Chamoli Avalanche: रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा, कुल आठ की मौत... डीएम ने दिए घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश
Chamoli Avalanche Update चमोली के माणा में हुए हिमस्खलन के बाद रविवार को रेस्क्यू अभियान पूरा हो गया है। जिन चार लापता मजदूरों की तलाश की जा रही थी उनके शव बरामद किए जा चुके हैं। अब कुल मृतकों की संख्या आठ हो गई है। सेना के सात और एक निजी कंपनी का हेलीकॉप्टर रेस्क्यू में लगा हुआ था।

संवाद सहयोगी, जागरण l गोपेश्वर। देश के प्रथम गांव माणा में हिमस्खलन की चपेट में आए 54 श्रमिकों की खोजबीन व बचाव का अभियान करीब 60 घंटे बाद समाप्त हो गया। इस दरमियान सेना व आइटीबीपी के जवानों ने विषम भूगोल और मौसम की चुनौतियों से जूझते हुए 46 श्रमिकों का जीवन बचा लिया, जबकि आठ की मौत हो गई। इनमें चार श्रमिकों के शव रविवार को बर्फ में दबे मिले। अन्य चार ने शनिवार को अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ा था।
माणा से माणा पास तक चीन सीमा को जोड़ने वाले 50 किमी लंबे हाईवे का चौड़ीकरण करने आए ये श्रमिक शुक्रवार को हिमस्खलन की चपेट में आ गए थे। बचाव अभियान में वायु सेना, सीमा सड़क संगठन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की भी अहम भूमिका रही।
जांच के दिए आदेश
जिलाधिकारी डॉक्टर संदीप तिवारी ने घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। चीन सीमा के नजदीक स्थित चमोली जनपद के माणा गांव में हिमस्खलन की घटना के बाद लापता चल रहे चार श्रमिकों की खोजबीन का अभियान तीसरे दिन रविवार को सुबह छह बजे शुरू हो गया। सेना, आइटीबीपी के साथ एनडीआरएफ के जवान अलग-अलग स्थानों पर श्रमिकों की तलाश में जुट गए। इस बीच हेलीकाप्टर से माणा पहुंची एसडीआरएफ की टीम भी अभियान में शामिल हो गई। श्रमिकों तक पहुंचने के लिए हिमस्खलन बचाव आर्मी डाग (राबिन) के अलावा तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू टीम, ड्रोन, थर्मल इमेजिंग कैमरा, विक्टिम लोकेटिंग कैमरा व अन्य अत्याधुनिक उपकरणों की सहायता ली गई।
श्रमिकों को शव मिले
जिलाधिकारी ने बताया कि सुबह करीब 11 बजे जवानों को घटनास्थल से 20 मीटर दूर एक श्रमिक का शव बर्फ में चार फीट नीचे दबा मिला। दोपहर 12 बजे इससे कुछ दूरी पर दो और श्रमिकों के शव भी मिल गए। ये श्रमिक भी बर्फ के नीचे दब गए थे। शाम करीब साढ़े पांच बजे राहत एवं बचाव दल ने चौथे श्रमिक को भी खोज लिया, उसकी भी मौत हो चुकी थी। चारों शव जिस स्थान पर मिले, वहीं शनिवार को एक कंटेनर बर्फ में दबा मिला था। माना जा रहा है कि ये श्रमिक उसी कंटेनर में थे और हिमस्खलन की चपेट में आने के बाद छिटक गए।
हेलीकॉप्टर के साथ एसडीआरएफ की टीम बचाव अभियान में जुटी है।
मौसम ने भी दिया साथ
रविवार को मौसम भी साफ रहा, जिससे अभियान में किसी तरह की बाधा नहीं आने पाई। इससे पहले शनिवार को भी बर्फ में फंसे 17 श्रमिकों को निकाला गया था, जिनमें चार की मौत हो गई थी। अन्य 33 श्रमिकों को घटना वाले दिन ही सेना व आइटीबीपी के जवानों ने बचा लिया था।
इनके शव बरामद
अनिल कुमार (21) निवासी ठाकुर नगर, रुद्रपुर, ऊधम सिंह नगर, उत्तराखंड l
अशोक (28) निवासी गंगहोल, बेनाऊ, फतेहपुर, उप्र l
हरमेश (30) निवासी कुठार, ऊना, हिमाचल प्रदेश l
अरविंद (43) निवासी गोकुल धाम, भगत निवास, न्यू कालोनी, क्लेमेनटाउन, देहरादून, उत्तराखंड
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