Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अपहरण की कहानी गढ़ युवक साध गया चुप्पी, सामने आया सच तो सर्चिंग टीम ने पकड़ लिया माथा

    Updated: Thu, 06 Nov 2025 06:39 PM (IST)

    द्वाराहाट के भासी गांव से लापता नीरज के अपहरण की कहानी झूठी निकली। तलाशी अभियान के बाद वह जंगल में मिला। पूछताछ में अपहरण की बात झूठी साबित हुई। प्रशासन ने काउंसलिंग के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया। परिवार अब देवताओं की शरण में है और घर में जागर चल रहे हैं।

    Hero Image

     एसडीएम के निर्देशन में कराई गई काउंसलिंग में भी नहीं खोला मुंह। प्रतीकात्‍मक

    संस, जागरण, द्वाराहाट । तहसील के दूरस्थ गांव भासी (भिकियासैंण ब्लाक) के युवक नीरज के अपहरण की कहानी झूठी निकली। मंगलवार की शाम घर के नजदीक से गायब वह युवक बुधवार की देर रात स्वजन के सुपुर्द कर दिया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    लापता युवक के स्वजन की जंगली जानवर के हमले की आशंका के चलते ग्रामीणों के साथ ही राजस्व और वन कर्मी मंगलवार को रात भर जंगलों की खाक छानते रहे। मामले की नजाकत को समझते हुए बुधवार की पूर्वाह्न एसडीएम सुनील कुमार भी तलाशी अभियान में शामिल हुए। लेकिन युवक का कोई सुराग नहीं लग पाया। उसका मोबाइल भी लगातार स्विच आफ जा रहा था।

    बीते बुधवार की दिन में लापता सूरज ने अचानक फोन कर खुद को अपहृत कर लिए जाने की सूचना स्वजन को दी। कुछ देर के लिए प्रशासन तथा स्वजन के हाथ पांव फिर फूल गए। नीरज का फोन रेंज में आने पर सर्विलांस की पकड़ में आ गया। उसकी लोकेशन भासी के निकटवर्ती इलाके की मिली। देर रात वह समीप के जंगल में मिल गया।

    प्रशासन की टीम ने उसकी काउंसिलिंग कर स्वजन के सुपुर्द कर दिया। स्वजन नीरज को सकुशल देख शांत तो हुए। लेकिन उसके इस तरह गायब होने और अपहरण की कहानी ने उन्हें परेशान कर दिया। इस परेशानी से मुक्ति पाने के लिए देवताओं की शरण में हैं। घर में जागरों का सिलसिला जारी है।

    भासी से लापता युवक नीरज को समीप के जंगल से बरामद करने के बाद उसकी काउंसिलिंग की गई। उसके बाद स्वजन के सुपुर्द कर दिया गया है। अपहरण की कहानी में सत्यता नहीं थी।
    - तितिक्षा जोशी, तहसीलदार द्वाराहाट

     

    यह भी पढ़ें- ऑपरेशन स्‍वास्‍थ्‍य आंदोलन: कूच यात्रियों को हिरासत में लेने पर अल्‍मोड़ा में विरोध प्रर्दशन, जमकर की नारेबाजी

    यह भी पढ़ें- अल्‍मोड़ा में 24 दिन से 'ऑपरेशन स्‍वास्‍थ्‍य', पैदल देहरादून आ रहा प्रदर्शनकारियों का सैलाब