Varanasi News: यूपी कॉलेज में पूरे दिन रही पुलिस की चहलकदमी, पीएसी तैनात; मजार पर लगा रहा ताला
यूपी कॉलेज में नमाज पढ़ने को लेकर हुए विवाद के बाद शनिवार को स्थिति सामान्य रही। पुलिस की चहलकदमी और पीएसी की तैनाती के बीच छात्र-छात्राएं रोजाना की तरह कॉलेज आते-जाते दिखे। दूसरे पक्ष के लोग भी दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे थे। हालांकि कॉलेज प्रशासन ने बाहरी लोगों की किसी भी प्रकार की धार्मिक गतिविधियों पर रोक लगा दी है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी : यूपी कालेज परिसर स्थित मजार पर नमाज पढ़ने को लेकर पहुंची भीड़ के बाद गर्म हुआ मुद्दा शनिवार को ठंडा रहा। इसके बावजूद पुलिस कालेज परिसर में चहलकदमी करती रही, तो पीएसी जवान एक सुरक्षा प्वाइंट पर मोर्चा संभाले रहे।
शुक्रवार को छात्रों का गुट इस मांग को लेकर सामने आ गया था, कि नमाज पढ़ी गई तो हनुमान चालीसा का भी पाठ होगा। सुरक्षा मोर्चे पर पूरे दिन डटी रही पुलिस शाम में चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया था।
शनिवार को कालेज परिसर में स्थिति सामान्य रही। छात्र-छात्राएं रोजाना की तरह कालेज आते-जाते देखे गए। दूसरे पक्ष के लोग भी दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे थे। इसके बावजूद पुलिस ने सुरक्षा घेरा तनिक कमजोर नहीं किया था। पुलिस फोर्स व पीएसी जवान कालेज गेट पर डेरा जमाए रहे।
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वर्दीधारी मुख्य द्वार से लेकर कालेज परिसर स्थित मजार के तक चहलकदमी करते रहे। उदय प्रताप कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर डीके सिंह ने बताया कि सेमेस्टर परीक्षाएं शुरू हैं। कालेज प्रशासन का मानना है, कि शांति व्यवस्था के साथ अध्ययन-अध्यापन का कार्य चलता रहना जरूरी है। उन्होंने कहा कि कालेज परिसर में बाहरी लोगों की किसी भी प्रकार की धार्मिक गतिविधियां कतई मंजूर नहीं है।

उदय प्रताप कॉलेज परिसर में शनिवार को भी तैनात रही भारी पुलिस फोर्स.मजार पर लगा रहा ताला- जागरण
पूर्व और वर्तमान सात छात्रों के खिलाफ मुकदमा
उदय प्रताप कालेज में 25 नवंबर को आयोजित संस्थापन समारोह में शामिल होने आए मुख्यमंत्री के प्रस्थान करने के तुरंत बाद कुर्सियां तोड़कर हंगामा करने के मामले में प्राचार्य प्रोफेसर धर्मेंद्र कुमार सिंह ने अपने दो छात्रों और पांच पूर्व छात्रों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कराया है।
आरोप है कि उपद्रवी छात्रों ने उदय प्रताप शिक्षा समिति के अध्यक्ष और न्यायमूर्ति डीपी सिंह के साथ अमर्यादित तथा असंयमित व्यवहार किया था। शिवपुर पुलिस तहरीर के आधार पर केस दर्जकर घटनाक्रम की जांच शुरू कर दी है।
प्रचार्य ने शिवपुर थाने में दी गई तहरीर में बताया कि कालेज का संस्थापन समारोह था। छात्रों का कुछ समूह मुख्यमंत्री से मिलना चाह रहा था, जो संभव नहीं हो पाया। इसी आक्रोश में छात्रों ने सभागार में रखी कुर्सियां तोड़ डाली। उदय प्रताप शिक्षा समिति के अध्यक्ष न्यायमूर्ति डीपी सिंह को बंधक बनाकर वार्ता के लिए विवश किए।
इन छात्रों ने पूर्व में राज्यसभा सांसद दर्शना सिंह व प्रबंध समिति के सचिव न्यायमूर्ति एसके सिंह के साथ भी अनुचित व्यवहार करते हुए उनके वाहन को भी घंटों रोक लिया था। इनके द्वारा आए दिन कालेज का मुख्य द्वार बंद करके असहज स्थिति उत्पन्न की जाती है।
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इन छात्रों के खिलाफ हुआ केस
समीर सिंह पूर्व छात्र, प्रतीक उपाध्याय एमकाम द्वितीय वर्ष, अभिषेक सिंह उर्फ सनी पूर्व छात्र, वीरेन सिंह रघुवंशी पूर्व छात्र, शिवम सिंह बाबू पूर्व छात्र, सुधीर कुमार सिंह एसएससी कृषि।
इन धाराओं में दर्ज है मुकदमा
भारतीय न्याय संहिता की धारा 189 (2), 324 (4), 127 (2), 352

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