Chamoli News: चमोली में घायल महिला को कंधे पर उठाकर खतरनाक रास्तों पर 5KM पैदल चले ग्रामीण, देखें वीडियो
चमोली जिले के उर्गम घाटी के अरोसी गांव में सड़क सही नहीं होने और गांव में उपचार की व्यवस्था न होने से ग्रामीणों को कुर्सी की डंडी-कंडी बनाकर चोटिल महिला को पांच किलोमीटर दूर संपर्क मार्ग पर पहुंचाना पड़ा। इसके बाद 44 किलोमीटर दूर वाहन के जरिये जिला अस्पताल पहुंचाया।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर (चमोली): जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों और बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था (Uttarakhand Health System) की पोल एक बार फिर खुल गई है। स्थिति यह है कि उर्गम घाटी के अरोसी गांव में सड़क सही नहीं होने और गांव में उपचार की व्यवस्था न होने के कारण ग्रामीणों को कुर्सी की डंडी-कंडी बनाकर चोटिल महिला को जैसे-तैसे पांच किलोमीटर दूर संपर्क मार्ग पर पहुंचाना पड़ा। इसके बाद हेलंग से 44 किलोमीटर दूर गोपेश्वर में वाहन के जरिये जिला अस्पताल (Chamoli District Hospital) पहुंचाया।
चमोली जिले के उर्गम घाटी के अरोसी गांव में सड़क और उपचार की व्यवस्था न होने से ग्रामीणों ने एक चोटिल महिला को कुछ इस तरह संपर्क मार्ग तक पहुंचाया। देखें वीडियो... #UttarakhandNews, #DainikJagran #JagranNews #JagranHindiNews, @JagranNews pic.twitter.com/Keqi0WecUU
घास लेने के दौरान चोटिल हुई थी महिला
अरोसी गांव निवासी गुडवीर सिंह की पत्नी दुर्गा देवी गांव के पास घास लेने गई भी और चोटिल हो गई थी। इस पर ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और दुर्गा देवी को अस्पताल पहुंचाने के लिए डंडी-कंडी तैयार की और जैसे-तैसे पैदल चलकर दुर्गा देवी को संपर्क मार्ग तक ले गए और वहां से फिर गोपेश्वर जिला अस्पताल (Gopeshwar District Hospital) पहुंचाया।
ग्रामीण खतरनाक रास्तों से कर रहे आवाजाही
ग्रामीणों ने कहा कि अरोसी भेंटा मोटर मार्ग पर सड़क निर्माण कार्य चल रहा है, लेकिन ठेकेदार की लापरवाही से सड़क का मलबा पैदल रास्तों में डाला गया है, जिससे पैदल रास्ते पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। ऐसे में ग्रामीण इन खतरनाक पैदल रास्तों (Dangerous walkways) से आवाजाही करने को विवश हैं।
पैदल रास्तों पर ही डाला सड़क का मलबा
ऐसे में जब कोई गांव में बीमार (Sick) हो जाता है, तो ग्रामीणों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कहा कि ग्रामीणों ने कई बार इस संबंध में कार्यदायी संस्था व ठेकेदार को भी अवगत कराया, मगर ठेकेदार ने कोई सुनवाई नहीं की और पैदल रास्तों पर ही सड़क का मलबा डालते रहा, जिससे ग्रामीणों में खासा आक्रोश है।
उन्होंने कहा कि पैदल रास्ते क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीणों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने पैदल रास्ते की शीघ्र मरम्मत की मांग की।