Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उत्‍तराखंड में आसमानी आफत, उड़खोला में फटा बादल; कई वाहन फंसे

    Uttarakhand Weather उत्तराखंड के ताड़ागताल क्षेत्र के उड़खोला जंगल में बादल फटने से खदुगाड़ गधेरा उफान पर आ गया। मलबे और बोल्डर के कारण उड़खोला गांव के पास सड़क बाधित हो गई जिससे वाहन फंस गए। ग्रामीणों ने मार्ग खोला लेकिन बड़े वाहनों की आवाजाही बंद है। इस घटना ने 2013 में आई आपदा की यादें ताजा कर दीं।

    By umrao negi Edited By: Nirmala Bohra Updated: Sat, 10 May 2025 06:49 PM (IST)
    Hero Image
    Uttarakhand Weather: तड़ागताल क्षेत्र के उड़खोला जंगल में बादल फटने से खदुगाड़ गधेरा उफान पर आ गया। Jagran

    संस, जागरण चौखुटिया । Uttarakhand Weather: ब्लाक के दूरस्थ तड़ागताल क्षेत्र के उड़खोला जंगल में बादल फटने से खदुगाड़ गधेरा उफान पर आ गया। जो तेज प्रवाह के साथ बड़े-बडे बोल्डर व मलबा बहा ले आया।

    गधेरे के आसपास कोई मकान व खेत न होने से नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन उड़खोला गांव के पास सड़क बाधित हो जाने से वाहन फंस गए। इनमें एक पर्यटक वाहन भी शामिल है। बाद में ग्रामीणों की मदद से पत्थर व मलबा हटाकर मार्ग को खोल दिया गया है, लेकिन बड़े वाहनों की आवाजाही बंद है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह भी पढ़ें - Uttarakhand Weather: दून में तेज धूप के बीच पड़ी बौछारें, उमस ने किया बेहाल; आज सात जिलों में यलो अलर्ट

    बादल फटने से हुई थी भारी तबाही

    26 जून 2013 में उड़खोला के ही तोक गांव खौला में बादल फटने से भारी तबाही हुई थी। शनिवार को क्षेत्र में तेज हवाएं चलाने के बाद वर्षा का मौसम बना और कहीं कहीं हल्की बूंदाबांदी हुई। ब्लाक के तड़ागताल में भी हल्की वर्षा के साथ हवाएं चली।

    करीब डेढ़ बजे के आसपास उड़खोला गांव के जंगल में बादल फटने जैसे आवाज के बाद तेज वर्षा होने से खदुगाड़ गधेरा उफान में आ गया। इससे गांव की पेयजल योजना ध्वस्त होने से पेयजल आपूर्ति ठप हो गई है, वहीं गांव के पास मोटर मार्ग में बडे-बड़े बोल्डर व मलबा जमा होने से यातायात बाधित हो गया और सड़क के दोनों ओर वाहन फंस गए।

    बताया गया है कि क्षेत्र में घूमने गए यात्रियों का वाहन भी फंस गया। बाद में ग्रामीणों ने सड़क को साफ कर उसे छोटे वाहनों के लिए खोल दिया। इसके साथ ही यात्रियों ने राहत की सांस ली। लेकिन बड़े वाहनों के लिए यहां पर खतरा बना है। गांव निवासी गोपाल सिंह ने बताया कि 10-15 मिनट बाद गधेरा शांत हो गया। गधेरे के आसपास आवासीय मकान न होने से नुकसान टल गया।

    यह भी पढ़ें - India-PAK Tension: उत्‍तराखंड में हाई अलर्ट, चारधाम में सुरक्षा के लिए पैरामिलिट्री, एटीएस व बीडीएस तैनात

    2013 की यादें कर दी ताजा

    खुदीगाड़ गधेरे ने वर्ष 2013 में क्षेत्र में बादल फटने से आई आपदा की याद ताजा कर दी। बादल फटने से गांव के पास ही खौला गधेरा रोद्र रूप में आ गया तथा इसके तेज प्रवाह में एक व्यक्ति के बहने से मौत हो गई तथा कई मकान टूट गए एवं खेत खिलहान मलबा और पत्थरों से पट गए।