Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बागेश्वर जिले में ततैयों ने घर में खेल रहे भाइयों पर किया हमला, एक की मौत, दूसरे की हालत गंभीर

    By Jagran NewsEdited By: Skand Shukla
    Updated: Fri, 11 Nov 2022 12:56 PM (IST)

    wasp attack in Bageshwar बागेश्वर जिले के कपकोट तहसील के नान-कन्यालीकोट की बैसानी ग्राम पंचायत में ततैयों का लंबे समय से आतंक बना हुआ है। शुक्रवार को ततैयों ने गांव के भूपेश राम के बच्चों पर हमला कर दिया। एक भाई की मौत हो गई दूसरे की हालत गंभीर है।

    Hero Image
    बागेश्वर जिले के कपकोट तहसील के नान-कन्यालीकोट की बैसानी ग्राम पंचायत के पौसारी गांव की घटना

    बागेश्वर, जागरण संवाददाता : wasp attack in Bageshwar :  उत्तराखंड में इन दिनाें ततैयों के हमले तेज हो गए हैं। बीते कुछ दिनों में जहां पिथौरागढ़ में ततैयों के हमले में तीन लोगों की मौत हो गई, वहीं अब बागेश्वर जिले में ततैयों के झुंड ने दो भाइयों पर हमला कर दिया। जिसमें एक एक भाई ने अस्पताल आने के दौरान दम तोड़ दिया तो दूसरे भाई की हालत गंभीर बनी हुई है। उसे जिला अस्पताल की आईसीयू में भर्ती कराया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बागेश्वर जिले के कपकोट तहसील के नान-कन्यालीकोट की बैसानी ग्राम पंचायत के पौसारी गांव में ततैयों का लंबे समय से आतंक बना हुआ है। गांव के भूपेश राम के बच्चे घर के आंगन पर खेल रहे थे। अचानक उन्हें ततैयों के झुंड ने घेर लिया। वह उन्हें डंक मारने लगे। भाइयों ने बचाव की कोशिश की और भागने लगे। ततैयों ने तीन वर्षीय सागर आर्य और पांच वर्षीय प्रियांशु आर्य को पूरे शरीर पर डंक मारे।

    सड़क और अस्पताल करीब न होने से मौत

    स्वजनों ने कंबल आदि डाल कर बच्चों को ततैयों से अलग किया। गंभीर हालत में उन्हें जिला अस्पताल लाया जा रहा था कि कि तीन वर्षीय सागर ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। प्रियांशु को जिला अस्पताल लाया गया है। डाक्टरों ने उसे आइसीयू में भर्ती किया है। घटना के बाद स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। स्वजन गंगा राम, देव राम ने बताया कि सड़क और अस्पताल नजदीक नहीं होने से एक मासूम की जान चली गई है। दूसरा जिला अस्पताल में जिंगदी से जूझ रहा है।

    शोक में डूबे ग्रामीण

    पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी ने जिला प्रशासन से पीड़ित परिवारों को तत्काल मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने कपकोट की स्वास्थ्य सेवाओं पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यदि सड़कों की हालत ठीक होती तो घायल बच्चों को समय पर उपचार मिल सकता था। घटना के बाद स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव शोक में डूब गया है। ग्रामीण ततैयों के खतरे से दहशत में आ गए हैं।

    यह भी पढें

    ततैयों से निपटने के लिए लगाना पड़ा 'कर्फ्यू', घरों में दुबके लोग, काटनी पड़ी शहर की बिजली