पर्यटकों को भा रहा है विंटर डेस्टिनेशन ट्रेक, इन दिनों मोनाल टॉप व ब्रह्मताल बन रही सैलानियों की पसंद; ऐसे पहुंचे
बीते वर्ष 13 दिसंबर को जनपद में बर्फबारी के चलते पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की आमद शुरू हो गई थी क्रिसमस व नव वर्ष पर बर्फबारी न होने से पर्यटकों को पर्यटन स्थलों पर कम ही बर्फ देखने को मिली थी जिससे पर्यटकों में भी मायूसी छाई थी। फरवरी माह शुरू होते ही लगातार बर्फबारी होने से जनपद की चोटियों से लेकर पर्यटन स्थल बर्फ से लकदक हुए हैं।

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर। चमोली जिले में बर्फबारी के बाद परंपरागत पर्यटन स्थलों से हटकर भी पर्यटकों की आमद हो रही है। इस बार पिंडर घाटी के सुदुरवर्ती क्षेत्र लोहजंग से 12 किमी भेंकलताल ब्रह्मताल ट्रेक व वाण से मोनाल टेक नौ किमी पर भी पर्यटकों की आमद से स्थानीय लोगों में भी खासा उत्साह है। इससे घर बैठे रोजगार मिल रहा है। अब तक इस ट्रेक पर पांच सौ से अधिक पर्यटक आ चुके हैं ।
गौरतलब है कि बीते वर्ष 13 दिसंबर को जनपद में बर्फबारी के चलते पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की आमद शुरू हो गई थी, क्रिसमस व नव वर्ष पर बर्फबारी न होने से पर्यटकों को पर्यटन स्थलों पर कम ही बर्फ देखने को मिली थी जिससे पर्यटकों में भी मायूसी छाई थी। फरवरी माह शुरू होते ही लगातार बर्फबारी होने से जनपद की चोटियों से लेकर पर्यटन स्थल बर्फ से लकदक हुए हैं।
पहाड़ों का रूख कर रहे पर्यटक
बर्फबारी के बाद भले ही पहाड़ के लोगों की दुश्वारियों में इजाफा हुआ हो परंतु पहाड़ों की सैर करने वाले पर्यटकों की बांछे खिली हुई है। भारी बर्फबारी के बाद पर्यटक इन दिनों पहाड़ों का रूख करने लगे है। जिससे स्थानीय व्यवसायियों के चेहरे खिल उठे है। भारी बर्फबारी के बाद चमोली के औली के बाद देवाल ब्लाक के लोहजंग से भेंकलताल - ब्रहमताल ट्रेक इन दिनों पर्यटकों से गुलजार है। हर दिन यहां पर्यटकों की आवाजाही हो रही है। पर्यटक भी यहां की खूबसूरती का आनंद ले रहे हैं।
अहमदाबाद गुजरात से आए पर्यटक भाविन ठाकोर, उत्सव गज्जर, नवेदखान पठान, जय भट्ट आदि साथियों सहित ब्रहमताल ट्रेक पर आए हैं। उनका कहना है कि यह पर्वत श्रृखलाओं व बर्फ घने जंगलों के बीच ट्रेकिंग का आनंद ही अलग ही एहसास दिलाता है। ट्रेकिंग के दौरान बर्फ से लकदक पर्वत श्रृखंलाएं, घने जंगल, बर्फ से लकदक बुग्याल प्रकृति की अलौकिक सुंदरता को बिखेरे हुए है जो सच में अपने आप में एक नई ऊंर्जा का संचार करती है।
देवाल घाटी में भी पहुंच रहे सैलानी
टीम हिमालयन हायकर के ट्रैकिंग गाइड कविता दानू ने कहा कि बर्फबारी होने से देश के कोने कोने से पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं। यहां की खूबसूरती देख पर्यटक खासे उत्साहित हैं। कहा कि सरकार को लोहजंग - भेंकलताल - ब्रह्मताल ट्रैक को विकसित करने के लिए दीर्घकालीन योजनाओं को अमलीजामा पहनाया जाए जिससे न केवल पर्यटन बढ़ेगा अपितु रोजगार के अवसर भी बढेंगे।
