Cyber Crime: वाराणसी में ऑनलाइन ट्रेडिंग के जाल में फंसी महिला, चंद रुपयों के चक्कर में लगी 1.88 करोड़ की चपत
वाराणसी में ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर अंशिता जैन से 1.88 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हुई। इंस्टाग्राम पर एक विज्ञापन देखने के बाद वह आस्क हेल्प डेस्क नामक व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ीं। उन्हें एक ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा गया जहाँ उन्होंने निवेश किया। शुरुआत में लाभ हुआ लेकिन बाद में उन्हें पैसे निकालने नहीं दिए गए। साइबर क्राइम थाने में मामला दर्ज किया गया है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। ऑनलाइन ट्रेडिंग के बहाने साइबर ठगों ने सिगरा थाना क्षेत्र के स्वास्तिक पैराडाइज बिल्डिंग की रहने वाली अंशिता जैन से 1.88 करोड़ की ठगी की। इस मामले में साइबर क्राइम थाना में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस को दी गई तहरीर में उन्होंने बताया कि बीते दो मार्च को इंस्टाग्राम पर आस्क इंवेस्टमेंट नाम की कंपनी का प्रचार दिखा। अधिक जानकारी के लिए इसके लिंक के जरिए व्हाट्सएप ग्रुप आस्क हेल्प डेस्क से जुड़ीं। ग्रुप में ट्रेडिंग लेक्चर दिखाए गए और ट्रेडिंग का तरीका समझाया गया।
ग्रुप एडमिन ने ट्रेडिंग के लिए आस्क एप गुगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करने के लिए कहा। इस एप पर ट्रेडिंग की जाती थी। ग्रुप की कोर्डिनेटर प्रिया शर्मा से व्हाट्सएप पर बात होती थी। उसने निवेश के लिए सुझाव दिया।
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शुरुआत में कुछ रुपये निवेश करने पर उसका प्राफिट मिलने पर एप पर भरोसा बढ़ा गया। इसके बाद प्रिया शर्मा के कहने पर 25 मार्च से 17 अप्रैल तक कई बैंक खातों में 1.88 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिया।
साइबर ठगी। जागरण
इसके तहत मैक ट्रेडिंग के बैंक आफ महाराष्ट्र के खाते में साढ़े 15 लाख, मां मोबाइल एंड एसोसिरीज के बंधन बैंक के खाते में 50 हजार, टेक्समेक्स ट्रेडिंग के बैंक आफ महाराष्ट्र के खाते में तीन लाख 60 हजार, एसके इंटरप्राइजेज के बंधन बैंक के खातों में 56 लाख 72 हजार रुपये ट्रांसफर किया।
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इसके अलावा नालको ट्रेडिंग के बैंक आफ महाराष्ट्र के खाते में दस लाख, मेट्रो ट्रेडिंग के कोटक महिंद्रा बैंक के खाते में तीस लाख रुपये, लाइफ हेल्थ केयर के आइडीएफसी फर्स्ट बैंक के खाता में 72 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिया। इस निवेश का प्राफिट एप पर दिखाया गया लेकिन रुपये नहीं निकालने दिया गया। इस पर उन्हें संदेह हुआ साइबर क्राइम थाना में पहुंचकर शिकायत दर्ज कराया।
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