Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उत्‍तराखंड में जाती हुई सर्दी का U-Turn, बर्फबारी के बाद चांदी सी चमकीं औली की वादियां; लगी पर्यटकों की भीड़

    Updated: Thu, 20 Feb 2025 07:32 PM (IST)

    Snowfall in Auli उत्तराखंड के चमोली और रुद्रप्रयाग जिले में बर्फबारी ने पर्यटकों को रोमांचित कर दिया है। वहीं औली में दो फीट से अधिक बर्फ जमने से पर्यटकों की आमद बढ़ गई है। बदरीनाथ केदारनाथ हेमकुंड साहिब और गौरसों समेत उत्‍तराखंड की कई ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हो रही है। निचले इलाकों में बारिश से ठंड बढ़ गई है।

    Hero Image
    Snowfall in Auli: विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल औली में दो फीट से अधिक बर्फ जम चुकी है। Jagran

    संवाद सहयोगी, जागरण, गोपेश्वर/रुद्रप्रयाग। Snowfall in Auli: चमोली और रुद्रप्रयाग जिले में गुरुवार को बदरीनाथ, केदारनाथ, हेमकुंड साहिब, औली व गौरसों समेत ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हुई। वहीं दोनों जनपद के निचले इलाकों में वर्षा से ठंड बढ़ गई है। विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल औली में दो फीट से अधिक बर्फ जम चुकी है। इस बर्फबारी से नेशनल गेम्स को लेकर उम्मीदें बढ़ गई हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    चमोली जिले में गुरुवार सुबह से ही मौसम ने करवट बदली थी। इसके बाद गौरसों, बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब सहित ऊंची चोटियों पर बर्फबारी शुरू हो गई। दोपहर में औली में भी बर्फबारी शुरू हो गई, जो रुक-रुककर रात तक जारी रही। औली में 10 नंबर टावर के आसपास दो फीट तक बर्फ जम गई है।

    यह भी पढ़ें- Weather Update: अगले 24 घंटों में उत्‍तराखंड के सात जिलाें में ओलावृष्टि का अलर्ट, ठिठुरन बढ़ने के आसार

    बर्फ के बावजूद औली तक मोटर मार्ग सुचारु

    वहीं गढ़वाल मंडल विकास निगम गेस्ट हाउस के आसपास एक फीट से अधिक बर्फ जमी है। फिलहाल बर्फ कवांड बैंड तक पड़ रही है। बर्फ के बावजूद औली तक मोटर मार्ग सुचारु है। औली के साथ मंडल चोपता की चोटियों में भी बर्फबारी हुई है। जिले में 12 से अधिक गांव हिमाच्छादित हो गए हैं।

    वहीं नीति घाटी में बर्फबारी के चलते भापकुंड से आगे लोगों को नहीं जाने दिया जा रहा है। मलारी क्षेत्र में बर्फ के चलते पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों के फंसने की दिक्कतें होती रही हैं। नीति हाईवे मलारी से आगे बर्फबारी से बंद है। फिलहाल चोपता सड़क भी सुचारू है। बदरीनाथ धाम में भी बर्फ की मोटी चादर बिछ चुकी है। यहां रडांग बैंड से आगे हाईवे बाधित है।

    औली में चियर लिफ्ट का आनंद लेते पर्यटक। जागरण

    वहीं रुद्रप्रयाग जनपद में बुधवार शाम से ही बादल छाने लगे थे। गुरुवार सुबह आठ बजे से केदारनाथ धाम समेत लिनचोली, तुंगनाथ, मध्यमेश्वर, चन्द्रशिला ऊचाई वाले स्थानों में बर्फबारी शुरू हो गई जो पूरे दिन चलती रही। जिला मुख्यालय सहित जनपद के निचले इलाकों में सुबह नौ बजे के बाद वर्षा का दौर शुरू हो गया। केदारनाथ धाम में एक फीट तक ताजी बर्फ जम गई है। फरवरी में हो रही बर्फबारी से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है।

    यह भी पढ़ें- Uttarakhand में स्मार्ट मीटर लगाने गई टीम को घेरा, जमकर हंगामा; लोग बोले- 'पहले बताओ हमें क्‍या फायदा होगा?'

    वहीं कड़ाके की ठंड में भी केदारनाथ धाम में आइटीबीपी के जवान सुरक्षा में तैनात हैं। वहीं देर शाम तक जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग समेत तिलवाड़ा, अगस्त्यमुनि, जखोली, ऊखीमठ, गुप्तकाशी, फाटा, रामपुर, गौरीकुंड आदि जगहों पर वर्षा हो रही थी, जबकि केदारनाथ धाम समेत ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी जारी थी।

    औली में पर्यटकों की आमद

    गुरुवार को बर्फबारी होते ही औली में पर्यटकों का तांता लग गया। औली में सड़क खुली है, लेकिन कीचड़ बैंड व कवांड बैंड में फिसलन के चलते यात्री वाहन यहीं पर रोके जा रहे हैं। यहां से आगे स्थानीय वाहनों से पर्यटक औली जा रहे हैं।

    औली में बर्फबारी का यही सिलसिला जारी रहा तो पर्यटकों के वाहन औली में फंस सकते हैं। यही कारण है कि पर्यटक औली से चार किमी पहले वाहन खड़े कर रहे हैं। वर्तमान में औली में दौ से अधिक पर्यटक पहुंचे हुए हैं। औली में बर्फबारी का मजा लेने के लिए लगातार पर्यटक आ रहे हैं। इससे पर्यटन कारोबारियों के भी एक बार फिर अच्छे दिन आ रहे हैं।