ट्रेकिंग से जुड़े युवा हीरा सिंह गढवाली ने कहा कि बर्फबारी से देवाल घाटी में पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंच रहे है। विंटर डेस्टिनेशन के रूप में आज लोहजंग - भेंकलताल - ब्रहमताल व मोनाल टाॅप पर्यटकों की पहली पसंद बन रहा है।
पर्यटकों की आमद होने से स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर मिल रहें है। कहा कि पर्यटकों की आए दिन क्षेत्र में आमद से स्थानीय होम स्टे संचालक, होटल ,रेस्टोरेंट, घोड़े खच्चर, गाइड ,पॉटर के कार्यों में लगे स्थानीय लोगों को भी रोजगार प्राप्त हो रहा है, जिससे स्थानीय लोगों में भी पर्यटकों की आए दिन बढोत्तरी होने से खासा उत्साह बना है।
ये है सुविधा
पर्यटकों के लिए होम स्टे,व भोजन इत्यादि की व्यवस्था सस्ते दामों पर उलब्ध हैं। लोहाजंग,वाण,सहित आस पास के गांवों में पांच सौ से एक हजार के बीच रहने के लिए कमरा उपलब्ध हैं। इसके अलावा भोजन के लिए इन होम स्टे में बाजार से कम दामों में उपलब्ध है। स्थानीय पकवानों का भी पर्यटक इन होम स्टे में आनंद ले सकते हैं। गाइड घोड़ा खच्चर सुविधा भी यहां हर समय उपलब्ध हैं।
कैसे पहुंचे
ट्रेन से ऋषिकेश व जॉलीग्रांट तक हवाई जहाज से पर्यटक आ सकते हैं। इसके अलावा गौचर तक भी हेली सेवा मौजूद है। ऋषिकेश से 170 किमी बदरीनाथ हाइवे पर सफर तय कर कर्णप्रयाग से थराली देवाल मोटर मार्ग से होते हुए 80 किमी की दूरी तय कर लोहाजंग पहुंचा जा सकता है। इस रुट पर पब्लिक ट्रंास पोर्ट की सुविधा उपलब्ध है।
जिप लाइन का भी ले रहे पर्यटक आनंद
मुंदोली के स्थानीय निवासी गब्बर सिंह द्वारा लोहाजंग में जिप लाइन लगाई गई है। इस जिप लाइन से पर्यटक एडवेंचर का भी आनंद ले रहे हैं। लोहजंग - भेंकलताल - ब्रहमताल व मोनाल टाॅप पर ट्रेकिंग करने पहुंच रहे पर्यटक लोहाजंग में जिप लाइन का भी आनंद ले रहे हैं।
ये है खासियत
लोहाजंग सेछ किमी दूरी तय कर भेकलताल पड़ता है जहां पर बुग्याल के साथ एक बड़ी सी झील मौज्ूद है। इस झील के किनारे पर्यटक टैंट लगाकर रहते हैं। यह इस ट्रेक का पहला पड़ाव है। दूसरा पड़ाव के रुप में यहां से छ किमी की दूरी तय कर ब्रहमताल पहुंचा जाता है। जहां पर 300 मीटर के गोलाकार में तालाब मौजूद है। इसमें हिमालय श्रृखंलाओं का प्रतिबिंब दिखता है।
इस ट्रेक पर मृग, भालू,जंगली लोमड़ी, सहित कई प्राजति की पक्षियां दिखती है। वाण से नौ किमी की दूरी तय कर मोनाल ट्रॉ प पहुचा जाता है। यहां मोनाल पक्षियों का प्राकृतिक आवास है,यहां पर जंगली जानवरों के अलावा हिमालयी श्रृखंला औली, वेदनी ,रुपकुंड बुग्याल देखे जा सकते हैं। यहां से ऐसा लगता है कि ये तीनों बुग्याल पास ही हों।
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