बदरीनाथ हाईवे पर रड़ांग में भूस्खलन से बढ़ सकती हैं मुसीबत
बदरीनाथ धाम की यात्रा में रड़ांग बैंड में नया भूस्खलन जोन उभरने से बदरीनाथ के यात्रियों की परेशानी बढ़ सकती है।
गोपेश्वर, [जेएनएन]: अभी तक बदरीनाथ धाम की यात्रा में लामबगड़ स्लाइड जोन ही रोड़ा बनता था, लेकिन इस बार रड़ांग बैंड में नया भूस्खलन जोन उभरने से बदरीनाथ के यात्रियों की परेशानी बढ़ सकती है। हालांकि सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) का दावा है कि रड़ांग बैंड में हाईवे की सुरक्षा को लेकर कपाट खुलने से पहले इंतजाम पूरे कर दिए जाएंगे। ताकि कपाट खुलने के बाद इस स्थान पर यात्रियों की राह बाधित न हो।
इस वर्ष छह मई को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने हैं। श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अलावा प्रशासन भी यात्रा की तैयारियों में जुटा हुआ है। मंदिर समिति के कर्मचारियों ने श्री बदरीनाथ धाम में पहुंचकर धर्मशाला और गेस्ट हाउस की साफ सफाई का कार्य प्रारंभ कर दिया है। अन्य विभाग भी बदरीनाथ धाम में व्यवस्था चाक-चौबंद करने में जुटे हुए हैं।
बीआरओ की ओर से जिले में क्षतिग्रस्त हाईवे के हिस्सों को सुधारने के अलावा संकरे स्थानों पर हाईवे को चौड़ा करने का कार्य किया जा रहा है। चमोली जिले में लामबगड़ स्लाइड जोन लोनिवि की ओर से मरम्मत का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है, जिससे यात्रियों को आवाजाही में कुछ हद तक आसानी होगी।
हालांकि हनुमानचट्टी से आगे रड़ांग बैड में इस साल नया भूस्खलन जोन उभरा है। शीतकाल में दो बार हिमखंड टूटने के कारण रड़ांग में हाईवे का एक बड़ा हिस्सा अभी भी क्षतिग्रस्त पड़ा हुआ है। यहां पर हाईवे के ऊपर व नीचे लगातार भूस्खलन हो रहा है। कपाट खुलने के बाद रड़ांग बैंड का भूस्खलन जोन यात्रियों को रुला सकता है।
बीआरओ का कहना है कि कपाट खुलने से पहले रड़ांग बैंड में हो रहे भूस्खलन जोन का ट्रीटमेंट कार्य पूरा कर दिया जाएगा। बीआरओ के अधिकारी पीके राना का कहना है कि रड़ांग बैंड में भूस्खलन की रोकथाम के लिए भूस्खलन स्थल पर सुरक्षा दीवार का निर्माण प्रस्तावित है। कपाट खुलने से पूर्व यहां पर हाईवे की मरम्मत कर भूस्खलन के ट्रीटमेंट का कार्य भी पूरा कर दिया जाएगा।

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