वाराणसी में पद्मश्री मोहम्मद शाहिद के परिवार ने लिया मुआवजा, मकान का हिस्सा गिराया गया
वाराणसी में कचहरी से संदहा के बीच सड़क चौड़ीकरण के चलते पुलिस लाइन से कचहरी तक 13 और मकानों को तोड़ा गया। ज्यादातर लोगों ने मुआवजा ले लिया है जबकि कुछ ने मोहलत मांगी है। मोहलत के बाद भी निर्माण नहीं तोड़ने पर जिला प्रशासन कार्रवाई करेगा। तोड़े गए मकानों में ओलिंपियन स्व. मोहम्मद शाहिद का मकान भी है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। कचहरी से संदहा के बीच पुलिस लाइन से कचहरी तक सड़क चौड़ीकरण की जद में आ रहे 13 और मकानों को रविवार को तोड़ा गया। ज्यादातर लोगों ने अपने जमीन और मकान का मुआवजा ले लिया है। वहीं, कुछ लोगों ने जमीन का मुआवजा नहीं लेने के साथ लोक निर्माण विभाग से मोहलत मांग रहे हैं।
उन्हें एक सप्ताह की और मोहलत दी गई है। तय अवधि में निर्माण नहीं तोड़ने पर लोक निर्माण विभाग जमीन और मकान का मुआवजा जिला प्रशासन के अधीन रखने के साथ तोड़ने की कार्रवाई करेगा। 13 मकानों में से एक मकान ओलिंपियन हाकी खिलाड़ी और पद्मश्री स्व. मोहम्मद शाहिद का भी है। परिवार के नौ सदस्यों में से पांच ने मुआवजा ले लिया है। उसमें स्व. मोहम्मद शाहिद का भी परिवार है।
लोक निर्माण विभाग ने संदहा से पुलिस लाइन तक जद में आ रहे मकानों को तोड़ने के साथ सड़क बना ली है। पुलिस लाइन चौराहे से कचहरी के बीच 59 मकान थे, जिन्हें तीन चरणों में तोड़ने की कार्रवाई की जा चुकी है। रविवार को अपर जिलाधिकारी (नगर) आलोक वर्मा के नेतृत्व में टीम पहुंची।
टीम के साथ लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता केके सिंह और कैंट थाना प्रभारी शिवाकांत मिश्रा पहुंचे तो कुछ लोग मनमानी का आरोप लगाते हुए विरोध करने लगे। उन्हें समझाने के साथ एक-एक कर 13 मकानों को पोकलेन और जेसीबी से तोड़ा गया।
कचहरी चौराहे से पुलिस लाइन के बीच सड़क चौड़ीकरण के लिए रविवार को पूर्व ओलिंपियन पद्मश्री मो. शाहिद के मकान का कुछ हिस्सा तोड़ा गया तो मौके पर परिवार के कुछ लोगों ने विरोध भी जताया जिसका वीडियो भी वायरल हुआ l हालांकि प्रशासन के अनुसार सब कुछ नियमानुसार प्रक्रिया अपनाई गई थी। परिवार को उचित मुआवजा देने के साथ ही पूर्व में ही परिवार को कार्रवाई को लेकर सूचित कर दिया गया था।
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