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यहां स्थित है गुर्जर समुदाय का चौथा धाम, जानिए

गुर्जर समुदाय का चौथा धाम भी ढूंढ निकाला गया है। ये धाम अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट में स्थित है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Tue, 09 Oct 2018 07:41 PM (IST)Updated: Tue, 09 Oct 2018 07:43 PM (IST)
यहां स्थित है गुर्जर समुदाय का चौथा धाम, जानिए

द्वाराहाट, [जेएनएन]: शूरवीर पृथ्वीराज चौहान के वंशजों की गुर्जर महासभा ने देश-दुनिया का चौथा धाम खोज निकाला है। ये धाम उत्तराखंड की पौराणिक द्वारका यानी द्वाराहाट में स्थित है। 

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कुमाऊं में कत्यूरवंशी (7वीं से 14वीं सदी तक) शासन के दौरान 11वीं सदी में निर्मित महाराजा गुर्जरदेव के मंदिर के अतिरिक्त राजस्थान में दो और मध्यप्रदेश में एक धाम पूर्व में ही खोजे जा चुके हैं। द्वारका के इस मंदिर की पहचान केशवाधाम के रूप में करने के बाद 31 अक्टूबर को यहां से अंतरराष्ट्रीय गुर्जर गौरव यात्रा निकाली जाएगी। इसकी तैयारियों के लिए अखंड भारत गुर्जर महासभा की एक टीम द्वाराहाट पहुंची।

महासभा के राष्ट्रीय संयोजक कर्नल डॉ. डीएस लोहा ने बताया कि गुर्जर समुदाय के चार धामों में अंतिम धाम के रूप में द्वाराहाट के गुर्जरदेव मंदिर के रूप में पूरी हो चुकी है। अब यहां से 31 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय गुर्जर यात्रा निकाली जाएगी। सामाजिक समरसता का संदेश देती यह यात्रा उत्तराखंड के अलावा उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरयाणा, जम्मू कश्मीर, गुजरात, महाराष्ट्र आदि प्रांतों से होकर पाकिस्तान के बाद अफगानिस्तान जाएगी।

बताया कि तीन चरण में पूरी होने वाली इस यात्रा का समापन अफगानिस्तान में पृथ्वीराज चौहान की समाधि में पुष्पांजलि के साथ होगा। यह भी कहा कि सरकार से राष्ट्रीय गुर्जर आयोग का गठन कर द्वाराहाट के गुर्जरदेव मंदिर सहित शेष तीन गुर्जरधामों के संरक्षण के साथ ही पृथ्वीराज चौहान के अवशेषों को भारत लाने की मांग की जाएगी। 

दल में गुर्जर महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. देवनारायण गुर्जर, संस्थापक मोहन लाल वर्मा, उप्र व उत्तराखंड प्रभारी राकेश छोकर आदि शामिल रहे। स्थानीय डॉ. डीपी चौधरी, डा राम सिंह राणा, कैलाश चंद्र भट्ट, संतोष तिवारी आदि भी साथ रहे।

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