कदम पर गड्ढे हो रखे हैं। रेलवे स्टेशन वाली सड़क और प्रिंस चौक तक दो मीटर से लेकर पांच मीटर तक लंबे-चौड़े और आधा फीट से ज्यादा गहरे गड्ढे वाहन चालकों के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। प्रिंस चौक के आसपास क्षेत्र में स्थिति सबसे ज्यादा खतरनाक बनी हुई है। यहां लोनिवि ने कुछ हिस्से में ईटें और टाइल्स बिछा कर इन्हें भरने का काम किया है। लेकिन यह अस्थायी समाधान भी जबाव दे रहा है। प्रिंस चौक से गांधी रोड पर एसएसपी दफ्तर तिराहे, दून दरबार और तहसील चौक के बीच छोटे-बड़े गड्ढे बने हुए हैं। हालांकि दर्शनलाल चौक, घंटाघर के पास सड़क राहगीरों को सुकून दे रही है। 

यहां सड़क पर गड्ढे

आइएसबीटी फ्लाईओवर के नीचे और दोनों तरफ एनएच पर, हिल्टान स्कूल के सामने, शिमला बाईपास चौक के पास, मंडी के सामने, मंडी तिराहे पर, भारतीय टावर के सामने, लालपुल, गुरु रोड के सामने, सिद्धार्थ पैलेस के सामने, हरनाम भवन के सामने, मातावाला बाग के पास, शिवाजी धर्मशाला के सामने, मिडो कॉम्पलेक्स से सहारनपुर चौक के बीच, सहारनपुर चौक से आढ़त बाजार, लक्खीबाग पुलिस चौकी के दोनों तरफ, रायल होटल से रोडवेज दफ्तर तक, होटल मिलन पैलेस से प्रिंस चौक के बीच, प्रिंस चौक, द्रोण होटल के सामने, दून दरबार के सामने, तहसील चौक, डिस्पेंसरी रोड के पास आदि। 

पब्लिक सूचना

  • आपके क्षेत्र में भी यदि सड़क पर गड्ढे बने हुए हैं तो इसकी जानकारी हमें व्हाट्सएप पर दें। गड्ढों की अलग-अलग एंगल की तीन फोटो, स्थान, अपना नाम और इलाके की जानकारी हमें भेजें। पूरा ब्योरा मिलने पर आपकी समस्या फोटो सहित प्रकाशित की जाएगी।  
  • व्हाट्सएप नंबर : 09412947287

सड़कों पर गड्ढों की समस्या से वाकिफ हैं हम 

आरसी अग्रवाल (प्रमुख अभियंता, लोनिवि) का कहना है कि सड़कों पर गड्ढों की समस्या से हम वाकिफ हैं। मगर, लगातार बारिश होने के कारण इनको दुरुस्त करना कठिन हो रहा है। गड्ढों की मरम्मत को पर्याप्त बजट है। संबंधित डिविजन को अपने-अपने क्षेत्र की सड़कों को सुरक्षित करने के निर्देश दिए गए हैं। पहले अस्थायी और बारिश थमने के बाद स्थायी ट्रीटमेंट किया जाएगा। इस मामले में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।  

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