युवती को गोली मारने वाले सिरफिरे प्रेमी ने खुद को भी उड़ाया, युवती बीएचयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती
वाराणसी में एक सनसनीखेज घटना में एक युवक ने एकतरफा प्यार में एक युवती को गोली मार दी और फिर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। घायल युवती अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। सिरफिरे युवक ने एक तरफा प्यार में पीडीडीयू नगर (चंदौली) की युवती को गोली मार दी। वारदात के बाद आरोपित अपने फुफेरे भाई के घर रामनगर जा पहुंचा, जहां चंदौली की एसओजी टीम धमक पड़ी। गिरफ्तारी आसन्न देख आरोपित युवक बाथरूम में पहुंच गया और पिस्टल से कनपटी पर गोली मारकर जान दे दी।
जिसके बाद डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल, एडीसीपी सरवणन टी व एसीपी डा. अतुल अंजान त्रिपाठी पहुंच गए। रामनगर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक के पास से पिस्टल, एक मैग्जीन व चार हजार रुपये बरामद हुए। इधर गोली पीठ में लगने से घायल युवती को स्वजन बीएचयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराए, जहां उसकी हालत गंभीर बनी है।
मुगलसराय कोतवाली अंतर्गत पंडित दीन दयाल उपाध्याय नगर क्षेत्र के महमूदपुर नई बस्ती का संजय सोनकर एक युवती से एक तरफा प्रेम करता था। युवती गुरुवार शाम चार बजे सब्जी खरीद कर लौट रही थी। रास्ते में संजय ने युवती का रास्ता रोका और उससे शादी के लिए दबाव बनाया। दोनों में कहासुनी हुई तो संजय ने युवती को पिस्टल से गोली मार दी और भागकर रामनगर में फुफेरे भाई जंग बहादुर से उनके त्रिपौलिया चौराहा स्थित फल दुकान पर पहुंच मुलाकात की फिर निकट रास्तापुर स्थित उनके घर शरण ली।
इधर युवती को गाेली मारने की भनक पर एसपी चंदौली आदित्य लांगहे एसओजी टीम के साथ पहुंच गए। पुलिस मौके से दो खोखे भी बरामद किए। एसपी ने कहा कि युवक-युवती एक दूसरे को जानते थे। दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। संजय की गिरफ्तारी के लिए उसके ठिकाने तक पहुंची एसओजी टीम को गोली चलने की आवाज सुनाई पड़ी तो वहां से खिसक ली और रामनगर पुलिस को घटना से अवगत कराया।
भाई ने शव लेने से मना किया तो बहनें सोनी-मोनी आगे आईं
संजय तीन भाई और दो बहनों में छोटा था। दो भाइयों में एक सोनू मुंबई में काम करता है, जबकि मझला भाई सूरज पांच साल पूर्व लापता हुआ तो उसका सुराग आज तक नहीं लग पाया। रामनगर पुलिस संजय के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद इंतजार करती रहीं, लेकिन स्वजन नहीं पहुंचे।
मुंबई में रह रहे भाई ने शव लेने ने इंकार किया तो पुलिस दोनों बहनें सोनी और मोनी को राजी किया। संजय की मां शकुंतला देवी और पिता प्यारे लाल का निधन पहले ही हो चुका है। संजय फल बेचने का काम करता था।
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