Rishikesh-Karnprayag Railway Line: सिवाई में ग्रामीणों ने दूसरे दिन भी काम रोका, धरना देकर जताया विरोध
Rishikesh-Karnprayag Railway Line के अंतिम स्टेशन सिवाई के ग्रामीण जलस्रोत की मरम्मत न होने से नाराज़ हैं। ग्रामीणों ने रेलवे विकास निगम के खिलाफ निर्माण कार्य रोककर विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि पांच साल पहले मरम्मत का वादा किया गया था जो अभी तक पूरा नहीं हुआ। ग्रामीणों ने लिखित आश्वासन मिलने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी है।
संवाद सहयोगी, कर्णप्रयाग। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन (Rishikesh-Karnprayag Railway Line) के अंतिम स्टेशन सिवाई के ग्रामीणों ने पौराणिक महत्व के जलस्रोत का रेलवे विकास निगम द्वारा मरम्मत न किए जाने से नाराज होते हुए दूसरे दिन भी निर्माण काम रोक कर विरोध जताया।
इस दौरान मौके पर प्रशासन और आरवीएल के इंजीनियरों की टीम ग्रामीणों से वार्तालाप करती दिखी लेकिन गुस्साए ग्रामीणों का कहना था कि जब तक उन्हें जिम्मेदार अधिकारी द्वारा लिखित आश्वासन नही मिलता आन्दोलन जारी रहेगा।
दयोरा समिति और ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए आरवीएल कंपनी के मौके पर पहुंचे मैनेजर सूरज प्रकाश सैनी वार्ता को पहुंचे और बातचीत के बाद मांग के अनुरूप मरम्मत कार्य को लेकर स्थलीय निरीक्षण किया।
मंगलवार चंडिका देवी देवरा समिति अध्यक्ष दिलवर सिह चौहान के नेतृत्व में 27 गांव से पहुंचे ग्रामीणों ने रेलवे विकास निगम द्वारा उनके पौराणिक महत्व के जलस्रोत का मरम्मत कार्य नही किए जाने पर हैरानी जताई।
उन्होंने कहा कि पांच साल पूर्व जब जलस्रोत के समीप रेलवे का पुल तैयार काम शुरू हुआ था तो दो माह में मरम्मत कर सुंदरीकरण का आश्वासन दिया गया था लेकिन अब उनकी मांग को अधिकारी अनसुना किए है जिससे उन्हें भीषण गर्मी में निर्माण कार्य रोक अपना विरोध प्रदर्शन करना पड रहा है।
इस मौके पर गुस्साए ग्रामीणों ने मौके पर आरवीएल, डीबीएल, मैक्स कंपनी के अधिकारियों को भी काम बंद रखने की मांग कर कहा गया ग्रामीण दो दिन से भीषण गर्मी में पानी स्रोत की मरम्मत को आन्दोलन कर रहे है और जिम्मेदार अधिकारी वातानुकूलित कमरों में कार्य संपादित कर रहे है जो ठीक नही है।
ग्रामीणों की समस्या को गंभीरता से सुनते हुए स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों ने भी निराकरण का भरोसा दिलाया लेकिन मौके पर मौजूद समिति उपाध्यक्ष संदीप चौहान, कोषाध्यक्ष राजेन्द्र रावत, सचिव ईश्वर सिह, सहसचिव दर्शन सिह, देवकी देवी, शकुंतला, जयंती देवी ने कहा रेलवे विकास निगम अधिकारियों से लगातार चंडिका धारा मरम्मत की मांग समय पर किए जाने को लेकर पत्राचार किया जा चुका है।
उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी मांग पर कोरा आश्वासन दिया जा रहा है और अब जबकि दो माह का समय धार्मिक आयोजन में रह गया है, देवी यात्रा के बन्याथ और पूजा विधान प्राकृतिक स्रोत से ही होने का विधान है। ऐसें में ग्रामीणों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया जा रहा है।
मंगलवार को गुस्साए ग्रामीण सिवाई में पहुंचे और टनल को जोड़ने वाले पुल निर्माण कार्य को रोक कर धरना देते हुए आरवीएल के विरोध में नारेबाजी कर चेतावनी दी जब तक उनकी मांग नही मानी जाती आन्दोेलन जारी रहेगा।
मौके पर पहुंचे आरवीएल के प्रबंधक एसपी सैनी ने ग्रामीणों की समस्याओं को सुना और धार्मिक आयोजन से पूर्व जलस्रोत मरम्मत की बात कही लेकिन नाराज ग्रामीणों ने कहा जब तक उन्हें लिखित रूप से आश्वासन नही मिलता धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम वापस नही लिया जाएगा।
माहौल को शांत करने का प्रयास करते हुए प्रबंधक आरवीएल ने ग्रामीणों और दयोरा समिति पदाधिकारियों के साथ चंडिका देवी जलस्रोत का निरीक्ष्ण किया।
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