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जोशीमठ में उम्मीदों पर पंख लगा रहा न्यूजीलैंड का कीवी

मशहूर न्यूजीलैंड के राष्ट्रीय फल कीवी का उत्पादन चमोली जिले के सीमांत विकासखंड जोशीमठ में भी हो रहा है। इसके उत्पादन में अच्छी-खासी बढ़ोत्तरी हुई। इससे किसान खासे उत्साहित हैं।

By BhanuEdited By: Published: Fri, 03 Nov 2017 08:31 AM (IST)Updated: Fri, 03 Nov 2017 10:52 PM (IST)
जोशीमठ में उम्मीदों पर पंख लगा रहा न्यूजीलैंड का कीवी

चमोली, [रणजीत रावत]: दुनिया मे सुपर फ्रुट के नाम से मशहूर न्यूजीलैंड के राष्ट्रीय फल कीवी का उत्पादन चमोली जिले के सीमांत विकासखंड जोशीमठ में भी हो रहा है। विकासखंड के पैनी व बड़ागांव में कीवी के उत्पादन से  काश्तकारों कीउम्मीदों को पंख लग रहे हैं। 

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कीवी का फल एक झाड़ीनुमा पेड़ पर होता है। इसके पेड़ जोड़े (नर व मादा) में होते हैं। समुद्रतल से 600 से 1800 मीटर की ऊंचाई पर पैदा होने वाला कीवी औषधीय गुणों के साथ सभी प्रकार के पोषक तत्वों का भी भंडार  है।

यह फल न्यूजीलैंड के अलावा चीन, फ्रांस, चिली, ब्राजील  आदि देशों में भी प्रचुर मात्रा मे उगाया जाता है। अब इसकी खेती उत्तराखंड में चमोली जिले के सीमांत जोशीमठ प्रखंड में भी होने लगी है। प्रखंड के पैनी व बड़ागांव में कीवी की पैदावार ने किसानों के लिए संभावनाओं के द्वार खोल दिए हैं। खासकर उस स्थिति में, जब जलवायु परिवर्तन के चलते निचले क्षेत्रों में सेब की पैदावार सिमट रही है। 

इन दोनों गांवों में इस बार आठ क्विंटल से अधिक कीवी का उत्पादन हुआ है। हालांकि, इस साल कीवी पर मौसम की मार भी पड़ी। मई में ओलावृष्टि के चलते इसके फूलों को काफी नुकसान पहुंचा। बावजूद इसके उत्पादन में अच्छी-खासी बढ़ोत्तरी हुई। इससे किसान खासे उत्साहित हैं।

कीवी फल के गुण

कीवी (एक्टीनिडिया डेलीसिओसा) बहुत ही गुणकारी फल है। सौ ग्राम के कीवी में 61 कैलोरी 14.66 ग्राम कॉर्बोहाइड्रेट और नींबू से दोगुना विटामिन-सी पाया जाता है। इसके अलावा विटामिन-बी, प्रोटीन, एसिड, सोडियम, कैल्शियम, पोटेशियम सहित अन्य तत्व भी इसमें पाए जाते हैं।

पावर हाउस ऑफ एंटीऑक्सिडेंट कहा जाने वाला कीवी रोग प्रतिरोधक शक्ति  बढ़ाता है। गैस, पेट के रोग, खून की कमी व प्लेटलेट्स बढ़ाने में यह बहुत उपयोगी है। दुनिया मे इसकी 50 से अधिक वैरायटी पाई जाती हैं। औसतन 40 डिग्री सेंटीग्रेट तापमान में पैदा होने वाले कीवी को कम से कम आठ  महीने तक ठंड का वातावरण चाहिए।

ग्राम पैनी के काश्तकार लक्ष्मण सिंह के मुताबिक उन्होंने चार नाली भूमि पर कीवी के 30 नर व मादा पेड़ लगा रखे हैं। इनसे मैं चार क्विंटल के आसपास उत्पादन ले रे हैं। हालांकि, यहां बाजार नहीं मिल पाने के कारण उत्पादन के उचित दाम नहीं मिल पाते। फिर भी कीवी उनके लिए वरदान साबित हो रहा है। 

किसानों को किया जाएगा प्रेरित 

उद्यान निरीक्षक सोमेश भंडारी के मुताबिक सीमांत जोशीमठ विकासखंड में कीवी की पैदावार उत्साहित करने वाली है। अन्य किसानों को भी कीवी उगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। कीवी के फल की मांग बहुत है। खासकर पर्यटकों को यह खूब पसंद आ रहा है।

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