मोबाइल चोरी होने पर क्या करें? इस वेबसाइट पर शिकायत करते ही पुलिस ढूंढ़ कर लाएगी आपका फोन, ये है प्रोसेस
वाराणसी पुलिस ने ‘सीईआईआर पोर्टल’ की मदद से 19 चोरी हुए मोबाइल बरामद किए। यह पोर्टल मोबाइल चोरी या गुमशुदगी की ऑनलाइन शिकायत के लिए है जिससे थानों को तुरंत अलर्ट मिलता है। थानों में साइबर डेस्क स्थापित हैं जो ‘सीईआईआर पोर्टल’ से आने वाले अलर्ट पर नजर रखते हैं। पुलिस ने बंगाल भिलाई मुंबई जैसे प्रांतों से भी मोबाइल बरामद किए और कूरियर से मंगवाए।

राकेश श्रीवास्तव, वाराणसी। ‘सीईआईआर पोर्टल’ चोरी का मोबाइल उपयोग करने वालों के लिए शामत बन रही है। इसलिए कि ‘सीईआईआर पोर्टल’ (सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर) के जरिए पुलिस समूचे देश में निगरानी कर पा रही है।
थानाें में खुले साइबर डेस्क से निगरानी किए जाने से ज्यादा मोबाइल बरामद होने लगा है। दशाश्वमेध और लंका पुलिस एक सप्ताह में चोरी गए 19 मोबाइल बरामद कर चुकी है।
‘सीईआईआर पोर्टल’ क्या है?
‘सीईआईआर पोर्टल’ मोबाइल चोरी या गुमशुदगी दर्ज कराने के बाद थाना-चौकी पर दौड़ लगाने से मुक्ति दिलाने का प्लेटफार्म है। इस पोर्टल पर एंड्रायड मोबाइल से ऑनलाइन शिकायत करेंगे तो संबंधी थानाें पर अलर्ट खुद से पहुंच जाएगा। पोर्टल की खासियत देश भर में निगरानी करने की है।
संजीवनी साबित हो रहे थानों के साइबर डेस्क
सूबे के सभी थानों पर साइबर डेस्क गठित है। यहां के पुलिसकर्मी सीईआईआर पोर्टल से आने वाले अलर्ट की निगरानी करते हैं।यही काम सर्विलांस सेल करता है, लेकिन वहां पहले सर्किल, फिर प्रांत उसके बाद देश स्तर पर निगरानी की जाती है।
बंगाल, भिलाई, मुंबई से कोरियर से भेजे मोबाइल
दशाश्वमेध इंस्पेक्टर विजय शुक्ला ने बताया कि उनकी टीम में 14 मोबाइल सीईआईआर पोर्टल के जरिए बरामद किया।जिसमें 12 मोबाइल बंगाल, भिलाई, मुंबई, कर्नाटक आदि प्रांतों में क्रियाशील थे। पुलिस ने जब सीईआईआर पोर्टल से मोबाइल को ट्रेस कर लिया और संबंधी को अवगत कराया गया तो सच्चाई जान सभी ने कूरियर से मोबाइल भेज दिया।
बरामद मोबाइल में गणेश महाल निवासी संजय सिंह का दो साल पूर्व साउथ क्लब के पंडाल में चोरी हुआ मोबाइल अब बरामद हुआ है। इसी तरह गाजीपुुर के देहवल निवासी का 10 जुलाई को नमोघाट से चोरी मोबाइल डेढ़ माह बाद बरामद हुआ।
इस तरह करें सीईआईआर पोर्टल पर शिकायत
- www.ceir.gov.in पर क्लिक करें।
- स्क्रीन पर आपको ब्लाक स्टोलेन/लास्ट मोबाइल का विकल्प मिलेगा।
- क्लिक करेंगे तो आनलाइन फार्म दिखेगा, जिसमें मोबाइल नंबर, आइएमइआइ नंबर, माडल, कंपनी का नाम,
- एफआइआर/शिकायत नंबर, आधार, पैन अपलोड करें। संपर्क के लिए नया मोबाइल नंबर और ईमेल डाल सबमिट करें।
- रजिस्टर्ड मोबाइल पर ओटीपी आएगा।
- ओटीपी को दुबारा भरकर सबमिट करेंगे तो सक्सेफुल लिखेगा।
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