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    वसंत महिला महाविद्यालय में नई शिक्षा नीति पर छात्र विकास कार्यक्रम का आयोजन

    Updated: Wed, 24 Sep 2025 11:15 AM (IST)

    वाणिज्य विभाग वसंत महिला महाविद्यालय राजघाट वाराणसी में विकसित भारत और नई शिक्षा नीति के परिप्रेक्ष्य में विषय पर छात्र विकास कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रो. एच. के. सिंह और डॉ. आशुतोष मोहन मुख्य अतिथि थे। प्राचार्या प्रो. अलका सिंह ने कहा कि ऐसे आयोजन छात्राओं के विकास में महत्वपूर्ण हैं।

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    वक्ताओं ने नई शिक्षा नीति को युवा शक्ति के लिए नवाचार और कौशल विकास की दिशा में महत्वपूर्ण बताया।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। वाणिज्य विभाग, वसंत महिला महाविद्यालय, राजघाट वाराणसी द्वारा “विकसित भारत और नई शिक्षा नीति के परिप्रेक्ष्य में” विषय पर एक छात्र विकास कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

    कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि प्रो. एच. के. सिंह, विभागाध्यक्ष और डीन, वाणिज्य संकाय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय एवं डॉ. आशुतोष मोहन, सहायक प्रोफेसर, प्रबंधन अध्ययन संस्थान, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के अभिनंदन से हुई। अतिथियों का सम्मान "शॉल" और कॉलेज मैगज़ीन “वसंतिका” देकर किया गया।

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    इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. अलका सिंह, कार्यक्रम संयोजक प्रो. सौरभ कुमार सिंह, सह-संयोजक डॉ. मनोज कुमार तिवारी, डॉ. वेदमणि मिश्रा, डॉ. रंजन भट्टाचार्य, डॉ. राशिका जैन तथा इंग्लिश विभाग के डॉ. विशाल सिंह ने अतिथि वक्ताओं का स्वागत और सम्मान किया।

    प्राचार्या प्रो. अलका सिंह ने स्वागत भाषण में कहा कि ऐसे आयोजनों का छात्राओं के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण योगदान होता है। उन्होंने इस कार्यक्रम को छात्राओं के लिए अत्यंत उपयोगी बताया।

    डॉ. मनोज कुमार तिवारी ने कार्यक्रम के लाभों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ऐसे सत्र छात्राओं को ज्ञान के साथ-साथ भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए भी तैयार करते हैं। इसके बाद, डॉ. राशिका जैन ने मुख्य अतिथि प्रो. एच.के. सिंह और अशुतोष मोहन का परिचय श्रोताओं से कराया।

    मुख्य अतिथि प्रो. एच.के. सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति भारत की युवा शक्ति को नवाचार, आलोचनात्मक चिंतन और कौशल विकास की ओर प्रेरित करती है, जो विकसित भारत 2047 की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अशुतोष मोहन ने कहा कि यह नीति भारतीय परंपरा और आधुनिकता का संतुलित संगम है, जो विद्यार्थियों को आत्मनिर्भरता और रोजगारोन्मुखी शिक्षा की ओर ले जाती है।

    कार्यक्रम का संचालन निधि श्रीवास्तव और अनन्या तिवारी ने प्रभावशाली ढंग से किया। इस अवसर पर संयोजक डॉ. मनोज कुमार तिवारी, सह-संयोजक डॉ. वेदमणि मिश्रा, डॉ. रंजन भट्टाचार्य और डॉ. राशिका जैन उपस्थित रहे। कार्यक्रम में डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज के डॉ. शांतनु सौरभ की विशेष उपस्थिति रही। डॉ. विशाल सिंह ने कार्यक्रम को प्रभावशाली बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

    बी.कॉम (ऑनर्स) द्वितीय वर्ष की छात्रा कृतिका बजाज ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। वाणिज्य विभाग की छात्राएँ साक्षी सिंह, अन्नु मधेसरिया, तन्नु पासवान और अनुष्का गुप्ता ने सक्रिय भूमिका निभाई तथा छात्राओं ने बड़ी संख्या में सहभागिता की।