Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ...अब बीएलओ ढूंढ रहे 2003 की वोटर लिस्ट में मतदाताओं के पापा-मम्मी, दादा-दादी का नाम

    Updated: Wed, 17 Dec 2025 10:27 AM (IST)

    वाराणसी में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण में, बीएलओ 2003 की मतदाता सूची से जानकारी जुटा रहे हैं, क्योंकि मतदाताओं ने अपने माता-पिता और दादा-दादी के ...और पढ़ें

    Hero Image

    मतदाता सूची का विशेष सघन पुनरीक्षण। जागरण

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। विधानसभा की मतदाता सूची का विशेष सघन पुनरीक्षण जारी है। जब पहली बार इसकी अंतिम तिथि चार दिसंबर तय थी तो अधिक से अधिक मतदाताओं से फार्म भराकर जमा करा लिया गया। मतदाताओं ने भी एक कालम में 2003 की मतदाता सूची में मम्मी, पापा, दादा, दादी आदि के बारे में कोई उल्लेख नहीं किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अब इसकी मैपिंग बड़ी समस्या बन गई है। बीएलओ को फार्म भरने वाले एक-एक मतदाता से फोन कर यह जानकारी लेनी पड़ रही है कि आपके पापा-मम्मी 2003 में कहां वोटर थे। कुछ मतदाता इसमें सहयोग कर रहे हैं तो कुछ रुचि नहीं ले रहे हैं। दूसरी तरफ बीएलओ समेत पूरी प्रशासनिक मशीनरी इस समय मतदाताओं की ओर से आधे अधूरे भरे गए गणना प्रपत्र की 2003 की वोटर लिस्ट से मैपिंग में जुटी हुई है।

    सुबह से लेकर देरशाम तक बीएलओ, सुपरवाइजर समेत अन्य अधिकारी-कर्मचारी इस कार्य को मूर्तरूप देने में जुटे हैं।कामयाबी भी मिल रही है लेकिन जनता का अपेक्षित सहयोग न मिलने के कारण सात लाख से अधिक मतदाताओं की मैपिंग होनी शेष है। तय अवधि में इनकी मैपिंग नहीं हुई तो नोटिस जारी होना तय है। सभी को जवाब देना अनिवार्य होगा। अगर, जवाब नहीं देंगे तो मतदाता सूची से नाम हटना तय है।

    शहरी क्षेत्र के वोटर सही ढंग से नहीं कर रहे सहयोग...
    बीएलओ का कहना है कि शहरी क्षेत्र में मतदाता 2003 के वोटर लिस्ट के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे पा रहे हैं। कुछ लोग तो स्पष्ट रूप से नकार भी दे रहे हैं। ऐसी स्थिति मेंं मैपिंग की राह मुश्किल होती जा रही है। ग्रामीण क्षेत्र के अजगरा विधानसभा क्षेत्र में 87 और नगरीय क्षेत्र के उत्तरी विधानसभा में सिर्फ 53 प्रतिशत ही अब तक मैपिंग हो सकी है।

    वोटर लिस्ट से हटेंगे साढ़े पांच लाख से अधिक नाम 
    जिले में एएसडी यानी अनुपस्थित, सिफ्टेड, मृतक के अलावा अन्य स्थान पर पंजीकृत वोटरों की संख्या पांच लाख 76 हजार के करीब है। वोटर लिस्ट से इनका नाम कटना लगभग तय है। हालांकि आलेख्य प्रकाशन के बाद दावा-आपत्ति की छूट हाेगी। बूथ लेवल एजेंट से भी इस तरह के वोटरों के सत्यापन में मदद ली जा रही है।

    मुख्य निर्वाचन अधिकारी की अगुवाई में तीन सदस्यीय टीम आज काशी में
    प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम 17 दिसंबर को बनारस का दौरा करेगी। टीम यहां एसआइआर की अब तक की प्रगति की स्थिति प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक करके जानेगी। इसके साथ ही बूथों पर जाकर एसआइआर के तहत चल रहे कार्यों का निरीक्षण भी करेगी। कुछ मुहल्लों में जाकर और राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट से एसआइआर के बारे में फीडबैक लेगी।

    यह भी पढ़ें- UP के इस जिले में SIR के साथ पहले दिन बनाए गए 4780 नए मतदाता, 246 मृतक हुए जीवित

    जिले में एसआइआर की स्थिति 

    • जिले में कुल मतदाता की संख्या 31 लाख 53 हजार 735
    • अब तक 18 लाख 63 हजार 827 वोटरों की हुई मैपिंग
    • सात लाख दस हजार 558 मतदाताओं की मैपिंग होनी शेष
    • सत्यापन में अब तक मिले 74 हजार 584 मतदाता मृतक
    • अब तक दो लाख 7051 वोटर अनुपस्थित, अनट्रेसबल
    • पर्मानेंटली सिफ्टेड वोटरों की संख्या पहुंची दो लाख 29 हजार
    • पहले से ही इनरोल्ड मतदाताओं की संख्या 40 हजार 968