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    Joshimath News: आपदाग्रस्त क्षेत्र में बारिश और बर्फबारी, कड़ाके की सर्दी में आग सेक कर गुजर-बसर कर रहे लोग

    By Jagran NewsEdited By: Nirmala Bohra
    Updated: Sat, 14 Jan 2023 08:54 AM (IST)

    Joshimath News कड़ाके की सर्दी के बीच राहत शिविरों में रहने वालों को शीत से बचाने की चुनौती कम नहीं है। बीते दिवस जोशीमठ के सुनील क्षेत्र समेत आसपास की चोटियों पर हल्की बर्फबारी हुई तो शुक्रवार को हल्की वर्षा।

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    Joshimath News: सूंई मौहल्ले में आग सेक कर रात्रि गुजार रहे प्रभावित। साभार अजय कृष्ण मेहता

    राज्य ब्यूरो, देहरादून: Joshimath News: एक तो आपदा का दंश और उस पर हाड़ कंपा देने वाली सर्दी का सितम, ऐसे में आपदाग्रस्त जोशीमठ में चिंता और चुनौती दोनों बढ़ गए हैं। 

    शनिवार को आपदा प्रभावित जोशीमठ में बादल छाए रहे और आसपास की चोटियों में बर्फबारी हुई। जिससे राहत शिविरों में रह रहे प्रभावितों को दुश्‍वारियों का सामना करना पड़ रहा है।

    बीते दिवस शुक्रवार को भी जोशीमठ के सुनील क्षेत्र समेत आसपास की चोटियों पर हल्की बर्फबारी हुई तो शुक्रवार को हल्की वर्षा। ऐसे में कड़ाके की सर्दी के बीच राहत शिविरों में रहने वालों को शीत से बचाने की चुनौती कम नहीं है।

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    इससे तो किसी तरह पार पाई जा सकती है, लेकिन बारिश होने पर भूमि में जगह-जगह पड़ी दरारों में पानी भरने के साथ ही घरों में रिसाव के अंदेशे से तंत्र की चिंता बढ़ गई है। यद्यपि, राहत की बात ये है कि मौसम विभाग ने अब अगले चार दिन जोशीमठ में मौसम साफ रहने की संभावना जताई है।

    अस्तित्व के संकट से जूझ रहा जोशीमठ शहर

    भूधंसाव के चलते जोशीमठ शहर अस्तित्व के संकट से जूझ रहा है। घरों के साथ ही विभिन्न स्थानों पर भूमि में पड़ी दरारें भयभीत कर रही हैं। यद्यपि, सरकार ने राहत कार्यों में ताकत झोंकी हुई है। जोशीमठ के चार वार्ड असुरक्षित घोषित किए गए हैं। जिन घरों में दरारें पड़ी हैं, उनके चिह्नीकरण का कार्य जारी है।

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    अब तक ऐसे 760 भवन चिह्नित किए जा चुके हैं। इनमें असुरक्षित घोषित वार्डों के 147 भवन भी शामिल हैं। प्रशासन ने 185 परिवारों को अस्थायी रूप से राहत शिविरों में विस्थापित किया है। विभिन्न एजेंसियां जोशीमठ में भूधंसाव के कारणों की जांच में जुटी हैं।

    इस परिदृश्य के बीच मौसम की बदली करवट ने दुश्वारियां बढ़ा दी हैं। बीते दिवस असुरक्षित घोषित सुनील वार्ड के अलावा आसपास की पहाडिय़ों पर हल्की बर्फबारी के बाद सर्द हवा ने पूरे क्षेत्र में डेरा दिया। यही नहीं, शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक जोशीमठ क्षेत्र में 1.2 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी थी।

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    इसके बाद भी छिटपुट रूप से हल्की फुहारें पड़ी। परिणामस्वरूप पूरे क्षेत्र में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। ऐसे में चिंता के बादल घुमड़ना स्वाभाविक है। राहत शिविरों में रह रहे प्रभावितों की चिंता अधिक बढ़ी है। यद्यपि, राहत शिविर पक्के भवनों में बनाए गए हैं, लेकिन ठंड से बचाव को इलेक्ट्रिक हीटर, अलाव आदि की व्यवस्था करना चुनौती है।

    जोशीमठ में शुक्रवार को हल्की वर्षा हुई, लेकिन अगले चार दिन वहां मौसम साफ रहने की संभावना है। 18 व 19 जनवरी के आसपास जोशीमठ में हल्की वर्षा व बर्फबारी के आसार बन रहे हैं।

    -विक्रम सिंह, निदेशक, राज्य मौसम केंद्र, देहरादून