वाराणसी के विश्वसुंदरी पुल के पटरी चेजिंग के दौरान टूटी कपलिंग, दो हिस्से में बांटा उपयोगिता ट्रैक वाहन
पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल में रविवार को उस समय हड़कंप मच गया जब इलाहाबाद डाउन लाइन पर जफरपुरवा गेट के पास पटरी चेजिंग के दौरान कपलिंग टूटने से यूटीवी (उपयोगिता ट्रैक वाहन) व बीएफआर (बेकल फोर्ट) दो हिस्से में बंट गया।

जागरण संवाददाता, चंदौली : पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल में रविवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब इलाहाबाद डाउन लाइन पर जफरपुरवा गेट के पास पटरी चेजिंग के दौरान कपलिंग टूटने से यूटीवी (उपयोगिता ट्रैक वाहन) व बीएफआर (बेकल फोर्ट) दो हिस्से में बंट गया। अलग होने के बाद यूटीवी आगे निकल गया जबकि बेकल फोर्ट अकेले ही पटरी पर पीछे दौड़ने लगा।
बेकल फोर्ट के पीछे चल रही हाथ ट्राली भी जद में आने से चकनाचूर हो गई। बेकल फोर्ट रूकने की बजाए विश्वसुंदरी पुल के पास जाकर बेपटरी होने के बाद रूका। इस कारण दिल्ली-हावड़ा लाइन पर परिचालन बाधित हो गया। संबंधित विभाग के कर्मचारी बेकल फोर्ट को वापस लाने में जुट गए। उधर, घटना की जानकारी होते ही मंडल रेल प्रबंधक राजेश कुमार पांडेय वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंच गए। डीआरएम ने मामले की जांच कराने के लिए टीम गठित की। साथ ही जांच में दोषी मिलने वाले कर्मियों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
शाम पांच बजे कर्मचारी इलाहाबाद डाउन लाइन पर जफरपुरवा के समीप ट्रैक चेंजिंग का काम कर रहे थे। यूटीवी व बीएफआर से काम किया जा रहा था। बिछी रही पटरी के सुरक्षा की जांच के लिए कुछ कर्मचारी पैदल ही हाथ ट्राली लेकर चल रहे थे। काम करते करते अचानक तेज आवाज के साथ यूटीपी व बीएफआ का कपलिंग टूट गया। इससे बीएफआर पीछे की तरफ चलने लगा। बैक रोल के दौरान पीछे ट्रैक खुला हुआ था, जिस कारण बीएफआर पटरी हो गया। जानकारी होते ही मौके पर संबंधित विभाग के ब्रांच अधिकारी तथा अन्य अधिकारी पहुंच गए। बीएफआर को ट्रैक पर वापिस लाने का कार्य संबंधित विभाग द्वारा किया जा रहा है। उधर, जानकारी होने के बाद डीआरएम भी दलबल के साथ पहुंच गए और स्थिति वस्तु का जायजा लिया।
लापरवाही से हुई घटना
रेलवे में छोटे से छोटे काम को करने से पहले हर बारीकियों की जांच की जाती है। यूटीपी व बीएफआ का कपलिंग टूटना भी कई प्रश्न खड़ा करता है। कारण यह है कि पटरी बिछाने से पहले इंजन व मशीन की जांच कर्मचारियों द्वारा नहीं की गई होगी। यही वजह रही होगी कि कपलिंग पहले से ढीली रही होगी और काम के समय टूट गया।
यूटीवी से बिछाते हैं रेललाइन
रेल लाइन बिछाने और बदलने के समय रेल पटरियों और स्लीपर को उठाने का काम यूटीवी करता है। इससे लोडिंग और अनलोडिंग भी होती है। यह वैसी जगहों पर कारगर होती हैं, जहां सड़कें नहीं हैं। जफरपुरवा के पास ग्रामीण क्षेत्र से होकर रेल लाइन गुजर रही है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।