Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Snowfall Niti Valley: उत्तराखंड में मौसम ने ली करवट, नीती घाटी में जमकर हुई बर्फबारी; देखें तस्वीरें

    By Devendra rawatEdited By: riya.pandey
    Updated: Mon, 04 Dec 2023 07:51 PM (IST)

    Snowfall Niti Valley नीती घाटी में इन दिनों बर्फबारी से ठंड बढ़ गई है। यहां सड़क पुल सहित अन्य कार्यों में लगे मजदूर वापस लौटने लगे हैं‌। मौसम ने अचानक करवट बदली तथा बीती रात्रि को नीती घाटी में बर्फबारी शुरू हुई। सुबह वहां मौजूद लोग उठे तो बाहर बर्फ की सफेद चादर बिछी हुई थी। हालांकि नीती घाटी के चौदह गांव...

    Hero Image
    नीती घाटी में लगातार बर्फबारी होने से बढ़ी ठंड

    संवाद सूत्र, जोशीमठ। Snowfall Niti Valley: नीती घाटी में इन दिनों बर्फबारी से ठंड बढ़ गई है। यहां सड़क पुल सहित अन्य कार्यों में लगे मजदूर वापस लौटने लगे हैं‌। मौसम ने अचानक करवट बदली तथा बीती रात्रि को नीती घाटी में बर्फबारी शुरू हुई। सुबह वहां मौजूद लोग उठे तो बाहर बर्फ की सफेद चादर बिछी हुई थी ।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हालांकि नीती घाटी (Niti Valley) के चौदह गांव नीती, गमशाली, बांपा, फरकिया गांव, गुरगुटी, मेहर गांव, कैलाशपुर, मलारी, कोशा, जेलम, जुम्मा, कागा, गरपक, द्रोणागिरी आदि गांवों के ग्रामीण अपने शीतकालीन प्रवासों में अक्टूबर माह में ही आ गए थे।

    बीआरओ के कर्मचारी मजदूर भी कार्य में है जुटे

    घाटी में सेना, आईटीबीपी के अलावा बीआरओ के कर्मचारी मजदूर हरकत में हैं। इन दिनों बीआरओ सीमा पर सड़क पुल निर्माण कार्य में जुटा है। साथ में मलारी गांव में लगभग चालीस मजदूर जो कि विकास कार्यों में यहां पर ठेकेदारों के साथ मजदूरी कर रहे है के साथ-साथ कुछ मलारी गांव के स्थानीय ग्रामीण भी मौजूद है।

    ठंड के साथ लौटने लगे मजदूर

    बताया गया कि मजदूर ठंड के साथ लौटने लगे हैं। पर्यटन औली में बर्फ का दीदार करने आ रहे हैं परंतु अभी औली में बर्फ नहीं है। ऐसे में‌ पर्यटकों के लिए नीती घाटी का सफर ने पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा सकता है। शीतकाल में नीती घाटी में पर्यटकों की आवाजाही बिना प्रशासन की अनुमति के नहीं हैं।

    यह भी पढ़ें - Dhami Cabinet Decisions: धामी कैबिनेट की बैठक में लिए गए अहम फैसले, उत्तराखंड उच्चतर न्यायिक सेवा नियमावली को मिली मंजूरी

    यह भी पढ़ें - उत्तराखंड का चमोली भूस्खलन के लिहाज से है अधिक संवेदनशील, 3983 स्थानों पर हुई घटनाएं; दूसरे नंबर पर यह जिला…