Varanasi: तेजी से हो रहा शहर का विस्तारीकरण, बगैर शोधित किए गंगा-वरुणा में जा रहा 200 MLD से अधिक मलजल
वर्तमान में जनपद में कुल आठ एसटीपी की क्षमता करीब 434 एमएलडी (मिलियन लीटर पर डे) है । जबकि विभिन्न माध्यमों से गंगा-वरुणा में करीब 635 एमएलडी गिर रहा है। वहीं दीनापुर 80 एमएलडी की एसटीपी राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (नेशनल मिशन फार क्लीन गंगा-एनएमसीजी) के नए पैरामीटर के अनुरूप ही नहीं है। इसे वर्ष 2018 में बनाया गया था।

जागरण संवाददाता, वाराणसी । शहर का दायरा तेजी से बढ़ा है I करीब एक दशक के भीतर बनारस में करीब 200 से 250 नई कालोनियां बसी है । इसे देखते हुए जनपद के 84 गांव तथा रामनगर व सूजाबाद वर्ष 2020 नगर निगम की सीमा शामिल कर लिया गया ।
ऐसे में शहर का दायरा अब 82 किलोमीटर से बढ़कर 162 किलोमीटर हो गया है। शहर के विस्तार की तुलना में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के बौना साबित हो रही है।
लिहाजा सिर्फ शहर में 200 एमएलडी (मिलियन लीटर पर डे) मलजल बगैर शोधित किए गगा-वरुणा में गिर रहा है । इसमें ग्रामीण क्षेत्रों का आंकड़ा नहीं शामिल है।
जबकि शहर से सटे तमाम गांवों में सीवरेज की व्यवस्था की गई है । ग्रामीण क्षेत्रों के सीवर को सीधे नालों से जोड़ दिया गया है । ग्रामीण क्षेत्रों में कोई एसटीपी न होने के कारण नालों के माध्यम से मलजल गंगा-वरुणा में जा रहा है।
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गतदिनों बनारस क्लब में आयोजित विधान परिषद की विकास प्राधिकरण, आवास विकास परिषद, जिला पंचायत व नगर निगम की संयुक्त बैठक में जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने ऐसे नालोें को चिन्हित कर यथाशीघ्र टैब करने का निर्देश दिया था।
वर्तमान में जनपद में कुल आठ एसटीपी की क्षमता करीब 434 एमएलडी (मिलियन लीटर पर डे) है । जबकि विभिन्न माध्यमों से गंगा-वरुणा में करीब 635 एमएलडी गिर रहा है। वहीं दीनापुर 80 एमएलडी की एसटीपी राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (नेशनल मिशन फार क्लीन गंगा-एनएमसीजी) के नए पैरामीटर के अनुरूप ही नहीं है। इसे वर्ष 2018 में बनाया गया था।
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करीब 43 वर्ष पुराने एसटीपी में अंग्रेजों के जमाने के शाही नाला भी कनेक्ट है। हालांकि, दीनापुर में 140 एमएलडी की क्षमता का एक और एसटीपी है लेकिन वरुणापार में हुए विस्तार के कारण करीब 200 एमएलडी की एक और एसटीपी की जरुरत है ।
उच्चीकृत होगा दीनापुर एसटीपी
जल निगम के अधिशासी अभियंता संजय कुमार रंजन ने बताया कि दीनापुर एसटीपी को उच्चीकृत करने का निर्णय लिया है। इस क्रम में 200 एमएलडी की क्षमता वाले नए एसटीपी के लिए निगम ने राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन को प्रस्ताव भी भेजा है ।
लोहता में 55 एमएलडी एसटीपी के लिए 308 करोड़ का प्रस्ताव
लोहता के दुर्गानाला के पास 55 एमएलडी की क्षमता की एसटीपी लगाने के लिए जल निगम ने नमामि गंगे को 308 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा है। वही असि व सामनेघाट स्थित मुरारी चौक नक्खा नाले के मलजल गंगा में सीधे रोकने के लिए 55 एलएलडी क्षमता की एसटीपी का निर्माण जल्द होने की संभावना है । इसकी आधारशिला हाल में ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था ।
सूजाबाद में छह एमएलडी की एसटीपी का प्रस्ताव
सूजाबाद से गंगा में जा रहे मलजल को रोकने के लिए छह एमएलडी की क्षमता वाली एसटीपी बनवाने का भी प्रस्ताव है । वरुणा के छह नाले को टैब करने के लिए सर्वे हो चुका है । एसटीपी के लिए डीपीआर बनाने का कार्य जारी है ।
वर्तमान में आठ एसटीपी (अर्बन)
| गोईठहां में 120 एमएलडी |
| दीनापुर में 80 एमएलडी |
| दीनापुर में 140 एमएलडी |
ग्रामीण
| रमना में 50 एमएलडी |
| रामनगर में 12 एमएलडी |
| भगवानपुर में 12 एमएलडी |
| बीएलडब्ल्यू में 10 एमएलडी |
| बीएचयू में 10 एमएलडी |

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