दारोगा पिटाई प्रकरण में पत्नी को पुलिस कमिश्नर पर भरोसा, उम्मीदें टूटी तो खुला है योगी दरवाजा
वाराणसी में कचहरी के अंदर वकीलों द्वारा दरोगा मिथिलेश प्रजापति पर हुए हमले के बाद उनके परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है। पत्नी अनीता के नेतृत्व में परिवार ने पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर दोषियों की गिरफ्तारी और पुलिसकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की। कमिश्नर ने परिवार को कार्रवाई और सुरक्षा का आश्वासन दिया है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। कचहरी में वकीलों की पिटाई से गंभीर रूप से घायल दारोगा मिथिलेश प्रजापति को न्याय दिलाने के लिए गुरुवार को उनका पूरा परिवार साथ खड़ा नजर आया। पत्नी अनीता की अगुआई में स्वजन की बोल फूटी तो एक ही स्वर सुनाई पड़े, कि कचहरी में जिसने भी कानून को हाथ में लिया उसकी गिरफ्तारी की जाए।
चादर पर बैठ धरना देने के के सवाल पर बोलीं कि (आग्रह) रिक्वेस्ट लेकर आई हूं, पुलिस कमिश्नर (सीपी) मोहित अग्रवाल के आश्वासन पर उन्हें भरोसा है, जिसके टूटने पर मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाने का विकल्प खुल जाएगा।
घायल दारोगा मिथिलेश की पत्नी अनीता, उनके ससुर राजाराम प्रजापति, सास कमला देवी, जेठ संजय प्रजापति, देवेंद्र (अनीता के भाई) अमित (भांजा) के साथ सुबह साढ़े 10 बजे सीपी से मिलने पुलिस मुख्यालय पहुंची। सीपी नहीं मिले तो परिजन पोर्टिको में बैठ गए, जिसकी भनक पर एडीसीपी नीतू धमक पड़ी।
वह स्वजन को समझा रहीं थी, तभी पहुंचे पुलिस कमिश्नर पीड़ित परिवार को चैंबर में बुलाकर हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई करने और सुरक्षा बंदोबस्त का भरोसा दिए। अनीता ने भावुक शब्दों में कहा कि घटनाक्रम से वर्दी आहत हुई है। पति की पिटाई से मेरी अंतरात्मा को गहरी चोट लगी है। इसलिए चाहती हूं कि दोषियों को सजा मिले और पुलिसकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
संयमित दिखे दारोगा के स्वजन, बोले दोषियों की गिरफ्तारी हो, निर्दोष न फंसे
हमले में घायल दारोगा को न्याय दिलाने पहुंचे स्वजन अपनी मांग रखने में भी संयमित दिखे। पत्नी अनीता ने कहा कि वकील भाइयों के परिवार में भी पुलिसकर्मी होंगे, इसलिए हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई में मदद करें। प्रशासन निर्दोष को परेशान न करे, यह भी उनकी मांग है। पिता राजाराम प्रजापति ने कहा कि सुरक्षा के सवाल पर सभी पुलिसकर्मियों को एक हाेना चाहिए। कमला देवी बेटे के घायल होने पर आक्रोशित दिखीं, बोली जल्द गिरफ्तारी हो। बड़े भाई संजय प्रजापति, भाभी चंदा देवी, बहन इंदू, भांजा बृजेश ने कहा कि कार्रवाई नहीं हुई तो हमलोग धरना-प्रदर्शन को बाध्य होंगे। भाई ने कहा कि पुलिस को कचहरी में ड्यूटी करनी पड़ती है। वहां हमले होंगे तो वर्दी की सुरक्षा कौन करेगा? मिथिलेश के साले देवेंद्र व भतीजा अमित ने भी गिरफ्तारी की मांग उठाई।
साॅफ्टवेयर से हो रही पहचान : सीपी
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने कहा कि पुलिस ने केस दर्ज करने में तेजी दिखाई है। अब हमलावरों की पहचान साॅफ्टवेयर के जरिए की जा रही है। पीड़ित परिवार के साथ पुलिस विभाग है। परिवार की सुरक्षा भी हमारी जिम्मेदारी है।
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