उत्तराखंड में अनोखा प्रदर्शन, बैलों संग बदहाल सड़क पर हल चला पूर्व स्पीकर व विधायक ने खोली पोल
अल्मोड़ा के लमगड़ा क्षेत्र में जर्जर सड़कों के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल और विधायक मनोज तिवारी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने बैलों से हल चलाकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने सत्यों-रालाकोट मोटर मार्ग के डामरीकरण की मांग की और चेतावनी दी कि अगर एक महीने में कार्रवाई नहीं हुई तो वे विभाग का घेराव करेंगे।

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा। विकासखंड लमगड़ा क्षेत्र की सड़कों की हालत लगातार जर्जर होती जा रही है। आक्रोशित ग्रामीणों ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल व अल्मोड़ा विधायक मनोज तिवारी के नेतृत्व बदहाल सड़कों पर एक जोड़ी बैलों को लेकर हल चलाकर भाजपा सरकार के खिलाफ विरोध जताया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार नहीं जागी तो उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
शनिवार को लमगड़ा ब्लाक के सत्यों के ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2022 विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद जागेश्वर विधायक मोहन सिंह महरा ने सत्यों-रालाकोट मोटर मार्ग के डामरीकरण का कार्य दो माह में शुरू करने की घोषणा की थी। उस समय जनता में खुशी की लहर दौड़ गई थी, लेकिन तीन साल बीतने के बाद भी काम शुरू नहीं हुआ।
इससे क्षेत्रवासियों का गुस्सा अब फूट पड़ा है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि एक माह में उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं होती है तो वे विभाग का घेराव करने को बाध्य होंगे।
इस अवसर पर दिवान सतवाल, मनोज सिंह रावत, गोपाल सिंह चौहान, भगवान राम, देवी दत्त खोलिया, हेम कुमार आर्या, पूरन चंद्र पांडे, दीपा देवी, पूजा देवी, मोहन सिंह सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।
यह है प्रमुख मांगें
- प्रमुख मांगों में सत्यों-रालाकोट मोटर मार्ग का डामरीकरण
- किसानों की कटी भूमि का मुआवजा 2025 के सर्किल रेट से भुगतान
- मेरधुरा-सत्यों रोड की क्षतिग्रस्त दीवारों और नालियों का निर्माण
- सैजा, कपलेश्वर, उरेगी व सिमल्टी मार्गों का डामरीकरण शामिल
इसके अलावा कांग्रेस सरकार में शासनादेश जारी हो चुकी घारखोला-भाटकोट-कपलेश्वर, जिफाल्टा-नैणी-कोकिला गांव-धारखोला और रतखान-रालाकोट मोटर मार्ग निर्माण शामिल हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।