वाराणसी सहित पूर्वांचल में दस डिग्री से कम रहा तापमान, गलन और कोहरे ने दी दुश्वारी, जानें कैसा रहेगा मौसम
वाराणसी और पूर्वांचल में गलन और कोहरे का प्रकोप जारी है। पछुआ हवाओं के कारण शीत दिवस की स्थिति बनी हुई है, जिससे दिन में भी ठंड महसूस हो रही है। मौसम ...और पढ़ें

हवाओं का दौर भी चला तो कंपाने वाली हवाओं का जोर वातावरण में नजर आया।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। पूर्वांचल सहित वाराणसी में गलन और कोहरे का दौर अनवरत जारी है। पछुआ का जोर रहने से शीत दिवस की नौबत शनिवार को फिर आ गई। इसकी वजह से गलन और कोहरे का दौर रात से ही शुरू हो गया और दोपहर तक जारी रहा। मौसम विभाग की ओर से जारी अनुमानों के अनुसार इस पूरे सप्ताह तक गलन और कोहरे का असर रहेगा। पछुआ हवाओं का जोर बना रहा तो अंचलों में पाला पड़ने की भी नौबत आ सकती है। माना जा रहा है कि अब नए साल की शुरुआत तक मौसम का रुख तल्ख बना रहेगा।
शनिवार की सुबह गलन के साथ कोहरे का जोर रहने की वजह से वातावरण का प्रभाव आम जनजीवन पर बुरी तरह से पड़ा। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीर में पूर्वांचल में शीत दिवस की सक्रियता का असर बना रहा। दोपहर तक मौसम का रुख यही बने रहने की उम्मीद है। पहाड़ों पर बर्फबारी का दौर दोबारा शुरू होने के बाद से पहाड़ों से होकर आने वाले पछुआ हवाओं का जोर बना रहेगा। इसकी वजह से पूर्वांचल सहित मैदानी क्षेत्र में गलन का जोर रहेगा और वातावरण में कोहरे और गलन का प्रकोप बना रहेगा।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 19.8°C दर्ज किया गया जो सामान्य से 2.8 डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान 9.9°C दर्ज किया गया जो सामान्य से 1.3 डिग्री अधिक दर्ज किया गया। इस दौरान आर्द्रता न्यूनतम 87% और अधिकतम 97% दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुमानों के अनुसार न्यूनतम तापमान में अधिकता आने की वजह से लोगों को गलन का अधिक असर तो नहीं दिखा लेकिन सूर्य का ताप जमीन पर नहीं पहुंचने की वजह से गलन का प्रकोप दिन में भी बना रहा। हवाओं का दौर भी चला तो कंपाने वाली हवाओं का जोर वातावरण में नजर आया।
बीते चौबीस घंटों में मौसम का रुख न्यूनतम तापमान में तीन डिग्री में अधिकतम होने की वजह से शनिवार का दिन शुक्रवार की अपेक्षा कुछ गर्म रहा। लेकिन कोहरे और गलन का दौर सूर्य का ताप नहीं होने की वजह से दोपहर तक बना रहा। वहीं कोहरे की वजह से विमानों और ट्रेनों का भी संचालन प्रभावित रहा। मौसम विभाग ने अब गलन का प्रकोप बढ़ने और न्यूनतम तापमान में और कमी आने की उम्मीद जताई है। माना जा रहा है कि सप्ताह भर में तापमान सात डिग्री से नीचे आ जाएगा। तापमान में कमी की वजह से गलन का प्रकोप आगे बढ़ना तय है।

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