Pithoragarh: ततैयों से निपटने के लिए लगाना पड़ा 'कर्फ्यू', घरों में दुबके लोग, काटनी पड़ी शहर की बिजली
आमतौर पर किसी बड़ी घटना पर अराजकता की आशंका में कर्फ्यू लगने तो सुना होगा मगर किसी कीड़े से बचाव के लिए कर्फ्यू लगाना पड़े तो सुनकर हैरानी होगी (Curfew due to wasps)। मगर पिथौरागढ़ के गंगोलीहाट नगर में यही हुआ है।

संवाद सूत्र, गंगोलीहाट : Curfew due to Wasps: आतंक का पर्याय बने ततैयों (Wasps) के छत्ते से निपटने के लिए गंगोलीहाट में बीती रात्रि कर्फ्यू जैसे हालात पैदा हो गए। नगर में विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से भंग करनी पड़ी। कड़ी मशक्कत के बाद योजनाबद्ध तरीके से ततैयों के झुंड को नष्ट किया गया। इससे क्षेत्र की जनता ने राहत की सांस ली।
दहशत में रहते थे लोग
नगर के मुख्य बाजार में एक भवन की छत पर विगत लंबे समय से ततैयों (Wasps) ने अपना छत्ता बना रखा था। ततैयों का झुंड आए दिन लोगों पर हमला कर रहा था। इससे लोग दहशत में रहते थे। बीच बाजार में ततैयों का छत्ता होने से स्थानीय व्यापारियों के साथ ही राहगीरों के लिए भी बड़ी मुसीबत बनी हुई थी। ततैयों का छत्ता बड़ा होने से उसके गिरने की भी आशंका बनी हुई थी। कई लोगों को यह डंक भी मार चुकी थी।

डर बढ़ने पर एसडीएम ने बनाई योजना
आगामी रामलीला मंचन को देखते हुए स्थानीय लोगों में डर और अधिक बढ़ने लगा। स्थानीय प्रशासन के लिए भी घनी आबादी के बीच ततैयों के झुंड को नष्ट करना काफी मुसीबत बना हुआ था। एसडीएम अनिल कुमार शुक्ला के निर्देश पर शनिवार की रात्रि ततैयों के झुंड को नष्ट करने की योजना बनाई गई।
ऐसे किया गया नष्ट
योजना के तहतगंगोलीहाट की पूरी बाजार को बीती सांय जल्दी बंद करा दिया गया। नगर व उसके आसपास के क्षेत्रों में मुनादी कराकर लोगों से अपने घरों में रहने और खिड़की दरवाजों को बंद करने की अपील की गई। ततैयों के छत्ते को नष्ट करने के लिए पूरे इलाके की विद्युत आपूर्ति भंग की गई और फिर बड़ी मशाल बनाकर स्थानीय व्यापारी जगदीश सिंह बोहरा व सामाजिक कार्यकर्ता विरेंद्र सुगड़ा ने उन्हें सावधानी पूर्वक नष्ट किया। करीब आधे घंटे बाद इलाके की विद्युत आपूर्ति बहाल की गई। इस कार्य में व्यापार संघ अध्यक्ष हरीश सिंह धानिक के अलावा राजस्व, पुलिस, स्वास्थ्य, विद्युत विभाग, पशुपालन विभाग ने सहयोग प्रदान किया।

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