वाराणसी में भोजूबीर-मीरापुर मार्ग पर दो किलोमीटर बाईपास से मिलेगी जाम से मुक्ति
वाराणसी में भोजूबीर चौराहे से मीरापुर बसहीं तक यातायात को सुगम बनाने के लिए दो किलोमीटर का बाईपास बनेगा। लोक निर्माण विभाग भूमि और मकानों की लागत का आकलन कर रहा है और कई लोग मुआवजा मिलने पर स्वयं ही निर्माण हटाने को तैयार हैं। इस परियोजना से कई कालोनियों और गांवों के निवासियों को लाभ होगा।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। महावीर मंदिर चौराहा से टकटकपुर गैस गोदाम होते हुए मीरापुर बसही तक करीब दो किलोमीटर सड़क चौड़ीकरण (बाइपास सड़क) की जद में आ रहे मकानों पर सोमवार को लोक निर्माण विभाग ने नापी करने के साथ चिह्नित किया। नगर निगम की सड़क को चौड़ी करने का जिम्मा लोक निर्माण विभाग को दिया गया है। लोक निर्माण विभाग सर्वे करने के साथ प्राथमिक प्रस्ताव शासन को भेज दिया है लेकिन अब आने वाली लागत को लेकर नापी शुरू कर दिया है।
भोजूबीर चौराहे से सिंधाेरा रोड पर टीएफसी होने के चलते आए दिन वीआइपी कार्यक्रम होते रहते हैं। इस सड़क का चौड़ीकरण भी किया गया लेकिन जगह अभाव में पर्याप्त नहीं हो सकी। भोजूबीर चौराहे पर अतिक्रमण के चलते अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। जिला मुख्यालय या सर्किट हाउस से इस मार्ग पर जाने के लिए राहगीरों को तहसील सदर से यू टर्न होकर आना पड़ता है। भोजूबीर चौराहे के आसपास हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है।
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वहीं, महावीर मंदिर चौराहे से टकटकपुर जाने वाले मार्ग पर कई कालोनियां आदाब होन के साथ गांव के लोग रहते हैं। इस मार्ग पर अस्पताल भी हैं जिससे मरीजों को आने-जाने में परेशानी होती है। वहीं, स्थानीय लोग भी सड़क चौड़ीकरण को तैयार है। उन्हें जमीन और मकान का मुआवजा मिलने पर खुद तोड़ने की बात कह रहे हैं। सड़क चौड़ीकरण से सोनकर नगर, हंस नगर, प्रताप नगर, कैलाशपुरी कालोनी, अजय विहार, साईं धाम, राधापुरम, श्यामपुरी, गौतम विहार कालोनी, अनौला गांव, बसही क्षेत्र के लोगों को फायदा होगा।
स्थानीय निवासियों का मानना है कि सड़क चौड़ीकरण से न केवल यातायात की समस्या का समाधान होगा, बल्कि इससे क्षेत्र का विकास भी होगा। सड़क के चौड़ा होने से अस्पतालों तक पहुंच आसान होगी, जिससे मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी। इसके अलावा, सड़क चौड़ीकरण से क्षेत्र में व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए ताकि वे अपने घरों को तोड़ने में संकोच न करें। उनका कहना है कि यदि प्रशासन उनकी मांगों पर ध्यान देता है, तो वे इस विकास कार्य में सहयोग करने के लिए तैयार हैं। सड़क चौड़ीकरण का कार्य शुरू होने से पहले, प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा मिले।
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इस परियोजना के तहत, सड़क चौड़ीकरण के साथ-साथ अन्य सुविधाओं का भी विकास किया जाएगा, जैसे कि बेहतर रोशनी, फुटपाथ और ड्रेनेज सिस्टम। इससे न केवल सड़क की स्थिति में सुधार होगा, बल्कि स्थानीय निवासियों की जीवन गुणवत्ता में भी वृद्धि होगी। स्थानीय निवासियों का यह भी कहना है कि सड़क चौड़ीकरण से क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ेगी, क्योंकि चौड़ी सड़कें आमतौर पर अधिक सुरक्षित होती हैं। इसके अलावा, यातायात की भीड़भाड़ कम होने से दुर्घटनाओं की संभावना भी घटेगी।
इस प्रकार, महावीर मंदिर चौराहे से टकटकपुर जाने वाले मार्ग का चौड़ीकरण न केवल स्थानीय निवासियों के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। प्रशासन को चाहिए कि वह इस दिशा में शीघ्रता से कदम उठाए और स्थानीय लोगों की अपेक्षाओं को पूरा करे। इस विकास कार्य से जुड़े सभी पहलुओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि सभी प्रभावित लोग इस प्रक्रिया में संतुष्ट रहें और विकास कार्य सुचारू रूप से आगे बढ़ सके।
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