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    वाराणसी पहुंचा विमान तो पायलट ने कहा– 'मेरी शिफ्ट खत्म हो गई, अब नहीं उड़ाऊंगा फ्लाइट'

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Wed, 24 Dec 2025 06:17 PM (IST)

    वाराणसी में एक विमान पहुंचने के बाद पायलट ने उड़ान भरने से इनकार कर दिया। पायलट ने अपनी शिफ्ट खत्म होने का हवाला दिया। इस घटना से यात्रियों को परेशानी ...और पढ़ें

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    पायलट ने कहा कि उसकी ड्यूटी की अवधि समाप्त हो चुकी है और नियमों के अनुसार वह अब विमान नहीं उड़ा सकता। 

    जागरण संवाददाता, (बाबतपुर) वाराणसी। लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मंगलवार को घने कोहरे के कारण विमानों का आवागमन पूरी तरह से प्रभावित रहा। इस सीजन में पहली बार ऐसा हुआ कि एक ही दिन में 30 उड़ानों को रद करना पड़ा। कोहरे के कारण मंगलवार सुबह और शाम में दृश्यता शून्य के करीब पहुंच गई, जिससे उड़ानों का संचालन बाधित हो गया।

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    इस बीच, एक अजीब घटना ने यात्रियों की परेशानी को और बढ़ा दिया। कोलकाता से वाराणसी पहुंची इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट के चालक दल ने विमान को वापस कोलकाता ले जाने से इनकार कर दिया, जिसके कारण 179 यात्रियों को पूरी रात होटलों में बितानी पड़ी।

    मंगलवार को कोलकाता से वाराणसी आने वाली इंडिगो की फ्लाइट खराब मौसम के चलते अपने निर्धारित समय शाम 5 बजे एयरपोर्ट पर पहुंची। इस फ्लाइट के लिए 179 यात्रियों ने चेक-इन कर लिया था और सभी टर्मिनल भवन में उड़ान की प्रतीक्षा कर रहे थे। जब फ्लाइट के पहुंचने के बाद यात्रियों को बोर्डिंग के लिए बुलाए जाने की उम्मीद थी, तभी पायलट ने उड़ान भरने से इनकार कर दिया।

    पायलट ने कहा कि उसकी ड्यूटी की अवधि समाप्त हो चुकी है और नियमों के अनुसार वह अब विमान नहीं उड़ा सकता। इसके बाद पायलट एयरपोर्ट से होटल के लिए रवाना हो गया।

    फ्लाइट न जाने से यात्रियों ने हंगामा भी क‍िया। लंबे इंतजार के बाद जब यात्रियों को पता चला कि फ्लाइट अब रवाना नहीं होगी, तो उनका धैर्य जवाब दे गया। एयरपोर्ट परिसर में यात्री नाराजगी जताते हुए हंगामा करने लगे। इसके बाद एयरलाइंस के अधिकारियों ने यात्रियों से बातचीत की और उन्हें शांत कराया। फिर सभी यात्रियों को अलग-अलग होटलों में ठहराने की व्यवस्था की गई। बुधवार को कोलकाता जाने वाले विमान से यात्रियों को कोलकाता भेजा गया।

    इस घटना पर एयरपोर्ट निदेशक पुनीत गुप्ता ने बताया कि पायलटों और केबिन क्रू के लिए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशंस (एफडीटीएल) लागू किया गया है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि चालक दल अत्यधिक थकान की स्थिति में उड़ान न भरे और उड़ान की सुरक्षा से कोई समझौता न हो। उन्होंने कहा कि वाराणसी में क्रू की उपलब्धता न होने के कारण अधिकारियों ने फ्लाइट को एयरपोर्ट पर ग्राउंड कर दिया।

    इस घटना ने यात्रियों के लिए एक कठिनाई का माहौल उत्पन्न कर दिया, क्योंकि उन्हें अनियोजित रूप से रात बितानी पड़ी। एयरलाइंस की ओर से यात्रियों को होटलों में ठहराने की व्यवस्था की गई, लेकिन इसके बावजूद यात्रियों में असंतोष और नाराजगी का माहौल बना रहा।

    कोहरे के कारण विमानों का संचालन प्रभावित होने के साथ-साथ चालक दल की ड्यूटी समय सीमा ने भी यात्रियों की यात्रा को कठिन बना दिया। यह घटना न केवल एयरलाइंस के लिए एक चुनौती थी, बल्कि यात्रियों के लिए भी एक अप्रत्याशित अनुभव बन गई।

    इस घटना ने यह भी स्पष्ट किया कि मौसम की स्थिति और एयरलाइंस की संचालन नीतियों के बीच संतुलन बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है। यात्रियों की सुरक्षा हमेशा प्राथमिकता होनी चाहिए, लेकिन साथ ही उन्हें उचित जानकारी और सहायता भी प्रदान की जानी चाहिए। वाराणसी एयरपोर्ट पर मंगलवार का दिन यात्रियों के लिए एक कठिन अनुभव बन गया, जिसमें उन्हें न केवल कोहरे के कारण रद्द उड़ानों का सामना करना पड़ा, बल्कि चालक दल की ड्यूटी समय सीमा ने भी उनकी यात्रा को प्रभावित किया।