Video देखें : उत्तरकाशी में आठ किमी बीमार महिला को कंधे पर उठाकर लाए सड़क तक, इसके बाद ले गए अस्पताल
उत्तरकाशी जनपद के पुरोला ब्लाक के सुदूरवर्ती डिंगाड़ी गांव से एक बीमार महिला को ग्रामीणों ने डंडी के जरिये आठ किलोमीटर पैदल चलकर सड़क मार्ग गंगराली पुल तक पहुंचाया। जिसके महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़कोट पहुंचाया गया।
संवाद सूत्र, पुरोला (उत्तरकाशी)। सीमांत जनपद उत्तरकाशी में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की सरकारी दावों की पोल एक बार फिर खुल गई। विकास खंड पुरोला के सुदूरवर्ती डिंगाड़ी गांव से एक बीमार महिला को ग्रामीणों ने डंडी के जरिये आठ किलोमीटर पैदल चलकर सड़क मार्ग गंगराली पुल तक पहुंचाया, जिसके बाद महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़कोट ले जाया गया।
उत्तरकाशी। पुरोला ब्लाक के सुदूरवर्ती डिंगाड़ी गांव से एक बीमार महिला को ग्रामीणों ने डंडी के जरिये आठ किलोमीटर पैदल चलकर सड़क तक पहुंचाया, जिसके बाद महिला को अस्पताल ले जाया गया।#UttarakhandNews, #Healthfacility, #UttarkashiNews pic.twitter.com/91dPPfyPRh
— Sunil Negi (@negi0010) July 20, 2022
चिकित्सक न होने पर आक्रोश
महिला की स्थिति गंभीर होने पर चिकित्सकों ने उसे देहरादून रेफर किया। वहीं, सर बडियार क्षेत्र के एलोपैथिक और आयुर्वेदिक अस्पताल में चिकित्सक न होने पर ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त किया है।
ग्रामीणों ने कहा कि कम से कम वर्षाकाल के दौरान जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सर बडियार क्षेत्र में ही चिकित्सकों की व्यवस्था कर सकता है, जिससे मरीजों को थोड़ी राहत मिल सके।
गांव में महिला को नहीं मिला उपचार
सरबडियार पट्टी के डिंगाडी गांव की शकुंतला देवी एक सप्ताह से बुखार एवं उल्टी दस्त से पीड़ित थी। लेकिन गांव व निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सक न होने के कारण महिला को समय पर उपचार नहीं मिल पाया।
आठ किमी पैदल चलकर लाए सड़क तक
जब महिला की स्थिति अधिक बिगड़ने लगी तो सोमवार की सुबह ग्रामीणों ने डंडी के जरिये उसे आठ किलोमीटर गंगराली पुल तक लाए। फिर यहां से सड़क निर्माण करने वाले ठेकेदार की गाड़ी के जरिये महिला को बड़कोट पहुंचाया गया।
अस्पताल है पर चिकित्सक नहीं
बीमार महिला के बेटे कैलाश रावत ने बताया कि सर बडियार क्षेत्र में एलोपैथिक अस्पताल और आयुर्वेदिक अस्पताल का भवन तो है। लेकिन, चिकित्सक न होने के कारण इन भवनों पर ताले लटके हुए हैं।
गांव में चिकित्सकों की तैनाती की मांग
कई बार स्वास्थ्य विभाग से भी उन्होंने चिकित्सकों की तैनाती की मांग की है। लेकिन उसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से चिकित्सक तैनात नहीं किए गए हैं। उन्होंने बताया कि सर बडियार क्षेत्र में पांच ग्रामीण बुखार और उल्टी दस्त से पीड़ित हैं। लेकिन, उन्हें भी गांव में उपचार नहीं मिल पाया है।