बाबा विश्वनाथ धाम के दर्शन को इस दिन महिलाओं के लिए हुई खास व्यवस्था, आसानी से कर सकेंगी पूजन
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर श्रीकाशी विश्वनाथ धाम प्रशासन ने महिला श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की है। महिलाएं प्रवेश द्वार क्रमांक 4-बी से सुगम प्रवेश पाकर बाबा विश्वनाथ का दर्शन-पूजन कर सकेंगी। यह सुविधा सुबह से शाम तक उपलब्ध रहेगी। इस दिन महिलाएं चाहें तो एकल या अपने बच्चों के साथ आकर बाबा का सुगम दर्शन-पूजन कर सकती हैं।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस आठ मार्च शनिवार को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम प्रशासन ने महिला श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की है। व्यवस्था के तहत बाबा विश्वनाथ का सुगम दर्शन कराने की व्यवस्था की गई है।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण ने बताया कि महिलाओं को उस दिन प्रवेश द्वार क्रमांक 4-बी से सुगम प्रवेश देकर बाबा विश्वनाथ का दर्शन-पूजन कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि विश्व की एकमात्र सभ्यता सनातन सभ्यता है, जो महिलाओं को देवी स्वरूपा पूज्य मानती है।
ऐसे में उनके दिवस विशेष पर मंदिर प्रशासन ने उन्हें सुविधा सुलभ कराने का प्रयास किया है। द्वार क्रमांक 4-बी से भोर में व सायंकाल चार से पांच बजे काशीवासियों को सुगम दर्शन का लाभ दिया जाता है। इन दोनों समय को छोड़कर शेष संपूर्ण अवधि में उस द्वार से महिलाएं चाहें तो एकल या अपने बच्चों के साथ आकर बाबा का सुगम दर्शन-पूजन कर सकती हैं।
इसे भी पढ़ें- पान खाते समय जवान की कार्बाइन गिरी, गोलियां चलने से बाजार में मचा हड़कंप; PAC के हेड कांस्टेबल समेत दो घायल
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में जनवरी-फरवरी में 2.87 करोड़ श्रद्धालुओं ने किया बाबा का दर्शन
प्रयागराज महाकुंभ से काशी की ओर से उमड़े जनज्वार ने श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दर्शनार्थी संख्या का नया रिकॉर्ड बनाया। महाकुंभ तो पौष पूर्णिमा पर 13 जनवरी से आरंभ हुआ और समापन 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर लेकिन श्रद्धालु इसके पहले से उमड़ने लगे थे और बाद तक आए।
इसका परिणाम रहा कि श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में एक जनवरी से 28 फरवरी तक (59 दिनों तक) धाम में 2,87,11,233 श्रद्धालु बाबा का दर्शन करने आए। महाकुंभ आरंभ से दो दिवस पूर्व (11 जनवरी) से दो दिवस उपरांत (28 फरवरी) तक धाम में आए दर्शनार्थियों की संख्या 2,67,13,004 रही।
महाशिवरात्रि पर आए 18,85,862 दर्शनार्थी
सभी स्नान पर्वों पर श्रद्धालुओं से मंदिर भरा रहा, लेकिन महाशिवरात्रि पर यह संख्या सर्वाधिक रही। पर्व विशेष पर मंदिर के पट लगातार 46.45 घंटे खुले रहे और दर्शन निरंतर चलता रहा।
इस अवधि में (26 की मंगला आरती से 27 फरवरी की रात शयन आरती तक) 18,85,862 दर्शनार्थियों ने बाबा के दर्शन किए। इसमें पर्व पर प्रातःकालीन मंगला आरती से चार प्रहर की चौथी आरती समाप्त होने तक कुल 11,69,553 श्रद्धालुओं ने तो अगले दिन 27 फरवरी को 7,16,309 दर्शनार्थी आए।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।