Move to Jagran APP

घर बैठे बदरी-केदार का महाभिषेक, पेटीएम के जरिये दान और चढ़ावा

बदरी-केदार मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं के लिए इस साल से ऑनलाइन पूजा का विकल्प खोल दिया है। कहीं से भी पेटीएम के जरिये इन धामों के लिए दान और चढ़ावा भेज सकेंगे।

By BhanuEdited By: Published: Thu, 12 Apr 2018 12:24 PM (IST)Updated: Fri, 13 Apr 2018 06:15 PM (IST)
घर बैठे बदरी-केदार का महाभिषेक, पेटीएम के जरिये दान और चढ़ावा
घर बैठे बदरी-केदार का महाभिषेक, पेटीएम के जरिये दान और चढ़ावा

गोपेश्वर, [हरीश बिष्ट]: बदरी-केदार मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं के लिए इस साल से ऑनलाइन पूजा का विकल्प खोल दिया है। यही नहीं, भक्तगण अब देश-दुनिया में कहीं से भी पेटीएम के जरिये इन धामों के लिए दान और चढ़ावा भेज सकेंगे।

loksabha election banner

अभिषेक और महाभिषेक पूजाएं

श्री बदरीनाथ और केदारनाथ धाम में अभिषेक और महाभिषेक पूजाओं का अपना महात्म्य है। अब इन्हें घर बैठे ऑनलाइन भी संपन्न कराया जा सकेगा। हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु इन दोनों धामों में दर्शनों के लिए आते हैं। 

मंदिर ये दोनों पूजाएं सामान्य दिनों में रोजाना सुबह चार बजे से साढ़े छह बजे तक होती हैं। दोपहर और शाम को अन्य पूजा, आरती होती हैं। केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की संख्या बढऩे पर कई बार ये पूजाएं सुबह ढाई बजे से शुरू कर दी जाती हैं। बदरीनाथ धाम में एक बार में 35 श्रद्धालु तक विशेष पूजा में बैठते हैं, जबकि केदारनाथ में एक बार में एक ही परिवार के सदस्यों के लिए यह पूजा संपन्न कराई जाती है। अब भक्तगण मंदिर पहुंचे बिना भी परिवार सहित ऑनलाइन पूजा संपन्न करा सकेंगे।

डाक से घर पहुंचेगा प्रसाद

ऑनलाइन पूजा का विकल्प चुनने वाले श्रद्धालुओं के हिस्से की विशेष पूजा मंदिर समिति कराएगी। वेदपाठी या धर्माधिकारी भक्त के नाम, गोत्र को पुकारकर ठीक वैसी ही पूजाएं करेंगे, जैसे स्वयं श्रद्धालु के मौजूद रहने पर की जाती है। 

इसके बाद पूजा प्रसाद डाक के जरिये उनके घर तक पहुंचाया जाएगा। मंदिर समिति की वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.बदरीकेदार.ओआरजी पर इन पूजाओं की बुकिंग की जाएगी।

पेटीएम से भी दान 

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के सीईओ बीडी सिंह ने बताया कि अब तक यात्री पूजा, दान व चढ़ावे का भुगतान पर्ची कटाकर मंदिर समिति को करते थे। लेकिन, यात्रियों की संख्या हजारों में होने के कारण भुगतान के लिए उन्हें लंबी लाइन लगानी पड़ती थी। यात्रा के चरम काल में तो कई यात्री बिना दान किए ही भगवान के दर्शन कर वापस लौट जाते थे। इसके मद्देनजर मंदिर समिति ने इस साल से पेटीएम से दान देने की सुविधा भी दे दी है। 

श्रद्धालुओं को मिलेगी मुफ्त चाय

भगवान बदरी विशाल के दर्शनों के लिए लाइन में लगने वाले यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रख मंदिर समिति ने इस बार उनके लिए मुफ्त चाय की व्यवस्था की है। श्रद्धालुओं के लिए मंदिर समिति भंडारा भी लगाएगी। 

विशेष पूजाओं की दरें

बदरीनाथ धाम:- 

महाभिषेक पूजा- 4300 रुपये प्रति व्यक्ति

अभिषेक पूजा- 4101 रुपये प्रति व्यक्ति

वेद पाठ- 2100 रुपये प्रति व्यक्ति

गीता पाठ- 2500 रुपये प्रति व्यक्ति

स्वर्ण आरती- 376 रुपये

विष्णु सहस्रनाम पाठ- 456 रुपये

कपूर आरती- 151 रुपये

शयन आरती- 3100 रुपये

केदारनाथ धाम:-

महाभिषेक- 1700 रुपये प्रति व्यक्ति

रुद्राभिषेक- 1300 रुपये

लघु रुद्राभिषेक- 1100 रुपये

बालभोग- 900 रुपये

शिव सहस्रनाम पाठ- 360 रुपये

शिव महिमास्त्रोत पाठ- 360 रुपये

शिव तांडवास्त्रोत पाठ- 340 रुपये

षोडशोपचार- 1000 रुपये

संपूर्ण आरती- 1500 रुपये

ये होंगे भुगतान के विकल्प

- मंदिर समिति के खाते में ऑनलाइन राशि भुगतान

- पेटीएम के जरिये मंदिर समिति के खाते में भुगतान

- मंदिर समिति के नाम बैंक ड्राफ्ट

ऐसे कराई जाती है पूजा...

बदरीनाथ धाम के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल के मुताबिक धर्माधिकारी द्वारा भगवान की मूर्ति के समक्ष संबंधित व्यक्ति का नाम, निवास का नाम, गोत्र का नाम व अन्य पारिवारिक सदस्यों के नाम का संकल्प लेकर पूजाएं संपन्न कराई जाती हैं। आपदा के दौरान दो लाख से अधिक पूजाएं फोन पर कराई गई थीं। 

सवाल श्रद्धा का... 

केदारनाथ धाम के मुख्य पुजारी शिवशंकर लिंग के अनुसार यह (ऑनलाइन पूजा) उन भक्तों के लिए एक सुविधा है, जो यहां तक नहीं पहुंच पाते हैं। उनकी श्रद्धा वही रहती है, उसमें कोई कमी नहीं आती। लिहाजा इस तरह की पूजा से धार्मिक परंपराओं को किसी भी रूप में नुकसान होने वाली बात नहीं है। 

यह भी पढ़ें: भीमबली से केदारनाथ तक की यात्रा होगी आसान

यह भी पढ़ें: चारधाम यात्रा सिर पर, अस्पतालों में डॉक्टर नहीं

यह भी पढ़ें: 10 साल बाद हो रहा चारधाम यात्रा मार्गों का सर्वे, भेजी गई दो टीमें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.