बीएसएनएल कार्यालय में की तालाबंदी
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: भूस्खलन की दृष्टि से कपकोट अति संवेदनशील क्षेत्र है। उसमें भी कर्मी गांव
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: भूस्खलन की दृष्टि से कपकोट अति संवेदनशील क्षेत्र है। उसमें भी कर्मी गांव सबसे अधिक खतरे की जद में रहता है। लेकिन यहां बीएसएनएल की संचार सेवा लंबे समय से ध्वस्त है। इस कारण क्षेत्र पूरी तरह तहसील मुख्यालय से कट गया है।
भगवान न करे यदि यहां कोई आपदा आती है तो इसकी सूचना प्रशासन को कब मिलेगी यह भगवान भरोसे है। संचार सेवा शुरू नहीं होने पर सोमवार को ग्रामीणों का सब्र का बांध टूट गया। उन्होंने जिला मुख्यालय पहुंचकर बीएसएनएल कार्यालय में तालाबंदी कर दी। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में बीएसएनएल का टावर शोपीस बना हुआ है। आजादी के बाद अब तक गांव में संचार सुविधा बहाल नहीं हो सकी है।
कर्मी गांव के लोग संचार सुविधा के लिए बीते एक दशक से आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन भारत संचार निगम लिमिटेड सिर्फ कोरे आश्वासन दे रहा है। गांव वालों के संघर्ष के बदौलत दो साल पहले वहां टावर तो लगा दिया गया। लेकिन अब तक उसने कार्य करना आरंभ नहीं किया है। कई बार टावर चालू करने के लिए कहा लेकिन बात नहीं बनी। तंग आकर क्षेत्र के युवा बीएसएनएल कार्यालय में धमक गए। विभाग के कर्मचारियों को बाहर निकालकर उन्होंने गेट पर ताला जड़ दिया और जमकर नारेबाजी की। दानपुर युवा संगठन के अध्यक्ष भूपेश दानू ने कहा कि जहां एक ओर दुनिया चांद पर जाने का सपना देख रही है वहीं दूसरी ओर हमारे गांव में मोबाइल फोन की रिंगटोन भी एक सपना बन कर रह गया है। उपाध्यक्ष कमल व सचिव राजीव ने कहा कि विभाग को हमने 15 दिन का समय दिया है। यदि विभाग ने हमारी बात न मानी तो आंदोलन को और ज्यादा तेज किया जाएगा। सुंदर, हिमांशु व गोकुल का कहना है कि अब अनशन व धरना प्रदर्शन का रास्ता अख्तियार किया जाएगा। प्रदर्शन में राजीव, माधोराम, यश दयाल सिंह, गोपाल सिंह, तारा दानू, विजय दानू आदि लोग रहे।
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