10 साल बाद हो रहा चारधाम यात्रा मार्गों का सर्वे, भेजी गई दो टीमें
दस साल बाद परिवहन विभाग चारधाम यात्रा से पहले यात्रा मार्गों का सर्वे करा रहा है। इसके लिए दो टीमों को बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री के सर्वे पर भेजा गया है।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: परिवहन विभाग दस साल बाद चारधाम यात्रा से पहले यात्रा मार्गों का सर्वे करा रहा है। इसके लिए दो टीमों को बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री के सर्वे पर भेजा गया है। एक टीम बदरीनाथ व केदारनाथ और दूसरी टीम गंगोत्री व यमुनोत्री का सर्वे करेगी। यह टीमें अपने सर्वे में यात्रा मार्ग की स्थिति और इसके ब्लाइंड स्पॉट व डेंजर प्वाइंट को चिह्नित करेगी। इसके बाद इनकी विस्तृत रिपोर्ट परिवहन मुख्यालय को सौंपी जाएगी।
परिवहन विभाग की ओर से पहले चारधाम यात्रा मार्गों का सर्वे कराया जाता था। इनमें डेंजर जोन, ब्लैक स्पाट, सड़कों की स्थिति आदि की विस्तृत रिपोर्ट बनाकर शासन को सौंपी जाती थी। इस रिपोर्ट के आधार पर शासन इन मार्गों को दुरुस्त करने की कार्यवाही करता था। परिवहन विभाग की ओर से अंतिम सर्वे वर्ष 2006-07 में किया गया था। इसके बाद विभाग में अधिकारियों की कमी के कारण यह सर्वे नहीं हो पाया। अब विभाग को नए एआरटीओ मिले हैं। इससे अधिकारियों की कमी दूर हो चुकी है।
इसे देखते हुए परिवहन विभाग ने अब तकरीबन दस वर्ष बाद फिर से चारधाम मार्गों का सर्वे करने का निर्णय लिया है। वैसे तो प्रदेश की सड़कों पर ब्लैक स्पॉट, डेंजर जोन व डेंजर प्वाइंट चिह्नित किए जा चुके हैं। परिवहन, पुलिस व लोनिवि के सर्वे में प्रदेश में 124 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए गए हैं। वहीं, पुलिस ने अपने एक अन्य सर्वे में प्रदेश में 316 स्थानों पर डेंजर जोन होने का उल्लेख किया है। अब परिवहन विभाग भी चारधाम यात्रा मार्ग पर अलग से सर्वे करा रहा है।
हाल में ही चारधाम यात्रा की समीक्षा को लेकर हुई बैठक में सचिव व आयुक्त परिवहन डी सेंथिल पांडियन ने इसके निर्देश दिए हैं। सर्वे के लिए तय टीमों को 18 अप्रैल से पहले रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है, ताकि चारधाम यात्रा मार्ग पर यात्रा पूरी तरह शुरू होने से पहले इन स्थानों पर फौरी सुरक्षा व्यवस्था करने की दिशा में कदम उठाए जा सकें।
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